तीन वर्ल्डकप जीतने वाले दुनिया के एकमात्र फुटबॉलर पेले का हुआ निधन, भारत से था खास कनेक्शन
- मुझे भारत के लोग बहुत अच्छे लगते हैं -पेले
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्राजील को तीन वर्ल्ड कप जिताने वाले स्टार फुटबॉलर पेले का 30 दिसंबर को निधन हो गया। 82 वर्षीय पेले कोलन कैंसर से पीड़ित थे। जिसके इलाज के लिए वह बीते कई दिनों से हॉस्पिटल में भर्ती थे। उनके निधन की जानकारी उनकी बेटी केली नैसिमेंटो ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट करके दी। उन्होंने लिखा, "हम जो कुछ भी हैं, वह आपकी बदौलत हैं. हम आपको बहुत प्यार करते हैं. रेस्ट इन पीस।"
17 साल की उम्र बने ब्राजील टीम का हिस्सा, तीन वर्ल्डकप जीतने वाले एकमात्र फुटबॉलर
दुनिया के महान फुटबॉलरों में शुमार पेले का असली नाम एडसन अरांतेस डो नैसिमेंटो था। उन्हें ब्लैक पर्ल और ब्लैक डायमंड के नाम से भी जाना जाता था। 23 अक्टूबर 1940 में जन्मे पेले सिर्फ 17 वर्ष की आयु में ब्राजील की नेशनल टीम का हिस्सा बन गए थे। उन्होंने अपने देश को तीन वर्ल्डकप भी जिताए और ऐसा करने वाले वो दुनिया के एकमात्र फुटबॉलर हैं। उन्होंने अपने करियर में चार वर्ल्डकप खेले, जिनमें से उन्हें तीन में वर्ल्ड कप में जीत हासिल हुई। पेले ने अपना पहला वर्ल्डकप 1958 में, दूसरा 1962 में, तीसरा 1966 और चौथा व आखिरी 1970 में खेला। उन्होंने साल 1977 में अंतराष्ट्रीय फुटबॉल से सन्यास ले लिया था।
फुटबॉल की दुनिया के सबसे बड़ी रिकॉर्डधारी
पेले ने अपने करियर में ऐसे कई रिकॉर्ड अपने नाम किए अपने आप में अनोखे हैं। उन्होंने अपने करियर के 1366 मैचों में कुल 1279 गोल किए हैं। इस दौरान उनके गोल करने का औसत 0.94 पर मैच था जो कि बेहद अच्छा है। इसके अलावा वो 3 फुटबॉल वर्ल्डकप जीतने वाले दुनिया के एकलौते खिलाड़ी हैं। इसके साथ ही उन्होंने दो बार कोपा लेबर्टाडोरेस ट्रॉफी, 6 ब्राजीलियन खिताब अपने नाम किए हैं। पेले को टाइम मैगजीन की तरफ से शताब्दी के 100 महत्वपूर्ण शख्सियतों में शामिल किया गया था। साथ ही उन्हें फीफा की तरफ से प्लेयर ऑफ द सेन्चुरी सम्मान से भी नवाजा गया था।
भारत से था खास कनेक्शन
फुटबॉल के जादूगर पेले का भारत से भी खास रिश्ता रहा है। वह दो बार भारत के दौरे पर आ चुके हैं। उनके निधन से भारत में भी गम का माहौल है। पेले सबसे पहले साल 1977 में भारत आए थे। उन्होंने यहां कोलकाता के ईडन गार्डन स्टेडियम में एक फुटबॉल मैच भी खेला था। जिसे देखने उस दौरान हजारों की संख्या में लोग स्टेडियम मौजूद थे। कहा जाता है कि उस दौरान कोलकाता की सड़कें जाम हो गई थीं क्योंकि फुटबॉल के इस नायाब हीरे को देखने के लिए स्टेडियम के बाहर भी उनके प्रशंसक बड़ी संख्या में जुटे थे। पेले न्यूयार्क के कोस्मोस क्लब की ओर से मोहन बागान क्लब के खिलाफ मैच खेलने आए थे। दोनों टीमों के बीच मैच काफी रोमांचक हुआ था। इस मैच में मोहन बागान ने पेले के कोस्मोस क्लब को जोरदार टक्कर दी थी और मैच 2-2 पर ड्रॉ किया था। हालांकि इस मैच में पेले कोई भी गोल करने में असफल रहे थे।
इसके बाद पेले साल 2015 में दूसरी बार भारत आए थे। इस दौरान उन्होंने इंडियन सुपर लीग में बतौर अतिथी हिस्सा लिया था। इसके अलावा पेले बंगाल की प्रसिद्ध दुर्गा पूजा में भी शामिल हुए थे। कोलकाता में आयोजित हुए एक प्रोग्राम में उन्होंने कहा था कि "मैनें भारत आने का न्यौता इस वजह से स्वीकार किया था क्योंकि मुझे भारत के लोग बहुत अच्छे लगते हैं।" इसके अलावा उन्होंने कहा था कि, "अगर मैं किसी भी तरह से सहायता कर सकूं तो फिर आउँगा।"
Created On :   30 Dec 2022 5:42 AM GMT