Seoni News: टाइगर से दहशत बढ़ी, कार्रवाई के नाम पर सिर्फ गश्त
- बार-बार आ रहा गांव के पास
- ट्रेंकुलाइज की कार्रवाई नहीं
- लाठी के सहारे हो रही है गश्त
Seoni:खवासा क्षेत्र में टाइगर के हमले की बढ़ती घटनाओं को लेकर वन विभाग सिर्फ गश्त और ग्रामीणों को समझाइश देने की कार्रवाई कर रहा है। चिखली गांव में जिस टाइगर ने चरवाहे की जान ली थी वह टाइगर बार-बार गांव के पास आ रहा है। ऐसे में चिखली के अलावा आसपास के गांवों में दहशत का माहौल है। स्थिति यह कि ग्रामीण रात में घर से निकलने में घबरा रहे हैं। वहीं खेती का काम प्रभावित हो रहा है। इधर वन विभाग का अमला सिर्फ गश्त कर रहा है। जबकि ग्रामीणों का कहना है कि टाइगर को पकडक़र उसे बाहर ले जाया जाए। ज्ञात हो कि खवासा वन क्षेत्र में टाइगर ने अब तक तीन लोगों की जान ले चुका है।
पिछले साल किया गया था ट्रेंकुलाइज
जानकारी के अनुसार पिछले साल नवंबर माह में कुरई क्षेत्र में टाइगर के हमले में सांवरीठ निवासी किसती बाई उईके की मौत हो गई थी। इससे पहले दो नवंबर को रमपुरी निवासी रोशन कुर्वेती की मौत हो गई थी। इस मामले में लोगों का गुस्सा इतना था कि वन विभाग ने पेंच से हाथी बुलाए थे। काफी सर्चिंग के बाद आठ नवंबर को टाइगर ट्रेंकुलाइज कर पकड़ा गया था। उसे वन विहार शिफ्ट कर दिया गया था।
लाठी के सहारे हो रही है गश्त
खवासा के चिखली गांव के पास टाइगर का मूवमेंट बना हुआ है। ऐसे में वन विभाग का अमला लाठी के सहारे गश्त कर रहा है। बाघ नजर आने की सूचना पर वन अमला पहुंचता तो है,लेकिन टाइगर दिखाई नहीं देता। हालांकि जिन दस कैमरों को फिट गया गया है उसमें एक कैमरे में टागइर की फोटो कैप्चर हुई है। टाइगर दिखने के बाद ग्रामीणों का वन विभाग के अमले को आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है।
एक मात्र पिंजरा फिट
टाइगर को पकडऩे के एक ही पिंजरा फिट गया है , लेकिन अभी तक उसके आसपास टाइगर का मूवमेंट नहीं हुआ है। जबकि ग्रामीण बार-बार पिंजरे की संख्या बढ़ाने और टाइगर को पकडऩे की मांग कर रहे हैं। इसके बाद भी विभागीय अफसर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि टाइगर फिर किसी को मार सकता है। ऐसे हालातों में बाहर जाने में डर लगने लगा है।
इनका कहना है
टाइगर को ट्रेंकुलाइज करने के लिए पेंच टाइगर रिजर्व को पत्राचार किया है। अभी इस संबंध में पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ के निर्देश नहीं मिले हैं। फिलहाल गश्त की जा रही है। साथ ही लोगों को समझाइश दी जा रही है।
एसएस उद्दे, सीसीएफ, सिवनी
Created On :   27 Oct 2024 9:28 AM IST