Remembering: फिल्म इंडस्ट्री का कम्पलीट पैकेज थे देव साहब, उनके प्यार में ताउम्र कुंवारी रही ये एक्ट्रेस

On Dev Anand Death Anniversary Know About Some Special Facts
Remembering: फिल्म इंडस्ट्री का कम्पलीट पैकेज थे देव साहब, उनके प्यार में ताउम्र कुंवारी रही ये एक्ट्रेस
Remembering: फिल्म इंडस्ट्री का कम्पलीट पैकेज थे देव साहब, उनके प्यार में ताउम्र कुंवारी रही ये एक्ट्रेस

डिजिटल डेस्क, मुम्बई।​ बॉलीवुड सुपरस्टार रहे देव आनंद अपने बेहतरीन अदाकारी के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 6 दशक तक फिल्म इंडस्ट्री पर राज किया। वे बेहतरी एक्टर होने के साथ-साथ राइटर, ​डायरेक्टर, प्रोड्यूसर भी थे। जब 3 दिसम्बर 2011 को देव साहब ने इस दुनिया को अलविदा कहा तो ऐसा लगा जैसे किसी युग का अंत हो गया। उनकी अदाकारी, उनका स्टाइल, उनके लुक्स, देव साहब की डायलॉग डिलीवरी जैसी तमाम बातें हैं, जो सदियों तक याद रहेंगी। 26 सितंबर 1923 को पंजाब में जन्में देव साहब के आज भी लाखों ​दीवाने हैं। देव आनंद ने अपने फिल्मी कॅरियर में कुल 116 फिल्मों में काम किया। आज उनकी डेथ एनीवर्सरी पर जानते हैं उनके बारे में कुछ खास बातें। 

ये थी उनकी पहली कमाई
देव आनंद का असली नाम धर्मदेव पिशोरिमल आनंद है लेकिन उन्हें बॉलीवुड में सिर्फ देव आनंद के नाम से ही जाना जाता था। उनका जन्म पंजाब में हुआ था। देव के घर वाले उन्हें चीरू कहकर बुलाते थे। देव आनंद ने अपने कॅरियर की शुरुआत 85 रुपये के वेतन पर एक कंपनी में अंकाउटेंट की नौकरी के साथ की थी। देव आनंद की एक्टिंग के अंदाज ने उन्हें हमेशा दूसरे एक्टर्स की भीड़ से अलग रखा। 

हर रोल में फिट थे देव साहब
देव आनंद के अनोखे एक्टिंग के अंदाज ने उन्हें हमेशा दूसरे से दूर रखा। रोमांस, स्टाइल और दिल को छूने वाले देव साहब बखूबी निभाते थे। एक्टर होने के तौर उन्होंने जितनी तारीफें बटौरी, उतनी आलोचना का शिकार भी उन्हें होना पड़ा। आरके नारायण के उपन्यास पर बनी फिल्म गाइड आज भी दर्शकों को पसंद है। इस फिल्म के जरिए पहली बार लिव इन रिलेशनशिप को दिखाया गया था। यह देव आनंद की पहली रंगीन फिल्म थी। इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर का फिल्म फेयर अवॉर्ड भी मिला।

कपड़ों पर लगा था बैन
देव आनंद के साथ जुड़ा एक किस्सा यह भी है कि उनके कपड़ों पर बैन लग गया था। वैसे तो ऐसा शायद ही किसी एक्टर के साथ हो, लेकिन देव साथ ऐसा हो चुका है। दरअसल, फिल्म "काला पानी" के बाद काले रंग का कोट पहनने से रोका गया। देव आनंद ने एक दौर में व्हाइट शर्ट और ब्लैक कोट को इतना पॉपुलर कर दिया था कि लोग उन्हें कॉपी करने लगे थे। कहा जाता है कि वो काले रंग के कोट में बेहद हैंडसम लगते थे और उन्हें देखने के लिए लड़कियां छत से कूद जाती थीं। इसलिए उन्हें काला कोट पहने से रोका गया था।

