रोष: पुलिस अधिकारियों के साथ बदसलूकी के आरोपी की कस्टडी वार्ड में मौत

पुलिस अधिकारियों के साथ बदसलूकी के आरोपी की कस्टडी वार्ड में मौत
  • शरीर पर चोट के निशान देखकर जेल में रखने के लिए अधीक्षक ने कर दिया था मना
  • परिजनों ने पुलिस पर मारपीट के लगाए आरोप, लाश उठाने से किया इंकार
  • जमानत के दस्तावेज लेकर आई मां को मिली बेटे की मौत की खबर

डिजिटल डेस्क, अमरावती। जिला सरकारी अस्पताल (इर्विन) के कस्टडी वार्ड में एक आरोपी की उपचार के दौरान गुरुवार की शाम मौत हो गई। जिसे लेकर शुक्रवार को मृतक के परिजनों ने चांदुर रेलवे थाना पुलिस पर मारपीट किए जाने का आरोप लगाते हुए लाश लेने से इंकार कर दिया। आखिरकार एसपी के आश्वासन पर शुक्रवार को शाम 4.30 बजे शव उठाने के लिए परिजन राजी हुए। रितेश अशोकराव मेश्राम (33, चांदुर रेलवे) मृतक का नाम है। जिसे 11 जून को गिरफ्तार किया था। वारंट के तहत चांदुर रेलवे से अमरावती लाया गया था। इस मामले में पुलिस ने फिलहाल आकस्मिक मौत का मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार रितेश अशोकराव मेश्राम पर 14 अप्रैल 2019 में हंगामा करने के चलते उसे पकड़कर थाने में ले जाया गया था। तब रितेश ने मौजूद पुलिस अफसर के साथ गालीगलौज कर विवाद किया था। जिसके तहत पुलिस ने अशोक मेश्राम के खिलाफ सरकारी कामकाज में बाधा डालने के चलते मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया था। जिसके कुछ दिनों बाद रितेश को जमानत भी मिली थी। लेकिन अदालत की तारीख पर गैरहाजिर रहने से अदालत ने रितेश मेश्राम का वारंट जारी किया था। जानकारी के अनुसार चांदुर रेलवे पुलिस ने सोमवार 10 जून की रात रितेश को हिरासत में लिया था। 11 जून को अमरावती की अदालत में लाया गया। जिसके बाद मध्यवर्ती कारागार में ले जाया गया। लेकिन शरीर पर चोट के निशान और रितेश की हालत को देखते हुए उसे जिला अस्पताल के पुलिस कस्टडी वार्ड में दाखिल कर दिया था। 12 जून को रितेश की मां उसके पास रुकी थी। लेकिन 12 जून की शाम वापस चांदुर रेलवे गई और जमानतदार लेकर 13 जून को अमरावती पहुंची। अदालत से जमानत मिली। 5 बजे तक रितेश की मां मध्यवर्ती कारागृह के दरवाजे पास बैठी रही। लेकिन रितेश को वहां पर नहीं लाने से जिला अस्पताल पहुंची। तब बताया गया कि रितेश सो रहा है। लेकिन एक घंटे के बाद पता चला कि रितेश की मौत हो गई है। ऐसा सुनते ही रितेश की मां को सदमा लगा।

एसपी कार्यालय पर आंदोलन : मृतक के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए लाश लेने से इंकार किया। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर ठिया आंदोलन किया। जहां दोषी अधिकारी व कर्मचारियों पर कठोर कार्रवाई की मांग परिजनों द्वारा की गई । एसपी विशाल आनंद ने जांच का आश्वासन दिया है।

पैर और कंधे पर चोट के निशान थे : जानकारी यह भी मिली है कि 10 जून की रात चांदुर रेलवे पुलिस ने रितेश को हिरासत मंे लेने के बाद 11 जून को स्थानीय अस्पताल में स्वास्थ्य जांच कराई तक रितेश को कुछ नहीं हुआ था। लेकिन अमरावती लाने के बाद रितेश कंधे और पैर पर काफी चोटों के निशान दिखाई दिए। रितेश के मौत की जानकारी मिलते ही मध्यवर्ती कारागृह के सिपाही मंगेश सोलंके की शिकायत पर पुलिस ने फिलहाल आकस्मिक माैत का मामला दर्ज कर लिया है।


Created On :   15 Jun 2024 2:49 PM IST

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