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Amrawati News: मनरेगा की मजदूरी नहीं मिलने से भूख से व्याकुल गुणवंत फांसी पर झूला
![मनरेगा की मजदूरी नहीं मिलने से भूख से व्याकुल गुणवंत फांसी पर झूला मनरेगा की मजदूरी नहीं मिलने से भूख से व्याकुल गुणवंत फांसी पर झूला](https://www.bhaskarhindi.com/h-upload/2025/02/06/1400774-fansi.webp)
- प्रशासन की घोर लापरवाही के चलते नहीं मिली 3,775 रुपए की मजदूरी
- भूख नहीं सहन कर पाया तो फंदे पर लटक गया
- कई-कई महीने मजदूरी नहीं मिलने से मजदूरों पर भुखमरी की नौबत
Amrawati News महाराष्ट्र में सबसे अधिक आदिवासी मजदूरों को मनरेगा में रोजगार उपलब्ध कराने वाले चिखलदरा तहसील के गांगरखेड़ा में एक आदिवासी मजदूर गुणवंत काल्या धिकार (32) ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर भुखमरी से छुटकारा पा लिया है। घटना मंगलवार की शाम 4 बजे की है। मेलघाट के जंगल में रोजगार गारंटी योजना का पूरा भुगतान नहीं हो पाने के कारण भुखमरी के चलते उसने जीवन लीला समाप्त कर ली।
चिखलदरा के तहसीलदार जीवन मोरणकर ने इस आदिवासी मजदूर की आत्महत्या का कारण मजदूरी लंबित रहना नकार दिया, लेकिन स्पष्टीकरण में उसकी निधि के अभाव में 3,775 रुपए बकाया रहने की बात भी स्वीकार की। तहसीलदार ने जारी बयान में स्वीकार किया है कि गुणवंत की चार हाजिरी पत्रक के अनुसार 3 हजार 775 रुपए की मजदूरी बकाया थी। शायद तहसीलदार की नजर में यह रकम मामूली है, लेकिन इस मजदूर के लिए पापी पेट का प्रश्न था। फिर भी प्रशासन अपनी खाल बचाने असंवेदनशीलता दिखाने से बाज नहीं आ रहा है। आदिवासी बहुल चिखलदरा तहसील के गांगरखेड़ा में आदिवासी मजदूर ने रोजगार गारंटी योजना के तहत किए गए काम की मजदूरी नहीं मिलने से व्यथित होकर आत्महत्या कर ली। चार महीने पहले गुणवंत काल्या धिकार ने काम किया था। लेकिन उसे मजदूरी पूरी नहीं मिली थी। इसी को लेकर वह परेशान था। प्रशासन ने यद्यपि आरोप को ठुकराया है ।
मजदूरी बकाया है : गुणवंत को 9 हजार 113 रुपये की मजदूरी प्रदान की गई। निधि के अभाव में 3 हजार 775 रुपये की मजदूरी बकाया है। -जीवन मोरणकर, तहसीलदार, चिखलदरा
पत्नी मायके चली गई थी : मेलघाट के जंगल में रोजगार गारंटी योजना के काम चलते रहते हैं। लेकिन, मजदूरों को दिहाड़ी कई-कई महीने तक नहीं मिलती है। इससे उन पर भुखमरी की नौबत आती है। बताते हैं कि गुणवंत धिकार की पत्नी भुखमरी से तंग आकर मायके चली गई थी। योजना के कार्यों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी भी दिखाई देती है। ऐसे में मनरेगा मजदूर गुणवंत की आत्महत्या को लेकर प्रशासन कटघरे में आ गया है।
Created On :   6 Feb 2025 9:05 AM IST