Chanki pandey B'day: बॉलीवुड फिल्मों में नहीं मिली सफलता, बांग्लादेशी फिल्मों के बने सुपरस्टार
डिजिटल डेस्क, मुम्बई। बॉलीवुड इंडस्ट्री में "पास्ता" के नाम से मशहूर एक्टर चंक पांडे आज अपना 57 वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म 26 सितम्बर 1962 को मुम्बई में हुआ था। चंकी ने अपने बॉलीवुड कॅरियर में लगभग 80 फिल्मों में काम किया है। उनका पूरा नाम सुयश शरद पांडे हैं। उन्होंने साल 1998 में भावना के साथ शादी की। उनकी दो बेटियां भी हैं अनन्या और रयासा। चंकी की तरह अनन्या भी फिल्मी दुनिया में अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रही हैं। आज चंकी के बर्थडे पर जानते हैं उनके बारे में कुछ खास बातें।
फिलहाल फिल्मों में कभी-कभी दिखने के साथ-साथ चंकी अपनी पत्नी भावना के साथ मुंबई में हेल्थ फूड रेस्त्रां भी चलाते हैं। 'द एल्बो रूम' नाम का उनका रेस्त्रां खार वेस्ट मुंबई में स्थित है। साथ ही उनकी बॉलीवुड इलेक्ट्रिक नाम से एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी है, जो स्टेज शोज के लिए जानी जाती है।
80 और 90 के दशक में हीरो की छवि वाले चंकी अब विलेन के किरदार में नजर आते हैं। लोग उन्हें ऐसी भूमिकाओं में पसंद भी कर रहे हैं। अपने ग्रे किरदारों के बारे में वे कहते हैं, "कई लोगों को मुझसे विलेनियस रोल की उम्मीद नहीं थी। 'बेगम जान' में कई लोग अलग लुक की वजह से मुझे पहचान नहीं पाए। यह एक एक्टर के लिए बहुत बड़ी बात है और इससे समझ आता है कि आप किरदार में किस कदर घुस गए हो।" चंकी कहते हैं कि वे विलेन का किरदार करने के लिए तब प्रेरित हुए, जब उन्होंने ऋषि कपूर को 'अग्निपथ' में रऊफ लाला के रोल में देखा। वे हालही में फिल्म साहो में विलेन के रोल में नजर आए थे और लोगों ने उन्हें इस रोल में बहुत पसंद किया।
बांग्लादेश में अपना सिक्का जमाने के बाद चंकी ने एक बार बॉलीवुड में वापसी की। वे 2003 में आई मल्टीस्टारर फिल्म 'कयामत' से फिर बॉलीवुड में उतरे। इसमें उन्होंने एक वैज्ञानिक का नेगेटिव किरदार निभाया। इसके बाद वे फिर कई फिल्मों में नजर आए। उन्होंने 'पेइंग गेस्ट', 'हाउसफुल', 'हाउसफुल 2', 'बुलेट राजा', 'बेगमजान' जैसी फिल्में की। यहां से उन्होंने अपने करियर के लिए नेगेटिव और कॉमेडी किरदार चुने।
चंकी पांडे 80 के दशक में इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने के लिए कोशिश कर ही रहे थे कि 90 के दशक आते आते उनका सिक्का नहीं चल सका। इस दौरान उनका कॅरियर में खत्म होने पर आ गया। अपने कॅरियर की डूबती नैया को बचाने के लिए एक्टर ने बांग्लादेशी फिल्मों की तरफ रुख किया। स्थानीय भाषा न आने के बावजूद भी उन्होंने बांग्लादेश में कई सुपरहिट फिल्म दी और वहां अपना स्टारडम हासिल किया। चंकी ने बांग्लादेशी सिनेमा में बतौर मुख्य नायक 'स्वामी केनो असामी', 'बेश कोरेची प्रेम कोरेची', 'मेयेरा ए मानुष' में सुपरहिट फिल्में दी।
एक्टर चंकी पांडे ने 1988 में 'पाप की दुनिया', 'खतरों के खिलाड़ी', 1990 में 'जहरीले' और 1992 में 'आंखें' जैसी सुपरहिट फिल्में दी। इससे फिल्मी जगत में उनकी चर्चा होने लगी। उन्होंने 1988 की सुपरहिट फिल्म 'तेजाब' में अनिल कपूर के दोस्त का किरदार भी निभाया था। इस किरदार के लिए उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के फिल्मफेयर अवॉर्ड से नवाजा गया था।
बॉलीवुड में चंकी पांडे ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1987 में की थी। फिल्म 'आग ही आग' बॉलीवुड में उनकी पहली फिल्म थी। इसका निर्माण पहलाज निहलानी ने किया था। इस फिल्म में उन्हें दर्शकों ने बेहद पसंद किया। तभी से लोग उन्हें जानने लगे। इसके बाद उनके नाम कई अवॉर्डस भी हुए। चंकी पांडे की बॉलीवुड में दूसरी सुपरहिट फिल्म 'पाप की दुनिया' थी। इस फिल्म में सनी देओल और नीलम उनके साथ थे।
Created On :   25 Sept 2019 6:21 AM GMT