नई इंडस्ट्रियल जर्नी जीआईएस: मप्र में एक और ग्लोबल समिट जल्द, क्या बन सकेगा निवेश और व्यापार का नया ग्लोबल पॉइंट ऑफ इंटरेस्ट?

- भविष्य के लिए तैयार बुनियादी ढांचा
- रणनीतिक नवाचार का ग्लोबल सेंटर बनने जा रहा भोपाल
- इंडस्ट्रियल इनवेस्टमेंट और स्ट्रैटजिक इनॉवेशन का मंच जीआईएस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में निवेश का महाकुंभ ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट होने जा रहा है। झीलों की नगरी और लाल बत्ती से गूंजने के साथ साथ प्रशासनिक और सांस्कृतिक रूप से पहचान बना चुका शहर भोपाल अब निवेश और व्यापार का नया ग्लोबल पॉइंट ऑफ इंटरेस्ट बनने जा रहा है।
आईआई और एसआई का मंच जीआईएस
जीआईएस के चलते मध्यप्रदेश अब औद्योगिक निवेश और स्ट्रैटजिक इनॉवेशन का ग्लोबल सेंटर बनने जा रहा है। भोपाल को पहली बार औद्योगिक राजधानी के रूप में नई पहचान मिलने जा रही है। जीआईएस प्रदेश की नई इंडस्ट्रियल जर्नी की आधारशिला साबित होगी। समिट माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज और स्टार्टअप्स निवेशकों के लिए बड़ा मौका है।
निवेशकों का सरकार से सीधा संवाद
जीआईएस ट्रैडिशनल प्रेस कॉन्फ्रेंस से आगे बढ़कर फोकस्ड इनवेस्टमेंट डिस्कशन का मंच बनने जा रहा है। यहां उद्योगपति और सरकार के बीच सीधा संवाद हो सकेगा। मध्यप्रदेश की औद्योगिक शक्ति, विनिर्माण क्षमता, वैश्विक आपूर्ति श्रंखला को प्रस्तुत किया जाएगा। मंच पर टेक्सटाइल से लेकर फॉर्मा, ऑटोमोबाइल, ईवी, अक्षय उर्जा समेत कई सेक्टर की दिग्गज कंपनियां मौजूद होगी।
लोकल से ग्लोबल के द्वार
जीआईएस के जरिए सरकार लोकल उद्यमियों को वैश्विक निवेशकों से जुड़ने का मौका दे रही है। इसका विस्तार राज्य, राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय मार्केट तक हो सकेगा। राजधानी के चारों तरफ फैले इंडस्ट्रियल मंडीदीप, गोविंदपुरा,बागरोदा, पिलुखेड़ी को नए निवेश , नई टेक्नोलॉजी ऑर ग्लोबल टाई अप्स का लाभ मिलेगा। मौजूदा जीआईएस निवेश के साथ साथ युवाओं को रोजगार और स्किल डेवलपमेंट के अवसर देने वाला मंच साबित होगा।
स्वच्छ भारत मिशन और स्मार्ट सिटी
स्वच्छ भारत मिशन और स्मार्ट सिटी रैंकिंग में टॉप पर रहने वाला मध्यप्रदेश अब जीआईएस से भविष्य में निवेश-अनुकूल राज्य बनने की तैयारी में है। शहरी विकास में मध्यप्रदेश निवेशकों को आकर्षित कर रहा है। मध्यप्रदेश के शहर इंदौर ने लगातार 7 वीं बार देश के सबसे स्वच्छ शहर होने का गौरव प्राप्त है। भोपाल देश की सबसे स्वच्छ राजधानी और सर्वेक्षण में 5 वें स्थान पर है।
शहरों का विकास, सरकार की पारदर्शी नीतियां निवेशकों का आकर्षण
सांस्कृतिक धरोहरों को समेटे हुए भोपाल का आकर्षण ,मोहन सरकार की सहज और पारदर्शी उद्योग हितकारिणी नीतियां निवेशकों को आकर्षिक कर रही है। इस साल के जीआईएस को पॉलिसी -ड्रिवन इन्वेस्टमेंट समिट का नया मॉडल दिया है। पहली बार सरकार 20 से अधिक नीतियों को एकसाथ प्रस्तुत कर रहा है। जिससे निवेशकों को अवसर मिलेंगे।
निवेशकों के लिए अद्वितीय अवसर
मध्यप्रदेश शहरी विकास क्षेत्र में निवेशकों के लिए अद्वितीय अवसर प्रदान करता है। प्रदेश में बेहतर परिवहन नेटवर्क है। यहां निवेशकों को हर तरह की सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा निवेश के महाकुंभ ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में शहरी विकास के क्षेत्र पर विशेष फोकस किया जा रहा है। सात स्मार्ट सिटी, विश्व स्तरीय कनेक्टिविटी और प्रगतिशील शहरी नीतियों के साथ मध्यप्रदेश निवेशकों और डेवलपर्स के लिए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करने की स्थिति में है। जीआईएस से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। मध्यप्रदेश के मुखिया डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य अब संभावनाओं से निकलकर औद्योगिक क्रांति का पॉवर सेंटर बनने जा रहा है। भोपाल अब कैपिटल ऑफ टाइगर सिटी ,टॉप क्लीन कैपिटल ऑफ कंट्री के साथ साथ नए औद्योगिक भविष्य का पॉवर सेंटर बनने जा रहा है। जीआईएस 2025 इसकी नींव का पहला पत्थर होगा।
Created On :   15 Feb 2025 5:15 PM IST