नाराजगी: चिखलदरा की जलापूर्ति योजना का कार्य अधूरा, कंपनी का पेमेंट रोकने की मांग

चिखलदरा की जलापूर्ति योजना का कार्य अधूरा,  कंपनी का पेमेंट रोकने की मांग
  • विधायक ने मजीप्रा को दिए ज्ञापन में कहा, मार्च 20121 तक योजना नहीं हो पाई पूरी
  • जनता को जूझना पड़ रहा है जलसंकट से
  • कंपनी की लापरवाही का खामियाया भुगतना पड़ रहा

डिजिटल डेस्क, अमरावती। जिले के चिखलदरा तहसील अंतर्गत तीन गावों की जलापूर्ति योजना का काम तय समय पर पूर्ण करने में नाकाम साबित हुए कंपनी के सारे पेमेंट रोक कर उस पर कड़ी करवाई करने की मांग विधायक राजकुमार पटेल ने मजीप्रा के कार्यकारी अभियंता को दिए ज्ञापन में की है।

जिसमें कहा है कि चिखलदरा तहसील के दुर्गम शहापुर एवं अन्य दो ऐसे तीन गावों को जलापूर्ति के लिए मंजूर योजना का ठेका शिव कंस्ट्रक्शन कंपनी (शिंगणापुर,सातारा) को 10 प्रतिशत अधिक दर पर दिया गया था। मार्च 2021 तक ही यह काम पूर्ण करना था। लेकिन तय समय पर यह काम पूर्ण ही नहीं हुआ इसलिए तहसील के शहापुर, आलाडोह, मोथा, लवादा इन गावों में टैंकर से जलापूर्ति करनी पड़ रही है। शिव कंस्ट्रक्शन कंपनी ने करार का पालन नहीं किया। जिसका खामियाजा शासन व जनता को भुगतना पड़ रहा है। यदि यह योजना तय समय पर पूर्ण होती तो इस वर्ष जलकिल्लत का सामना नहीं करना पड़ता। टैंकरों पर भी लाखों का खर्च नहीं होता।

गर्मी का प्रकोप अब खान-पान पर भी पड़ने लगा : गर्मी का प्रकोप अब खान-पान पर भी पड़ने लगा है। बाजारों में सब्जियों के दाम पिछले वर्ष की मुकाबले बढ़ गए है। अमरावती के दस्तूर नगर की सब्जी मंडी में सब्जियों की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है। रसोई में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला प्याज इस वर्ष 5-10 रुपए प्रति किलो बढ़ चुका है। अमरावती के सब्जियों के विक्रेता पिछले माह की बिन मौसम बारिश से परेशान थे और अब गर्मी के प्रकोप के कारण। सब्जियों के चिल्लर विक्रेता बंडू तायड़े का कहना है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष हर सब्जी के दाम चिल्लर बिक्री में 5 से 10 रुपए की बढ़ोत्तरी हुई है। इसका कारण बिन मौसम बरसात और बढ़ती गर्मी है। थोक के भाव में भी बढ़ोत्तरी हुई है। पिछले वर्ष टमाटर 35 से 40 रुपए किलो बेचा जा रहा था। इस वर्ष 50 रुपए किलो बेचा जा रहा है। सबसे अधिक टमाटर के भाव में बढ़ोत्तरी दिखाई दे रही है। पिछले वर्ष 20 रुपए प्रति किलो बिकने वाला प्याज इस वर्ष 25 रुपए किलो बेचा जा रहा है। पिछले वर्ष आलू 25 रु प्रति किलो बेचा जा रहा था। इस वर्ष 28 से 35 रुपए प्रति किलो बेचा जा रहा है। इसी तरह बाकी सब्जियों के भाव में भी बढ़ोत्तरी हुई है।


Created On :   30 May 2024 2:51 PM IST

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