फिल्म फुले विवाद: ब्राह्मण समुदाय पर कमेंट करने के बाद अनुराग कश्यप ने मांगी माफी, बेटी, परिवार को मिल रही रेप और जान से मारने की धमकियां

- ब्राह्मण समुदाय पर कमेंट करने के बाद अनुराग ने मांगी माफी
- बेटी, परिवार को मिल रही जान से मारने की धमकियां
डिजिटल डेस्क, मुंबई। बॉलीवुड के जाने माने डायरेक्टर अनुराग कश्यप आए दिन अपनी फिल्मों के साथ साथ अपने बयानों के लेकर चर्चा में रहते हैं। इन दिनों डायरेक्टर अपनी फिल्म फुले को लेकर चर्चा में हैं। हाल ही में उन्होंने अपनी फिल्म फुले पर सीबीएफसी की चलाई गई कैंची पर नाराजगी जाहिर की थी। इसी दौरान उन्होंने ब्राह्ण समुदाय को लेकर कमेंट कर दिया था जिसके बाद से उनकी काफी आलोचना हो रही है औऱ सोशल मीडिया पर अनुराग को जमकर ट्रोल भी किया जा रहा है साथ ही उनके नाम से हेस्टेग भी ट्वीटर पर ट्रेंड हो रहा है। यहां तक कि उनकी बेटी को भी धमकियां मिल रही हैं। अब अनुराग कश्यप ने अपने बायान के लिए मांफी मांगी है और अपने परिवार को छोड़ देने की अपील की है।
अनुराग कश्यप ने मांगी माफी
शुक्रवार की रात, फिल्म निर्माता और अभिनेता अनुराग कश्यप ने इंस्टाग्राम पर अपना माफीनामा शेयर करते हुए अनुराग कश्यप ने लिखा, "यह मेरी माफ़ी है, मेरी पोस्ट के लिए नहीं, बल्कि उस एक लाइन के लिए जिसे कॉन्टेक्स्ट से बाहर निकाल दिया गया और जो नफरत फैला रही है। कोई भी काम या स्पीच इस लायक नहीं है कि आपकी बेटी, परिवार, दोस्त और सहकर्मी को संस्कार के किंगपिन्स से रेप और मौत की धमकियां मिलें। इसलिए, जो कहा गया है उसे वापस नहीं लिया जा सकता है और मैं इसे वापस नहीं लूंगा। लेकिन अगर आप किसी को गाली देना चाहते हैं, तो मुझे ही दें। मेरे परिवार ने न तो कुछ कहा है और न ही वे कभी बोलते हैं।"
उन्होंने आगे लिखा, "तो, अगर आप माफी चाह रहे हैं, तो यह मेरी माफी है। ब्राह्मणों, प्लीज महिलाओं को बख्श दें, यहां तक कि शास्त्र भी इतनी शालीनता सिखाते हैं, न कि केवल मनुस्मृति। खुद तय करें कि आप वास्तव में किस तरह के ब्राह्मण हैं जहां तक मेरा सवाल है, मैं माफी मांगता हूं।"
फुले की रिलीज डेट आगे बढ़ी
बता दें कि प्रतीक गांधी और पत्रलेखा स्टारर 'फुले' मच अवेटेड बायोपिक में से एक है, जो 19वीं सदी के भारत में जाति और लैंगिक असमानता को चुनौती देने में फुले दंपति के क्रांतिकारी काम को दिखाती है। इसे 11 अप्रैल को रिलीज किया जाना था लेकिन अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज और परशुराम आर्थिक विकास महामंडल ने फिल्म के कंटेंट पर आपत्ति जताई है। जिसके बाद सेंसर बोर्ड ऑफ फ़िल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने बदलाव का सुझाव दिया है। इसके बाद मेकर्स ने फिल्म को दे हफ्ते के लिए टाल दिया है।
Created On :   19 April 2025 11:25 AM IST