जांच: अमरावती जिले की 155 ग्राम पंचायतें रेड जोन में जाने का खतरा बढ़ा

अमरावती जिले की 155 ग्राम पंचायतें रेड जोन में जाने का खतरा बढ़ा
  • जिप ने की जिले की 834 ग्राम पंचायतों के जलस्रोतों की जांच
  • जलस्त्रोत की जांच के अनुसार दिए जाते हैं कार्ड
  • स्वच्छता सर्वेक्षण में हुआ सनसनीखेज खुलासा

विजय धामोरीकर , अमरावती । जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग की ओर से साल में दो बार जिले की सभी ग्राम पंचायतों के अंतर्गत सभी जलस्त्रोत की जांच की जाती है। इस जलस्त्रोत की जांच के अनुसार संबंधित ग्राम पंचायतों को येलो कार्ड, ग्रीन कार्ड और रेड कार्ड दिए जाते हैं। ग्राम पंचायतों के सर्वे में किए गए उपायो के अनुसार उन्हें अंक देकर यह तय किया जाता है कि कितनी ग्राम पंचायतें रेड कार्ड में हैं और कितनी येलो और ग्रीन कार्ड में हंै। अमरावती जिले में वर्तमान स्थिति में रेड जोन में 834 ग्राम पंचायतों में से एक भी ग्राम पंचायत नहीं है। लेकिन 155 ग्राम पंचायतों को येलो कार्ड दिए गए हंै। इन ग्राम पंचायतों ने जलस्रोत सुधारने प्रभावी उपाय नहीं किए थे। जिससे 155 ग्राम पंचायतें रेड जोन में जाने का खतरा बना हुआ है। जिप के स्वास्थ्य विभाग की ओर से बारिश से पहले और बारिश के दौरान संबंधित गांवों के जलस्रोतों की जांच की जाती है। जिसे जिप का स्वास्थ्य विभाग स्वच्छता सर्वेक्षण कहता है। जिसमे ग्राम पंचायत के जलस्रोत के पास रहने वाली गंदगी को देखते हुए उन्हें अंक दिए जाते हैं।

क्या है रेड, यलो और ग्रीन कार्ड : रेड कार्ड में तीव्र जोखिमवाली ग्राम पंचायत, येलो कार्ड में मध्यम जोखिमवाली ग्राम पंचायत और ग्रीन कार्ड में सौम्य जोखिम के ग्राम पंचायत का समावेश किया जाता है। गांव में प्रमुखता से नल, बोरवेल और कुएं यह तीन मुख्य जलस्रोत रहते हैं। इन जलस्रोतों के आसपास गटर, गाय और भैसों का तबेला और शौचालय रहने पर यह सभी वहां से हटाने की सूचना संबंधित ग्राम पंचायतों को दी जाती हैं। जिसमें 155 ग्राम पंचायतें वर्तमान में मध्यम जोखिम भरी पाई गई और 688 ग्राम पंचायते सौम्य जोखिम भरी रही। 155 ग्राम पंचायतों को उसके जलस्त्रोतों के अासपास का परिसर स्वच्छ कर पानी को दूषित होने से बचाने की सूचना दी गई है।

प्रभावी उपाय करने के दिए आदेश : जो 155 ग्राम पंचायतों को येलो कार्ड दिए हंै। उन्हें जलस्रोत के आसपास के परिसर को और अधिक स्वच्छ कर ग्राम पंचायत को ग्रीन कार्ड में लाने के लिए प्रभावी उपाय करने के निर्देश दिए हंै। अब अक्टूबर में फिर सभी 834 ग्राम पंचायतों का स्वच्छता सर्वेक्षण किया जाएगा। उसमें स्थिति स्पष्ट होगी। अनिल पारिसे, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी, जिप

Created On :   26 July 2024 10:52 AM IST

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