सुसाइड: आर्थिक तंगी से त्रस्त होकर खेत मजदूर ने लगाई फांसी, युवती भी फंदे पर झूली

आर्थिक तंगी से त्रस्त होकर खेत मजदूर ने लगाई फांसी, युवती भी फंदे पर झूली
  • खेती में काम करता था मजदूर
  • आर्थिक तंगी और कर्ज से था परेशान
  • घर न लौटने पर परिजन ढूंढ रहे थे

डिजिटल डेस्क, अंजनगांव सुर्जी (अमरावती)। आर्थिक तंगी से त्रस्त होकर एक अधेड़ द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या की गई। घर से बाहर गए व्यक्ति द्वारा मंगलवार को पेड़ पर फांसी लगा ली गई। 23 अप्रैल को सुबह करीब 11 बजे शहर से दो किलोमीटर दूर बोरबन खेत में फांसी लगाकर आत्महत्या करने की घटना सामने आई थी। मृतक का नाम वासुदेव महादेवराव नेमाडे है।

जानकारी के मुताबिक 55 वर्षीय नेमाडे अंबापेठ, अंजनगांव सुर्जी निवासी है। वह सोमवार को घर से बाहर गया था। कल से घर नहीं लौटने के कारण घर वाले परेशान थे। जब मृतक के रिश्तेदारों ने उसकी तलाश की तो खेत की धुरी पर एक पेड़ से लटका हुआ पाया। परिजनों ने घटना की जानकारी अंजनगांव सुर्जी पुलिस थाने को दी।

मृतक वासुदेव नेमाडे के परिवार में उनकी मां, पत्नी और दो बच्चे हैं। मृतक एक भूमिहीन खेत मजदूर था और मजदूरी करके अपना जीवन-यापन करता था। पता चला कि मृतक ने आर्थिक तंगी से त्रस्त होकर आत्महत्या की है। लेकिन इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए अंजनगांव ग्रामीण अस्पताल में भेज दिया।

युवती फांसी पर झूली : विवाह के एक सप्ताह पूर्व उच्च शिक्षित युवती द्वारा अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली गई। एक पढ़ी-लिखी युवती द्वारा अपने ही घर में फांसी लगाने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना मंगलवार दोपहर 1.30 बजे के बीच घटी। युवती का नाम राधिका प्रभाकर सोलंके (28) है, जिसकी 1 मई को शादी होनी थी। राधिका एक स्थानीय स्कूल में शिक्षिका थी, साथ ही उच्च शिक्षित होने के कारण वह नौकरी पाने की कोशिश भी कर रही थी, इस बीच उसकी शादी मोर्शी तहसील के एक इंजीनियर लड़के से हो गयी। दोपहर करीब 1 बजे उसने खुद को अपने कमरे में बंद कर लिया और फांसी लगा ली। जब घर के सदस्यों को पता चला तो चीखने लगे। आसपास रहने वाले युवकों ने दौड़कर दरवाजा तोड़ा, लेकिन तब तक राधिका की मौत हो चुकी थी। फांसी क्यों लगाई गई, इसका पता नहीं चल सका है।


Created On :   24 April 2024 10:54 AM GMT

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