मौसम की मार: तेज आंधी- तूफान से कैरी गिरने से देशी आम पर मंडराया खतरा , मौसंबी को भी नुकसान

तेज आंधी- तूफान से कैरी गिरने से देशी आम पर मंडराया खतरा , मौसंबी को भी नुकसान
  • मौसम की मार से फसलों को पहुंची बड़े पैमाने पर क्षति
  • खेती के कामों में भी आ रही बाधा
  • किसानों के माथे पर फिर चिंता की लकीरें

डिजिटल डेस्क, अमरावती। मौसम की मार से फसलों को नुकसान होने के साथ ही प्राकृतिक व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। तेज हवाओं के कारण आम की कैरी गिरने लगी है। जिससे कुछ तहसीलों में देशी पके आम मिलना ही मुश्किल होने की आशंका है। चांदुर बाजार के साथ ही कापुसतलनी में देशी आम की फसल भी खतरे में है। तेज हवाओं के कारण कैरी बड़े पैमाने पर नीचे गिरकर भारी नुकसान हुआ।

पिछले कुछ वर्षों से वैसे भी पेड़ पर प्राकृितक रूप से पके हुए फल दुर्लभ होते जा रहे हैं। कुछ साल पहले तक देशी आम पेड़ पर ही पकते थे, इनके खाने का मजा ही कुछ अलग रहता था। लेकिन कुछ वर्षों से यह स्थिति बदल गई थी। तेज हवाओं के कारण बडे पैमाने पर कच्चे आम पेड़ों से गिरकर नुकसान हुआ है।

तलेगांव में खेत हुए लबालब : तलेगांव दशासर में भी पिछले कुछ समय से जारी बेमौसम बरसात का कहर अब भी जारी है। दिन में तीन प्रकार का मौसम बदल रहा है। हरदिन सुबह नहीं तो दो पहर या शाम,रात को बरसात अपनी हाजिरी लगा रही है। बेमौसमी बरसात के कारण फसलों के नुकसान के साथ ही तेज आंधी से भारी नुकसान हुआ है। बुधवार रात 10 बजे भी तलेगांव में बरसात ने अपनी झमाझम उपस्थिति जताई। इससे तीन दिन से भारी गर्मी से राहत मिली। वहीं खेती-बाड़ी में पानी ही पानी भर गया। इस बेमौसम बरसात से गर्मी व उमस ने सभी को हलाकान कर दिया है। वही खेतों के कामों पर भी प्रभाव डाला है।

सैकड़ों घरों की उड़ी टीन, संतरा और मोसंबी को भारी नुकसान

चांदुर बाजार व अंजनगांव सुर्जी में बेमौसम बािरश और आंधी के साथ ही वरुड में बुधवार को हुयी ओलावृष्टि के कारण किसानों की स्थिति अत्याधिक दयनीय हो गयी है। जिले में बुधवार को चांदूर बाजार, अंजनगांव सुर्जी, शेंदुरजनाघाट, में जहां आंधी के कारण संतरा, मोसंबी की फसल प्रभावित हुई। वहीं वरुड में बेर और आंवले के आकार के ओले गिरने से किसानों को भारी नुकसान हुआ। पिछले चार दिनों से हरदिन मौसम जहां अपना रंग बदल रहा है। वहीं दिन में तीनों मौसम का दर्शन भी करा रहा है। दिन भर मौसम अच्छा रहने और 5 बजे के बाद बदलने का सिलसिला चार दिनों से लगातार जारी है।

मंगलवार को चांदुर बाजार तहसील में बेमौसमी बारिश और तेज हवाओं के कारण सैकड़ों परिवार प्रभावित हुए। तहसील में 275 से अधिक घरों की टीन उड़ गई। जबकि 25 घरों की छत उड़ने के कारण गरीबों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तहसील के जिन गांवों में सबसे अधिक नुकसान हुअा उनमे ब्राम्हणवाडा थडी, विश्रोली, घाटलाडकी, निमखेड, कुरणखेड, बेलमंडली, सुरली, बेलखेडा, वणी, सोनोरी, गणोजा, परसोडा, वारोली, सांभोरा, रेडवा आदि गांव का समावेश है। 15 दिनों पहले बेमौसमी बारिश से फसलों को भारी नुकसान हुआ था। इससे संवरने का प्रयास कर ही रहे थे कि बेमौसमी और तेज हवाओं ने फिर एक बार किसानों को त्रस्त कर दिया।

10 मिनट जमकर बारिश: िजले की शेंदुरुजनाघाट में मंगलवार की शाम में अचानक मौसम में बदलाव आकर रात 9.30 बजे के बाद तेज हवाओं के साथ 10-15 मिनट जोरदार बारिश हुयी। इससे खेत में काटकर रखीं गयी गेहू, प्याज, हल्दी, की फसल पूरी तरह से गिली होकर किसानों को भारी नुकसान हुआ। बुधवार को सुबह से लेकर शाम तक मौसम ठीक था। लेकिन शाम को अचानक बादल और तेज हवायें चलने लगी, हवाओं के कारण भारी नुकसान हुआ। अंजनगांव सुर्जी में भी बारिश तथा तेज हवाओं के कारण काफी नुकसान होने की जानकारी मिली है।

Created On :   26 April 2024 8:31 AM GMT

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