विकास में पिछड़े: अमरावती शहर के 24 क तीर्थ क्षेत्र प्रस्ताव भेजने मनपा की अनदेखी

अमरावती शहर के 24 क तीर्थ क्षेत्र प्रस्ताव भेजने मनपा की अनदेखी
  • 2008 से अब तक एक भी प्रस्ताव प्रशासन ने नहीं भेजा
  • विकास को लेकर गंभीर नहीं लग रहे जनप्रतिनिधि
  • मुख्यमंत्री से शिकायत की नौबत

डिजिटल डेस्क, अमरावती। अमरावती शहर में कुल 24 ऐसे तीर्थ क्षेत्र हैं जिसका विकास करने की दिशा में अमरावती मनपा के अब तक के किसी भी जनप्रतिनिधि ने गंभीरता से नहीं लिया। इन तीर्थ क्षेत्रों का विकास जिला नियोजन समिति में उपलब्ध रहनेवाली व्यवस्था के तहत करना चाहिए। लेकिन उसके लिए जिलाधिकारी के माध्यम से नगररचना विभाग को प्रारूप भेजना चाहिए। लेकिन मनपा प्रशासन ने वर्ष 2008 से 2023 तक इर्विन चौक स्थित डॉ. बाबासाहब आंबेडकर स्मारक, माताखिड़की का श्रीकृष्ण मंदिर, बालाजी मंदिर, मद्रासीबाबा दरगाह, कमलीवाले बाबा दरगाह, गडीचा मारोती, हनुमान देवस्थान, इंद्रशेषबाबा दरबार वडाली जैसे कुल 24 तीर्थ क्षेत्रों के विकास पर अनदेखी की। इसकी शिकायत भीमशक्ति के विदर्भ प्रदेश अध्यक्ष ललित मेश्राम ने मुख्यमंत्री से की है।

महाराष्ट्र राज्य के अनेक तीर्थ क्षेत्रों की जत्रा स्थलों की जगह पर भेंट देनेवाले यात्रियों की संख्या काफी ज्यादा रहती है। अनेकों तीर्थ क्षेत्र की जगह पर साल में कुछ चुनिंदा समयावधि में बड़ी संख्या में यात्री भेंंट देते हैं। ऐसे तीर्थ क्षेत्र स्थानीय नागरिक संस्थान के क्षेत्र में हैं। उन्हें बड़ी संख्या में आनेवाली यात्रियों को आवश्यक प्रमाण में नागरिक सुविधा उपलब्ध कराना मुश्किल रहता है। परिणामस्वरूप यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। इस स्थिति का विचार कर प्रमुख तीर्थ क्षेत्र की जगह पर आनेवाले भक्तों के लिए अावश्यक मूलभूत सुविधा मुहैया कराने के लिए और उसके चलते आवश्यक विकास के काम नागरिक स्थानीय संस्था के क्षेत्र में आनेवाले तीर्थ क्षेत्र के बारे में राज्य सरकार ने अब तक 21 योजना मंजूर की है। ‘क’ श्रेणी तीर्थ क्षेत्र यानी जिला स्तर पर महत्वपूर्ण रहनेवाले जगह का विकास जिला नियोजन व विकास समिति ने उपलब्ध की गई व्यवस्था किया जाता है। लेकिन इसके लिए प्रारूप करते समय वर्तमान में शुरू रहनेवाले काम 80 प्रतिशत पूर्ण हुए बगैर किसी भी नए तीर्थ क्षेत्र के काम प्रस्तावित नहीं करते आता।

अमरावती शहर में डॉॅ. बाबासाहब आंबेडकर पुतला स्मारक, श्रीकृष्ण मंदिर माताखिड़की, बालाजी मंदिर, मद्रासीबाबा दरगाह, कमलीवाले बाबा दरगाह, गडीचा मारुती, इंद्रशेषबाबा दरबार, कालीमाता मंदिर, श्री क्षेत्र अंबादेवी व एकवीरा देवी संस्थान, भीमटेकड़ी, सैतवाल दिगंबर जैन मंदिर, काला मारोती मंदिर, गाडगेबाबा समाधि मंदिर, साईबाबा मंदिर साईनगर, श्री दत्त मंदिर कुंभारवाडा आदि तीर्थ क्षेत्र का वर्ष 2008 से 2023 तक ‘क’ श्रेणी तीर्थ क्षेत्र मंजूरी का प्रस्ताव राज्य के नगरविकास विभाग के पास मनपा प्रशासन ने अभी तक जिलाधिकारी के माध्यम से तैयार नहीं किया। इस मुद्दें की ओर अमरावती शहर के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता दिखाई दे रही है। इस कारण भीमटेकड़ी संगठन के विदर्भ प्रदेश अध्यक्ष पंकज ललित मेश्राम ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर शहर के इन तीर्थ क्षेत्रों का विकास करने की मांग की। पंकज मेश्राम ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ ही जिले के पालकमंत्री चंद्रकांतदादा पाटील, जिलाधिकारी सौरभ कटियार और निगमायुक्त सचिन कलंत्रे को भी ज्ञापन सौंपा है।


Created On :   6 Sept 2024 4:48 PM IST

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