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लापरवाही: साफ-सफाई की अनदेखी पड़ी महंगी, गोविंदा संस्था की 10 डिपो की सफाई के ठेके किए रद्द
- अब नए सिरे से निकाली जाएगी निविदाएं
- संस्था को ब्लैक लिस्ट में डाला , सुरक्षा रकम भी जब्त
- जगह-जगह कचरे के ढेर, कर्मचारी नदारद
डिजिटल डेस्क, अमरावती। अमरावती जिले में 8 प्रमुख बस डिपो के साथ ही लगभग 16 से 17 छोटे डिपो का समावेश है। बस डिपो परिसर की स्वच्छता कायम रहनी चाहिए इस उद्देश्य से राज्य परिवहन निगम की ओर से सभी डिपो के स्वच्छता के ठेके दिए जाते हैं। पिछले वर्ष मार्च महिने में स्वच्छता के ठेके के लिए निविदा निकाली गई थी। जिसमें से 10 डिपो की स्वच्छता का ठेका स्थानीय गोविंदा सफाई कामगार नागरी सेवा सहकारी संस्था को दिया था। ठेका देने के बाद सभी 10 डिपो की स्वच्छता ठीक से नहीं करने के कारण और बार-बार सूचना देने पर भी स्वच्छता के कामों में कोई परिवर्तन नहीं आने से आखिरकार विभाग नियंत्रक निलेश बेलसरे ने 10 डिपो का गोविंदा सफाई संस्था का ठेका रद्द कर इस संस्था को ब्लैक लिस्ट में डाला है और उसकी सुरक्षा रकम भी जब्त कर ली है।
जानकारी के अनुसार जिले के बस डिपो में से गोविंदा सफाई कामगार नागरी सेवा सहकारी संस्था को अमरावती के मध्यवर्ती बस डिपो के साथ ही राजापेठ, वरुड, परतवाड़ा, चिखलदरा, चांदुर रेलवे, चांदुर बाजार, तिवसा, धामणगांव रेलवे व दर्यापुर के बस डिपो का स्वच्छता का ठेका दिया था। 1 मार्च 2023 को इन सभी 10 डिपो के स्वच्छता के वर्क ऑर्डर भी गोविंदा सफाई संस्था को दिए थे। ठेका लेने के बाद संबंधित ठेकेदार ने निविदा में दी गई सूचना व नियमों का पालन करना जरूरी था। किन्तु सफाई न होने से हर डिपो के व्यवस्थापक की ओर से विभागीय नियंत्रक को विविध शिकायतें आ रही थीं। बस डिपो में कई जगह पर कचरे के ढेर लगे दिख रहे थे। कुछ जगह पर कामगार अनुपस्थित रहते थे। अमरावती बस डिपो का सभी कचरा डिपो परिसर में ही फैला दिखाई दे रहा था। हालांकि कचरा एक जगह पर जमा करने के बाद उसे उठाकर ले जाने की जिम्मेदारी संबंधित ठेकेदार की थी। उसने नियम व शर्तों का पालन नहीं करने से विभाग नियंत्रक ने गोविंदा सफाई कामगार नागरी सेवा सहकारी संस्था के सभी 10 डिपो के सफाई ठेके रद्द कर उसे ‘ब्लैक लिस्ट’ में डाला है। वहीं उसकी सुरक्षा रकम भी जब्त कर ली।
स्वच्छता को लेकर विशेष सूचना व नियमावली दी थी : राज्य परिवहन निगम ने स्वच्छता को लेकर हाल ही में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। बस डिपो व परिसर को स्वच्छ रखने बाबत विशेष सूचना व नियमावली घोषित की थी। जिसके तहत निविदा प्रक्रिया में एसटी बस डिपो के परिसर को देखते हुए कामगारों की संख्या कितनी रहनी चाहिए यह भी निश्चित किया था। इन सभी नियम व शर्तों का पालन नहीं करने से 29 जनवरी को गोविंदा सफाई संस्था का ठेका रद्द किया गया।
नए ठेकेदार की नियुक्ति तक दिहाड़ी कर्मी करेंगे सफाई : जिन डिपो के स्वच्छता के ठेके रद्द किए गए हैं, वहां के डिपो मैनेजर को रोजनदारी से सफाई कामगार लगाकर डिपो परिसर की स्वच्छता को कायम रखने के निर्देश दिए हैं। बुधवार को नई निविदा सूचना जारी की जाएगी और जल्द ही सभी 10 डिपो में नए ठेकेदार नियुक्त होंगे। वर्तमान में गोविंदा सफाई संस्था की 10 डिपो के ठेके रद्द कर उसे ‘ब्लैक लिस्ट’ में डाला है। - निलेश बेलसरे, विभाग नियंत्रक, एसटी
Created On :   31 Jan 2024 4:22 PM IST