अमरावती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 26 अप्रैल को मतदान , मेलघाट में है सर्वाधिक 354 मतदान केंद्र

अमरावती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 26 अप्रैल को मतदान , मेलघाट में है सर्वाधिक 354 मतदान केंद्र
  • 6 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 1983 मतदान केंद्र
  • 2673 कंट्रोल यूनिट और इतने ही बैलेट यूनिट का समावेश
  • मतदान केंद्रों पर ईवीएम ले जाने के लिए डीपीएस सिस्टम युक्त वाहनों का प्रयोग

डिजिटल डेस्क, अमरावती । अमरावती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 26 अप्रैल को मतदान होगा। इसके लिए संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 6 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 1983 मतदान केंद्र स्थापित किए गए है। जिनिर्वाचन क्षेत्र में 26 अप्रैल को मतदानसमें सर्वाधिक 354 मतदान केंद्र आदिवासी बहुल क्षेत्र मेलघाट में हैं। जिला चुनाव अधिकारी सौरभ कटियार ने दैनिक भास्कर को बताया कि इन सभी निर्धारित मतदान केंद्रों पर ईवीएम ले जाने के लिए डीपीएस सिस्टम युक्त वाहनों का प्रयोग किया जाएंगा। पुलिस के कड़े बंदोबस्त में यह ईवीएम मशीनें संबंधित मतदान केंद्रों को उपलब्ध कराई जाएंगी। जिसमें 2673 कंट्रोल यूनिट और इतने ही बैलेट यूनिट का समावेश रहेगा। निर्वाचन आयोग के आदेशानुसार कड़े प्रबंधों में ईवीएम मशीनों को मतदान केंद्रों में लाने ले जाने का काम किया जाएगा।

2872 वीवीपीएटी का प्रबंध : मतदाताओं ने ईवीएम मशीन पर अपने पसंदीदा उम्मीदवार के सामने का बटन दबाकर मतदान करने के बाद अपना वोट किसे मिला। इसकी जानकारी प्राप्त करने के लिए सभी 1983 मतदान केंद्रों पर कुल मिलाकर 2872 वीवीपीएटी उपलब्ध कराई जा रही है। ताकि मतदाताओं को कोई असुविधा ना हो पाए।

232 बसों व 522 फोर व्हीलर की जरूरत : जिला चुनाव अधिकारी ने वाहनों की व्यवस्था का जिम्मा जिला खनिज कर्म अधिकारी इमरान शेख को सौंपा है। उन्होंने बताया कि मतदान केंद्रों पर अधिकारियों व कर्मियों को लाने ले जाने के लिए कुल 232 एसटी बसों की जरूरत हैं। जबकि 522 फोर व्हीलर आवश्यक हैं। इनमें 159 फोर व्हीलर एक महीने के लिए चाहिए।

राणा पर 1 अप्रैल के बाद फैसला : निवर्तमान सांसद नवनीत राणा के जाति प्रमाण पत्र को लेकर सुप्रीम कोर्ट का बहुप्रतिक्षीत फैसला 1 अप्रैल के बाद आने की संभावना है। इस फैसले के मद्देनजर भाजपा ने भी अपनी तैयारी कर रखी है। सूत्रों की माने तो नवनीत राणा का फैसला विरोध में जाता है तो भाजपा की टिकट पर अमरावती सीट से चुनाव लड़ने के लिए 3 इच्छुक उम्मीदवार तैयार है। जिसमें मूर्तिजापुर निवासी अभिनेत्री कल्याणी सरोज वारुले का नाम सबसे ऊपर चल रहा है। उसी तरह अमरावती से सांसद रह चुके तत्कालीन राज्यपाल रासु उर्फ दादासाहब गवई की बेटी कीर्ति अर्जुन का नाम भी चर्चा में है। अन्य एक संभावित उम्मीदवार में अमरावती में अनेक वर्षों तक अपनी सेवाएं दे चुके एक आईएएस अधिकारी का नाम भी सामने आ रहा है।

हालांकि भाजपा के अधिकृत सूत्रों से इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन बताया जाता है कि भाजपा सुप्रीम कोर्ट के फैसले की प्रतीक्षा में है। यह फैसला आ जाने के बाद ही अमरावती सीट पर भाजपा के उम्मीदवार का फैसला लिया जाएंगा। उल्लेखनीय है कि एससी के लिए आरक्षित अमरावती संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से वर्ष 2019 में नवनीत राणा ने इस सीट से दो बार के सांसद रहे एकत्रित शिवसेना के प्रत्याशी आनंदराव अड़सूल को 36,951 वोटों से हराया था। आनंदराव को कुल 4 लाख 73 हजार 996 वोट पड़े थे। जबकि नवनीत राणा ने कुल 5 लाख 10 हजार 947 वोट प्राप्त किए थे। जिसके बाद से अडसूल लगातार नवनीत राणा के जाति प्रमाण पत्र को लेकर अदालती लड़ाई लड़ रहे है। उनकी याचिका पर ही मुंबई हाई कोर्ट ने राणा के जाति प्रमाण पत्र को खारिज कर दिया था। जिसे राणा ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। लंबे समय से सुको में चली सुनवाई के बाद अब फैसले की बेसब्री से प्रतीक्षा की जा रही है। इसी फैसले पर राणा का राजनीतिक भविष्य निर्भर है।

Created On :   27 March 2024 3:53 PM IST

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