Olympics history: टोक्यो ओलंपिक से पहले जानिए कब - किस देश में हुआ था सबसे पहला ओलंपिक, किस देश ने जीता था 'गोल्ड'?
- ओलंपिक गेम्स का इतिहास:पहला इवेंट-1896 एथेंस ओलंपिक
- ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन
- टोक्यो में 23 जुलाई से 8 अगस्त के बीच ओलंपिक गेम्स 2021 का आयोजन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक अपने आयोजन माह में प्रवेश कर चुका है, इसका मतलब टोक्यो ओलंपिक गेम्स 2021 में अब एक महीने से भी कम वक्त रह गया हैं। इस बार खेलो के इस महाकुंभ का आयोजन जापान की खूबसूरत राजधानी टोक्यो में 23 जुलाई से 8 अगस्त के बीच होगा। दूसरी दफा टोक्यो इन खेलों को होस्ट करने जा रहा है, इससे पहले भी 1964 में वह ऐसा कर चुका है। ओलंपिक के 125 साल के इतिहास में यह इन खेलों का 31वां आयोजन होगा, जहां लगभग 206 देशों के तकरीबन 11,091 खिलाड़ी, 33 खेलों के 339 इवेंटस में अपना दमखम दिखाऐंगे। इस बार ओलंपिक में 6 नए खेलों को जगह दी गई है। इनमें शामिल हैं- स्केटबोर्डिंग, स्पोर्ट क्लाइम्बिंग, सर्फ़िंग, कराटे, बेसबॉल और सॉफ्टबॉल।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ (International Olympic Committee, IOC) ओलंपिक खेलों का संरक्षक है, तो वही भारत में यह जिम्मेदारी भारतीय ओलंपिक संघ(Indian Olympic Committee, IOA ) के तहत आती है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ (IOC) की स्थापना एवं इसका गठन 23 जून 1894 को हुआ था। इसका मुख्यालय स्विट्जरलैंड के लुसाने शहर में स्थित है। लुसाने को ओलंपिक की राजधानी भी कहा जाता है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ की अध्यक्षता की कमान फिलहाल जर्मनी के थॉमस बाचो के हाथों में है।
ओलंपिक गेम्स का इतिहास
प्राचीन ओलंपिक खेल: ओलंपिक की शुरुआत 776 ईस्वी में हुई थी। यूनान के ओलम्पिया कस्बे की ज़ीउस नामक जगह पर धार्मिक एवं एथेलेटिक्स त्यौहार के रूप में इसका आयोजन हर 4 साल में किया जाता था।
मॉर्डन ओलंपिक खेल: मॉर्डन ओलंपिक खेलों की शुरुआत 1896 से हुई। इसका श्रेय पियरे डे कोबेर्टिन (Baron Pierre de Coubertin) को जाता है जिन्होंने 1894 में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ का गठन किया और आखिरकार 1896 में यूनान (Greece) की राजधानी एथेंस में पहले मॉर्डन ओलंपिक खेल का आयोजन सफलतापूर्वक हो सका।
ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन
भारत ने पहली बार 1900 के पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लिया था, जहां वह 2 सिल्वर मेडल जीतने में सफल रहा था। दोनों ही मेडल नॉर्मन प्रिचर्ड(Norman Pritchard) ने एथेलेटिक्स इवेंट 200m हर्डल (Hurdle) में अपने नाम किए थे।
121 साल के अपने ओलंपिक इतिहास में भारत का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। अभी तक भारत के नाम व्यक्तिगत इवेंट में एक ही गोल्ड मेडल है, जो अभिनव बिंद्रा ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में 10m एयर राइफल इवेंट में जीता था.
व्यक्तिगत इवेंट्स को छोड़ दें तो हॉकी में भारत का खेल शानदार रहा है। हॉकी टीम ने 8 बार गोल्ड अपने नाम किया है। हॉकी टीम ने 8 गोल्ड,1 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज सहित कुल 11 मेडल जीते हैं। ओलंपिक में भारत के नाम कुल 28 मेडल है।
पहला इवेंट: 1896 एथेंस ओलंपिक
ग्रीस की राजधानी एथेंस में पहले ओलंपिक खेलों का आयोजन 1896 में 6 से 15 अप्रैल के बीच हुआ था और इसमें 14 देशों के 176 खिलाड़ियों ने 9 खेलों के 43 इवेंटस में हिस्सा लिया था।
इस आयोजन में तकरीबन नौ अलग अलग खेल हुए थे, जिसमें खिलाड़ियों ने अपनी किस्मत आजमाई।
पहले ओलंपिक में अमेरिका ने सर्वाधिक 11 गोल्ड मेडल अपने नाम किये थे, इसके अलावा ग्रीस ने 10 गोल्ड, 16 सिल्वर, 20 ब्रॉन्ज यानि सबसे अधिक 46 मेडल अपने नाम कर शीर्ष पर कब्जा जमाया।
1896 ओलंपिक में गोल्ड मेडल नहीं था। विजेता को सिल्वर तो वही दूसरे स्थान वाले को ब्रॉन्ज मेडल दिया जाता था। तीसरे स्थान वाले को कुछ नहीं दिया जाता था। हालांकि पहले स्थान पर आने वाले खिलाड़ी को प्लेसिंग गोल्ड मेडल वाली ही दी जाती थी।
credit- olympics museum
आपको बता दें भारत 1896 ओलंपिक का हिस्सा नहीं था। भारत ने साल 1900 में आयोजित हुए पेरिस ओलंपिक से हिस्सा लेना शुरू किया।
Created On :   1 July 2021 5:12 PM IST