आक्रोश: रास्ता जाम कर सड़क पर फेंका दूध, तीन दिन से डेयरी दूध नहीं ले रही

रास्ता जाम कर सड़क पर फेंका दूध, तीन दिन से डेयरी दूध नहीं ले रही
  • मदर दूध डेयरी के खिलाफ आंदोलन
  • रास्ता जाम कर विरोध प्रदर्शन किया
  • दूध उत्पादक किसानों पर मुसीबत

डिजिटल डेस्क, अमरावती । अपनी मांगों को लेकर बुधवार को आक्रोशित दूध उत्पादकों ने तिवसा से सातरगांव मार्ग पर सरकार के अधिकार क्षेत्र में चलने वाली मदर दूध डेयरी के खिलाफ आंदोलन किया। रास्ता जाम कर विरोध प्रदर्शन किया और गाड़ी में भरा दूध सड़क पर फेंक कर सरकारी नीति का निषेध किया। पिछले तीन दिनों से तिवसा की डेयरी द्वारा दुग्ध उत्पादक किसानों का दूध लेना बंद कर दिया है। इसके खिलाफ किसानों ने आवाज उठाई है और आंदोलन करने की चेतावनी दी थी।

मदर दूध डेयरी प्रतिदिन तिवसा केंद्र से 300 लीटर दूध लेती है। लेकिन तीन दिन से उसने इस केंद्र से दूध लेना बंद कर दिया है। इससे दूध उत्पादक किसानों पर मुसीबत आ गई है। आखिर वे कच्चे दूध का क्या करें, ऐसा सवाल पैदा हो गया है। बुधवार की सुबह 9 बजे इन दूध उत्पादक किसानों ने तिवसा-सतारगांव मार्ग पर दूध संग्रहण वाहन को रोक दिया और किसानों द्वारा डेयरी बिक्री के लिए लाए गए दूध को सड़क पर ही बहाकर अपना विरोध जताया।दूध का उठाव तुरंत करने,दूध पर पांच रुपए की सब्सिडी देने, तीन दिन के अंदर मुआवजा, दस दिन के भीतर भुगतान करने, खराब फैट मशीन को दुरूस्त करने जैसी मांग दुग्ध उत्पादक किसानों द्वारा की गई। आंदोलन में संजय गोरडे, जयकुमार देशमुख, अविनाश बेलसरे, सागर बोडखे आदि उपस्थित थे।

खेत व फ्लैट के 48 लाख लिए पर रजिस्ट्री नहीं की : व्यापारी किरीट लक्ष्मीदास राजा (67, मांगीलाल प्लॉट) के साथ राहटगांव में 2 एकड़ खेत और व्यंकैयापुरा में एक फ्लैट खरीदी के बहाने दो अलग-अलग मामलों में कुल 48 लाख रुपए की जालासाजी हुई। जानकारी के अनुसार आरोपी रूपेश तानबाजी तडस व प्रज्ञाकर हरिदास भालेकर से 4 साल पहले राजा की पहचान हुई थी।

आरोपियों ने रहाटगांव मार्ग पर 2 एकड़ खेत खरीदी का प्रस्ताव किरीट राजा के सामने रखा। खेत लेने का सौदा 2020 में 31 लाख रुपए में हुआ था। चार साल बीत गए। रुपए व खेत की रजिस्ट्री नहीं की। आखिरकार किरीट राजा ने बुधवार को नांदगांव पेठ थाने में शिकायत की। पुलिस ने आरोपी रूपेश तडस व प्रज्ञाकर भालेकर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। इससेे पहले किरीट राजा ने 2019 में दलाल आशुतोष श्रीधर काले से व्यंकैयापुरा के निर्मला अपार्टमेंट में फ्लैट खरीदने 17 लाख रुपए में सौदा किया था, लेकिन आशुतोष काले ने 17 लाख रुपए लेकर रजिस्ट्री नहीं की। बुधवार को फ्रेजरपुरा थाने में आरोपी आशुतोष काले के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।

Created On :   11 July 2024 10:14 AM GMT

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