अजब गजब: लकड़हारे ने खोजा रहस्यमयी गुफा, लंबाई के बारे में अभी तक नहीं लगा है पता
- वियतनाम में स्थित है ये रहस्यमयी गुफा
- स्थानीय लकड़हारे ने की थी खोज
- यहां मौजूद हैं कई भूमिगत नदियां
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पृथ्वी में आज भी ऐसी कई जगहें मौजूद हैं जो अपने रहस्यमयी चीजों को लेकर काफी ज्यादा चर्चित रहती हैं। कुछ ऐसी ही जगह एशियाई देश वियतनाम में भी है। यहां सोन डुंग के नामक एक गुफा स्थित है जो बेहद लंबी और रहस्यमयी है। यह गुफा कितनी लंबी है, इस बात का पता आज तक कोई नहीं लगा पाया है। बताया जाता है कि ये गुफा इतनी गहरी है कि इसमें 40 फ्लोर की एक ब्लिडिंग तक समा सकती है। साथ ही इस गुफा की लंबाई के बारे में कहा जाता है कि इसमें एक शहर आराम से निवास कर सकता है।
इस गुफा में गहरी खाईयां और नदियां भी मौजूद हैं। इस रहस्यमयी गुफा का पता साल 1991 में वियतनाम के एक स्थानीय लकड़हारे ने लगाया था। जिसके बाद वैज्ञानिकों ने साल 2009 में सोन डुंग गुफा की जांच की जिसमें उन्होंनें इस गुफा को दुनिया की सबसे गहरी और रहस्यमयी गुफा बताया था। फिर साल 2013 में यह गुफा एक पर्यटन स्थल बन गया जिसे देखने के लिए यहां सालभर सैलानियों का तांता लगने लगा।
करीब 200 है ऊंचाई
सोन डुंग गुफा दुनिया की सबसे बड़ी गुफा है जिसकी ऊंचाई 200 मीटर और लंबाई लगभग 5 किलोमीटर के आसपास है। बता दें, इस गुफा के अंदर कई घने जंगल और ढ़ेर सारी गहरी खाई भी हैं। वहीं, इसमें बहती भूमिगत नदियां यहां आकर्षण का सबसे बड़ा केंद्र हैं।
गुफा में हैं इमारतों जैसे पहाड़
सोन डुंग गुफा के अंदर कई बड़ी इमारतें जैसे पहाड़ मौजूद हैं। कहा जाता है कि, इन खतरनाक जगहों तक पहुंचने के लिए सैलानियों को कई तरह के जोखिमों का सामना करना पड़ता है। यही कारण है कि हर साल केवल एक हजार सैलानियों को ही इस गुफा में अंदर जाने की परमिशन दी जाती है। वहीं, गुफाओं में इन जगह तक घूमने का खर्चा करीब 2,51,285 रूपये के आसपास तक आता है। इस जगह को एडवेंचर प्रेमी एक बार जरूर एक्सप्लोर कर सकते हैं।
वैज्ञानिक खोज पाए हैं केवल 40 प्रतिशत हिस्सा
यह जगह कितनी रहस्यमयी है इस बात का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि आज तक कोई भी व्यक्ति यहां मौजूद अन्य गुफाओं तक नहीं पहुंचा पाया है। इन गुफाओं तक पहुंचने के लिए लोगों को स्थानीय गाइड का सहारा लेना पड़ता है। यहां पहुंचने के लिए गाइड के साथ जंगल के दुर्गम रास्तों पर पैदल चलना होता है। बता दें कि वैज्ञानिकों भी इस रहस्यमयी गुफा के सिर्फ 40 प्रतिशत इलाके तलाश पाए हैं। माना जाता है कि आज भी इस गुफा के अंदर कई रहस्य मौजूद है जो बहुत जल्द सामने आएंगे।
वातावरण होता है काफी अलग
इस गुफा के अंदर का वातावरण बाहर के वातावरण से काफी ज्यादा अलग होता है। सोन गुंडा गुफा का अपना एक मौसम और इको सिस्टम होता है। यहां बारिश का पानी गुफा के अंदर मौजूद पत्थरों के बीच में से अपना मार्ग बनाते हुए बड़ी भूमिगत नदियों और तालाब में परिवर्तित हो जाता है। ऐसी स्थिति में गुफा में कई दूर तक पानी ही पानी नजर आता है।
Created On :   29 Jan 2024 5:41 PM GMT