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दबिश: एक लाख की लालच में ठगों को बेच दिए बैंक खाते , अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश
- डेढ़ करोड़ की ठगी मामले में युवती समेत पांच गिरफ्तार
- शेयर मार्केट और क्रिप्टो करेंसी का देते थे झांसा
- विदेश से जुड़े कनेक्शन, सूत्रधार की तलाश में शहर पुलिस दिल्ली रवाना
डिजिटल डेस्क, अमरावती। शेयर मार्केट व क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर बड़ा मुनाफा कमाने का झांसा देकर ठगने वाले एक ऐसे अंतरराज्यीय गिरोह का राज फाश करने में अमरावती शहर पुलिस कामयाब रही। जो निर्धन युवाओं को 1 लाख रुपए देकर उनके नाम से बैंक खाता खुलवाते। फ्राॅड की रकम इन युवाओं के खाते में जमा होती। विड्रॉल कर यह गिरोह मालामाल हो जाता। बैंक खातों के कारण यह युवा फंस जाते।
शहर के एक चिकित्सक की पत्नी को शेयर मार्केट और क्रिप्टो करंेसी के नाम पर 1 करोड़ 53 लाख 77 हजार से ऑनलाइन ठगा गया था। 27 जून को साइबर सेल में धोखाधड़ी का मामला दर्ज होते ही पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी तब कई चौंकाने वाले मामले खुलकर सामने आए। जहां अमरावती की युवती और अकोला के कुछ युवकों के खाते में वह रुपए जमा होने की जानकारी सामने आई। पुलिस ने आरोपी दक्षता संजय डोंगरे (24) व अकोला से शुभम नागेशराव गोलाए (23), गौरव शांतिलाल अग्रवाल (23), नमन गजानन डहाके (23) और रवि रामसुभाष मौर्या (33) को गिरफ्तार किया। इस मामले में दिल्ली के ठगबाज को पकड़ने शहर पुलिस रवाना हो गई है।
इस फ्रॉड गिरोह का विदेशी कनेक्शन भी सामने आया है। फिलिपिंस से पूरे देश में शेयर मार्केट के नाम पर यह रैकेट चलाने वाला मास्टर माइंड मोहित भोपाल बताया जा रहा है। जो दिल्ली से भागकर वहां से यह गोरखधंधा ऑपरेट कर रहा है।
दो दिन में 216 खातों में रुपए किए इधर से उधर : ठगबाजी से पर्दाफाश होते ही ठगी हुई रकम बैंक द्वारा सीज न की जाए इसलिए शातिर ठगबाजों ने लाखों रुपए की रकम 216 खातों में इधर से उधर कर रख दी थी। जहां पुलिस द्वारा खंगाले गए 14 बैंक खाते के पश्चात सारी जानकारी प्राप्त हुई। डेढ़ करोड़ के इस ठगबाजी मामले में पुलिस ने 7 लाख 45 हजार रुपए की रकम सीज करने में सफलता प्राप्त की है।
एक दल दिल्ली रवाना अमरावती-अकोला के आरोपी दबोचने के बाद दिल्ली में छिपे बैठे ठगबाजों को पकड़ने के लिए अमरावती पुलिस का एक दल गुरुवार को दिल्ली रवाना हुआ है। जिससे ठगबाजों को लेकर और भी कई चौकानेवाले मामलों का खुलासा हो सकता है।
लालच में बैंक से निकाला 75 लाख का लोन : पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने गुरुवार को दोपहर में पत्र परिषद में इस फ्रॉड की जानकारी दी। शिकायतकर्ता महिला पिछले छह महीने से शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के नाम पर रुपए निवेश कर रही थी। शुरुआत में महिला को 4 से 5 लाख रुपए मिले। जिसके बाद महिला ने रुपए निवेश करती चली गई। तब संबंधित क्रिप्टो करंेसी कंपनी के फर्जी एप में महिला के खाते में 4 करोड़ की रकम जमा बताई गई थी। लेकिन सारी रकम एक साथ निकालने के लिए ठगबाजों ने अलग-अलग इनकम टैक्स बताकर 75 लाख रुपए भरने के लिए कहा। महिला ने अपने पति से चर्चा कर बैंक की एफडी तोड़कर 75 लाख का लोन निकाला और आरोपियों को ट्रांसफर किया। दो दिन तक किसी तरह की हलचल न होने से फिर धोखाधडी का शक हुआ था।
बैंक खाता बेचने के एवज में मिलता था 1 लाख रुपए कमीशन : अमरावती के एक मॉल में महज 10 हजार रुपए महीने से काम करनेवाली युवती के खाते में 42 लाख रुपये जमा थे। लेकिन इसकी जानकारी युवती को नहीं थी। क्योंकि उसने अपना खाता 1 लाख रुपए लेकर ठगबाजों को बेच दिया था। इस युवती की पहचान अकोला के रवि मौर्या से कुछ दिनों पहले हुई थी। तब रवि मौर्या को भी दिल्ली के एक व्यक्ति ने बैंक खाता खोल उसे बेचने के बदले 1 लाख रुपए कमीशन दिया था। जिसके बाद रवि ने अमरावती के युवती समेत आरोपियों को अपने झांसे में फंसाकर उनसे बैंक खाते खुलवाते हुए दिल्ली में बैठे ठगबाजों के हवाले किया और उसी बैंंक खाते के आधार पर शातिर ठगबाज धोखाधड़ी का महारैकेट चलाते आ रहे हैं। ऐसे विविध राज्यों में न जाने कितने युवा हैं जिन्होंने चंद रुपए लेकर अपने बैंक खाते ठगबाजों को बेचे होंगे। आरोपियों के पास से पुलिस ने विविध बैंक के अकाउंंट, तीन चेकबुक, चार पासबुक, 20 एटीएम कार्ड, 17 सीम कार्ड, एक एसडी कार्ड, पांच रबर स्टैम्प, छह मोबाइल बरामद किए हैं।
Created On :   5 July 2024 2:34 PM IST