कार्रवाई: अमरावती में रेत माफियाओं से एक साल में 22 करोड़ का जुर्माना वसूला

अमरावती में रेत माफियाओं से एक साल में 22 करोड़ का जुर्माना वसूला
  • विभिन्न थानों में 866 मामले दर्ज
  • 1240 आरोपियों के खिलाफ केस
  • वाहन भी जब्त किए गए

डिजिटल डेस्क, अमरावती। जिले में रेत माफिया हमेशा से सक्रिय रहे हैं। जिले के 110 रेत घाट पर गिद्ध नजर बनाए रखे रहते हैं। अमरावती के साथ मध्य प्रदेश व वर्धा परिसर से बिना दस्तावेज और रॉयल्टी के रेत तस्करी करते हैं। जिससे शासन को सालाना करोड़ों रुपए के राजस्व की चपत लग रही है। इसी कड़ी में मई 2023 से मई 2024 तक जिले में रेत तस्करी के 866 मामले विभिन्न थानों में दर्ज हुए हैं। जिसमें 1240 आरोपियों पर मामला दर्ज करते हुए उनसे 22 करोड़ रुपए से अधिक का जुर्माना वसूला गया है। बता दें कि रेत तस्करी के लिए आरोपी अधिकांश ट्रैक्टर-ट्रॉली तथा टिप्पर ट्रक का इस्तेमाल करते है, लेकिन जब रेत चोरी पकड़ी जाती है तो किसी तरह की रॉयल्टी तथा दस्तावेज नहीं होने का तथ्य सामने आता है। इसी तरह के दर्ज 866 मामलों में 963 वाहन अब तक जब्त किए गए, उनमें से 665 वाहनों के अधूरे दस्तावेज और प्रादेशिक परिवहन का टैक्स नहीं भरे जाने से वाहन अभी भी जब्ती में बताए गए हैं।

असफल रही ट्रैप कैमरे की योजना : जानकारी के अनुसार 2017 से पहले रेत तस्करों पर शिकंजा कसने के लिए जिला प्रशासन के राजस्व विभाग द्वारा जिले के अधिकांश रेत घाट पर सीसीटीवी के साथ ट्रैप कैमरे लगाए गए थे। शुरुआत में कई तस्करों का पर्दाफाश होते ही तेजी से मामले दर्ज होते रहे, लेकिन तस्करों ने नए-नए हथकंडे अपनाकर सीसीटीवी व ट्रैप कैमरों की चोरी करने के साथ तोड़फोड़ कर दी थी। जिससे सरकार की यह योजन असफल रही। जिसके बाद से रेत तस्करी के मामलों में तेजी से इजाफा होता देखा गया है। रेत घाट नीलामी की नई प्रक्रिया भी रेत तस्करी पर बेअसर साबित हो रही है। जिससे खनिज संपदा में सबसे महत्वपूर्ण रेत चोरी व तस्करी से शासन को प्रति वर्ष करोड़ों के राजस्व से हाथ धोना पड़ रहा है।

तस्करों की बढ़ती गुंडागर्दी : गौरतलब है कि रेत तस्करी में माफिया लाखों-करोड़ों रुपए अवैध रूप से कमाते हंै। जबकि बढ़ते निर्माण कार्य को लेकर रेत की डिमांड भी उसी रफ्तार से बढ़ती देखी गई है। जहां आज एक ट्रक रेत खरीदी करने के लिए 60 से 70 हजार रुपए खर्च करने पड़ते हंै। वहीं कई बार राजस्व विभाग तथा पुलिस द्वारा ऑन रोड कार्रवाई करने पर तस्कर अधिकारी-कर्मचारियों को डरा धमकाते व मारपीट कर गुंडागर्दी करते दिखाई देते है। यहां तक की ट्रैक्टर-टिप्पर उन पर चढ़ाकर रौंदने का प्रयास तक करते हंै। ऐसे मामले इन दिनों बढ़े हैं।


Created On :   15 Jun 2024 9:37 AM GMT

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