तिरंगा रंगने के लक्ष्य के साथ कॉमनवेल्थ गेम्स में उतरेगा भारतीय दल, उद्घाटन समारोह कल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कॉमनवेल्थ गेम शुरू होने में बस एक दिन का समय बाकी है। ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में बुधवार (4 अप्रैल) को 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स का उद्घाटन समारोह आयोजित किया जाएगा। इस दौरान ऊंचे मनोबल के साथ भारतीय दल कल से शुरू हो रहे राष्ट्रमंडल खेलों में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के इरादे से उतरेगा। भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स के उदघाटन समारोह में भारतीय दल की ध्वजवाहक होंगी। बता दें अगले माह ऑस्ट्रलिया में आयोजित हो रहे कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की तरफ से 220 खिलाड़ियों का दल उतरेगा। इस बार भारत के खिलाड़ी 15 खेलों में हिस्सा लेंगे।
पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में 5 वें स्थान पर था भारत
2010 में नई दिल्ली में आयोजित किए गए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय खिलाडिय़ों ने अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 101 पदक झटके थे। इस बार भी भारतीय खिलाडियों से उम्मीद जताई जा रही है कि वे भारत की झोली पदकों से भर सकते हैं। वहीं ग्लास्गो में आयोजित किए गए पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने 15 स्वर्ण, 30 रजत और 19 कांस्य समेत 64 पदक जीत कर 5वां स्थान हासिल किया था। इस बार देश के नागरिकों की अपेक्षाओं का अधिकांश बोझ निशानेबाजों, मुक्केबाजों, बैडमिंटन खिलाड़ियों और पहलवानों पर होगा जो इस समय बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हैं। साथ ही पुरुष एवं महिला, दोनों हॉकी टीमों से भी पदक की उम्मीद की जा रही है।
इन खिलाड़ियों से है ख़ास उम्मीद
इस राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान भारत की हीना सिद्धू, मनु भास्कर, जीतू राय (पिस्टल निशानेबाज), सीमा पूनिया (चक्काफेंक खिलाड़ी), पीवी सिंधू , साइना नेहवाल, किदाम्बी श्रीकांत (बैडमिंटन खिलाड़ी), एमसी मेरीकाम, विकास कृष्णन, अमित फांगल (मुक्केबाज), सुशील कुमार, साक्षी मालिक, विनेश फोगाट (कुश्ती), मीराबाई चानू (भारोत्तोलन), नीरज चोपड़ा (भालाफेंक), तेजस्विनी शंकर (हाईजम्प) जैसे स्टार खिलाडियों को पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत आज से करीब 88 साल पहले 1930 में कनाडा के हैमिल्टन शहर से हुई थी। उसके बाद से हर 4 साल के अंतराल पर इन खेलों का आयोजन किया जाता है।
Created On :   3 April 2018 8:03 PM IST