एक कदम आगे चलते थे देव आनंद
बॉलीवुड का कोहिनूर कहे जाने वाले देव साहब को एक्टिंग और डायरेक्शन में महारत हासिल थी। उनकी सबसे खास बात यह थी कि उन्होंने हिंदी सिनेमा को मॉर्डन बनाने में कदम उठाया। हिंदी सिनेमा में नई-नई एक्ट्रेस लांच करने का चलन देव साहब से ही शुरू हुआ था। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा, लेकिन यह बात सच है कि उन्होंने बिग-बी को छोड़कर हर बड़े स्टार के साथ काम किया था। साथ ही आपको यह भी बताते चलें कि अमिताभ बच्चन जिस "जंजीर" फिल्म से स्टार बने, उसके लिए पहले देव साहब को चुना गया था।

सुरैया के प्यार में पाग​ल थे देव साहब
देव साहब पर लाखों लड़कियां मरती थी, लेकिन देव साहब का दिल मशहूर एक्ट्रेस सुरैया के लिए धड़कता था। दोनों जब ​किसी फिल्म की शूटिंग कर रहे थे। उस दौरान सेट पर एक हादसा हो गया था। हादसे में देव साहब ने सुरैया की जान बचाई। यही वह पल था, जब दोनों एक दूसरे के प्यार में पड़ गए। 

आत्मकथा में किया था ये खुलासा 
उस वक्त सुरैया एक बड़ी एक्ट्रेस थीं और देव साहब फिल्मों में स्ट्रगल कर रहे थे। इसके बावजूद दोनों एक दूसरे के प्यार में डूबने लगे। देव साहब ने अपनी आत्मकथा में बताया था कि "काम के दौरान सुरैया से मेरी दोस्ती गहरी होती जा रही थी। धीरे-धीरे ये दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई। एक दिन भी ऐसा नहीं बीतता था जब हम एक दूसरे से बात ना करें। अगर आमने-सामने बात नहीं हो पा रही हो तब हम फोन पर घंटों बात करते रहते थे। जल्द ही मुझे समझ आ गया कि मुझे सुरैया से प्यार हो गया है।"

मजहब बना दीवार 
"लेकिन सुरैया की नानी इस प्रेम कहानी में सबसे बड़ी अड़चन थीं। सुरैया के घर में नानी की इजाजत के बगैर कुछ भी नहीं होता था। हमारी प्रेम कहानी की वो विलेन थीं। इसकी सबसे बड़ी वजह थी कि सुरैया मुस्लिम थीं जबकि मैं हिंदू।" देव साहब ने सुरैया को एक अंगूठी भी थी, लेकिन सुरैया ने वह रिंग समुद्र में फेंक दी। सुरैया ने ऐसा क्यों किया? इसका कारण पूछे बिना देव साहब वहां से वापस आ गए और महजब के चलते एक रिश्ते का अंत हो गया। इसके बाद दोनों एक दूसरे से कभी नहीं मिले। 

कल्पना कार्तिक से की लंच ब्रेक में शादी
देव साहब से प्यार के चलते सुरैया ताउम्र कुंवारी रहीं, लेकिन देव साहब ने फिल्म की नई कलाकार कल्पना कार्तिक से शादी कर ली थी। 1954 में फिल्म "टैक्सी ड्राईवर" के सेट पर देव आनंद फिल्म की नई एक्ट्रेस कल्पना कार्तिक को देखकर उनकी तरफ आकर्षित हो गए थे और फिल्म के सेट पर ही दोनों के बीच प्यार हुआ। फिर एक दिन दोनों ने लंच ब्रेक में शादी कर ली। अपने जीवन के आखिरी दिनों तक कल्पना कार्तिक देव आनंद के साथ रहीं। 

Created On :   3 Dec 2019 5:24 AM GMT

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