राजनीति सफर: ग्राम पंचायत से संसद तक पहुंचने वाले बलवंत ने तय किया लिपिक से अपना सफर...

ग्राम पंचायत से संसद तक पहुंचने वाले बलवंत ने तय किया लिपिक से अपना सफर...
  • सरपंच बने, जिप सदस्य, वित्त सभापति की जिम्मेदारी भी संभाली
  • विधायक बने और अब पहुंचे देश की सबसे बड़ी पंचायत में
  • सामान्य किसान परिवार के बेटे ने खूब कमाया नाम

डिजिटल डेस्क, अमरावती । अमरावती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से सर्वाधिक वोट बंटोरने में कामयाब बलवंत वानखड़े राजयोग के मामले में जिले के सभी धुरंधर लोकप्रतिनिधियों में बेहद भाग्यशाली हैं। जिले के डीजेड वाकपांजर वोकेशनल महाविद्यालय ठिलोरी से एक कनिष्ठ लिपिक से अपना सफर शुरू करनेवाले बलवंतराव ने वर्ष 2005 में कनिष्ठ लिपिक पद से स्वेच्छानिवृत्ति लेकर लेहगाव ग्रामपंचायत से राजनीतिक सफर शुरू किया। तबसे लेकर अब-तक उन्होंने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

विशेष उल्लेखनीय है कि, सरपंच से विधायक तक तथा विधायक से सांसद बनने तक के सफर में उन्हें हर बार अपने वर्तमान पद से त्यागपत्र देना पड़ा है। 2 जुलाई 1967 में दर्यापुर तहसील अंतर्गत ग्राम लेहगाव निवासी एक सामान्य किसान परिवार में जन्मे बलवंत बसवंत वानखड़े महार जाति से आते हैं। वे बीए स्नातक हैं। डीजेड वाकपांजर वोकेशनल महाविद्यालय ठिलोरी में बतौर कनिष्ठ लिपिक कार्यरत बलवंतराव को पहला राजनीतिक मौका वर्ष 2005 में मिला। तब उन्होंने कनिष्ठ लिपिक पद से स्वेच्छानिवृत्ति लेकर राजनीतिक सफर पर चलने निकल पड़े, और लेहगावं ग्रामपंचायत में 2005 से 2010 तक ग्राप सदस्य तथा सरपंच पद पर रहे। बाद में उन्हें जिला परिषद चुनाव लड़ने का मौका मिला, जिसमें विजयी होकर वे वर्ष 2012 से 2017 तक जिला परिषद सदस्य निर्वाचित हुए। इस बार उन्हें दूसरी बार अपने वर्तमान पद (सरपंच) से इस्तीफा देना पड़ा। जिला परिषद में जीत कर पहुंचे बलवंत ने स्वास्थ्य तथा वित्त सभापति के रूप में काम किया।

2012 से 2017 तक बतौर जिप सदस्य और 2017 से 2019 तक वे बतौर जिप सभापति रहे। दर्यापुर कृषि उपज मंडी में भी 2005 से 2020 तक संचालक रहे। स्व.दादासाहब गवई तथा डी.जेड.वाकपांजर के मार्गदर्शन में उन्होंने रिपाई (गवई गुट) में विविध महत्वपूर्ण पद संभाले। वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में दर्यापुर विधानसभा सीट आरक्षित हुई तो में उन्होंने विधानसभा चुनाव का पहला दांव आजमाया, उस चुनाव में वे दूसरे नंबर पर आये थे। उसके बाद 2014 के विधानसभा में भी उनको पराजय का सामना पड़ा। लेकिन 2019 का विधानसभा चुनाव उनके नाम रहा और इस चुनाव में वे दर्यापुर विधानसभा से 30 हजार वोटों की बढ़त से विधायक निर्वाचित हुए। वर्तमान में विधायक पद पर रहते समय ही उन्हें कांग्रेस ने अमरावती लोकसभा का प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा।

Created On :   5 Jun 2024 3:19 PM IST

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