Amrawati News: कार्यालय में पंजीयन तो करवाया पर विवाह के लिए पहुंचे ही नहीं 125 जोडे़

कार्यालय में पंजीयन तो करवाया पर विवाह के लिए पहुंचे ही नहीं 125 जोडे़
  • नोटिस देने के बावजूद नहीं हुए हाजिर
  • पंजीकृत विवाह के लिए आवेदन ऑनलाइन अनिवार्य

Amrawati News भारतीय संस्कृति में विवाह को सबसे महत्वपूर्ण संस्कार माना जाता है। जोड़ी हमारी, सबसे प्यारी, सबसे न्यारी। संस्कृति की डोर में बंधने के लिए विवाह आठ प्रकार के बताए गए है। इन सबसे इतर, न बैंड बाजा, न बारात, मात्र 300 रुपये में विवाह के परिणयसूत्र में बंधने के लिए पंजीकृत विवाह को सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है। पंजीयन के बावजूद विवाह करने के लिए 125 जोड़े कार्यालय में पहुंचे ही नहीं।

यहां बता दें कि इस वर्ष 1246 जोड़े ने पंजीयन कार्यालय में विवाह रचाया है। विगत वर्ष 1032 जोड़े ने पंजीयन कर विवाह रचाया था। पंजीयन कार्यालय से विवाह का दिन-ब-दिन ट्रेंड बढ़ता ही जा रही है। लाजमी है,़डेस्टिनेशन वेडिंग के बढ़ते ट्रेंड की वजह से मध्यमवर्गीय परिवारों को सबसे ज्यादा खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। इसका सीधा असर, सामाजिक व्यवस्था पर पड़ रहा है। आमतौर पर प्रेम विवाह के बाद टूटते रिश्ते, परंपरागत विवाह के बाद टूटते रिश्ते तो देखे गए, लेकिन यहां पंजीयन कार्यालय में पंजीकृत कराने के बावजूद 10 फीसदी जोड़े विवाह करने के लिए पहुंचे ही नहीं।

सभी को किया नोटिस जारी : वैसे पंजीकृत विवाह के लिए आवेदन अब ऑनलाइन अनिवार्य किया गया है। आवेदन के बाद आवेदक को विवाह पंजीयन की तारीख मुकर्रर की जाती है। उस दिन कार्यालय में पहुंचना अनिवार्य हैं। वर्षभर में आए आवेदनों में 12 फीसदी आवेदक पंजीयन विवाह करने पहुंचे नहीं है। सभी को उनके बताए गए पते तथा ई-मेल के जरिये नोटिस जारी किए गए हैं। सुनील वाडेवाले, -विवाह पंजीयन अधिकारी, अमरावती।

Created On :   10 Jan 2025 2:01 PM IST

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