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अभियान: अमरावती में ऑपरेशन मुस्कान में लापता 186 को खोज निकाला, जिले में चलाया अभियान
- आए दिन सामने आते हैं गुमशुदा और अपहरण के मामले
- नाबालिग से लेकर युवक-युवतियां होते हैं गायब
- लापता 186 लोगों की तलाश कर संबंधित परिजनों को सौंपा
डिजिटल डेस्क, अमरावती। गृह मंत्रालय की परियोजना के तहत राज्य में हर साल मुस्कान ऑपरेशन चलाया जाता है। जिसका उदेश्य लापता बच्चों को खोजना, उन्हें बचाना और उनका योग्य पुनर्वास करना है। जिले में आए दिन नाबालिग से लेकर युवक-युवतियों की गुमशुदा और अपहरण के मामले दर्ज होते देखे जाते हैं।
ऐसे मामलों को सुलझाने के लिए पुलिस विभाग द्वारा हर साल जिले में मुस्कान ऑपरेशन चलाया जाता है। इसी मुस्कान ऑपरेशन के तहत 1 जनवरी से 15 मार्च तक जिले में लापता 186 लोगों की तलाश कर संबंधित परिजनों को सकुशल हवाले किया है।
सर्वाधिक 111 नाबालिगों का समावेश : लापताओं में 86 लड़कियां हैं। जिसमें जांच करने पर पता चला कि प्रेम प्रकरण में घर से भाग जाना और पढ़ाई करने की आयु में रुपए कमाने की चाह रहने से घर से निकल जाते हैं। मुस्कान ऑपरेशन में लापता हुए 111 बच्चों की तलाश करते हुए पुलिस विभाग द्वारा उनका पुनर्वास किया गया है।
सालाना 300 से अधिक मामले : हर साल जिले के विविध थानों में लापता और अपहरण के मामले दर्ज होते हैं। जहां सालाना 300 से अधिक दर्ज मामले की जांच पहले संबंधित किसी पुलिस अधिकारी या कर्मचारी को सौंप जाती थी, लेकिन ऐसे ही मामलों में कई संगीन घटनाओं को घटित होते हैं। इसलिए 2017 से विशेष मुस्कान ऑपरेशन की शुरुआत हुई है। जहां हर साल पुलिस विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को इस ऑपरेशन में काम करने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाता है।
बुरी लत ने बनाई घर से दूरी : मुस्कान ऑपरेशन के तहत जब भी घर से लापता हुए विशेष तौर से नाबालिग को पकड़ा जाता, तब संबंधित नाबालिग शराब, गांजा, जुआ आदि की बुरी लत के शिकार रहने से चाय नाश्ते की कैंटींन पर काम कर अपना शौक पूरा करते भी पाए गए हैं। जिन्हें पढ़ाई लिखाई में कोई रुचि नहीं। लेकिन ऐसे ही घर से दूरी बनाए नाबालिग आपराधिक मामलों में देखे गए हैं। ऐसे बालकों पर विशेष तौर से समूह प्रदर्शन करने के बावजूद पुलिस विभाग द्वारा उन पर नजर रखी जाती है।
Created On :   19 March 2024 10:16 AM GMT