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हत्याकांड से दहली अंबानगरी: अमरावती के डी गैंग ने दो माह में लिया दो लोगों की हत्या का बदला
- इससे पहले बच्चू वानखेड़े की हत्या का बदला लेने मांडले का भी किया कत्ल
- पुलिस इस गिरोह पर मकोका के तहत करेगी कार्रवाई
- एक-एक आरोपी को जेल में ठूंसने की तैयारी
डिजिटल डेस्क, अमरावती। शहर में‘डी गैंग’ के रूप में परिचित इस गिरोह ने 20 दिन पहले लगभग दो साल पहले एक्सप्रेस हाईवे पर हुए बच्चू वानखेडे हत्याकांड का बदला लेते हुए केडिया नगर के बगीचे के पास रोहित मांडले नामक युवक की हत्या की थी। उसके बाद कल रात अपने गिरोह के साथी अंकुश मेश्राम की हत्या का बदला यश रोडगे की हत्या कर लिया।
अंकुश की हत्या के समय यश को नाबालिग बताया था। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष 5 सितंबर 2023 को बडनेरा मार्ग के तापड़िया मॉल के पास से यश रोडगे और उसके छह साथियों ने डी गैंग से जुड़े अंकुश मेश्राम को जबरन अपनी दोपहिया पर बिठाया था। वहां से उसे कौंडेश्वर के जंगल में ले गए। कोंडेश्वर के जगल में लावा उर्फ अंकुश मेश्राम (22, म्हाडा कॉलोनी) की हत्या कर उसकी लाश एक झाडी में छुपाकर रख दी थी। 8 सितंबर को यह लाश पुलिस ने बरामद की थी। उस समय पुलिस रिकार्ड पर यश रोडगे यह 17 वर्ष का बताया गया। वर्तमान में पुलिस रिकार्ड में उसकी उम्र 21 बताई गई है। एक वर्ष पहले यश की उम्र 17 बताए जाने से वह जल्द ही रिमांड होम से बाहर निकला था। अंकुश की हत्या में चार आरोपी नाबालिग बताए गए थे। जो फिलहाल बाहर है।
गिरोह पर मकोका के तहत कार्रवाई : सीपी : यश रोडगे की हत्याकांड में शामिल आरोपी लक्षदीप इंगले, श्रेयस आवटे, मंथन पाडनकर, दीपक ठाकुर, अरबाज पठान आदि को हिरासत में लेकर उनके खिलाफ धारा 189 (2), 191 (2), 191 (3), 190, 140 (1), 109, 103 (1) व 4/25 आर्म एक्ट और 135 के तहत कार्रवाई की है। अब पुलिस इस गिरोह पर संगठित अपराध नियंत्रण कानून (मकोका) के तहत कार्रवाई करेगी। यह जानकारी पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने दी। उन्होंने बताया कि गिरोह चला रहे अपराधियों की शामत आ गई है। पुलिस एक-एक को जेल में ठूंसेगी।
गोपाल नगर मेंं दुकानें बंद कर मचाई दहशत : यश रोडगे की हत्या की खबर गुरुवार को सुबह गोपाल नगर परिसर में पहुंचते ही लगभग 80 से 90 की संख्या में जमा हुए युवकों ने गोपाल नगर से सूतगिरणी मार्ग की दुकानें जबरन बंद करने का प्रयास किया, लेकिन इस बात की खबर जब राजापेठ पुलिस को पहुंची, तो पुलिस ने तत्काल गोपाल नगर पहुंचकर बंद की हुई दुकानें खोलने में व्यापारियों को मदद की। उसके बाद मृत यश के कुछ रिश्तेदार और उसके साथियों ने राजापेठ पुलिस थाने पर भी भारी भीड़ जमा की थी। लेेकिन पुलिस उपायुक्त शिंदे ने राजापेठ थाने में पहुंचकर भीड़ को समझाया और उन्हें वापस भेज दिया।
Created On :   23 Aug 2024 11:47 AM IST