IPL और डिजिटल गेमिंग का बढ़ता क्रेज: क्रिकेट के मैदान से बाहर भी कैसे जुड़े रहते हैं फैंस

IPL यानी इंडियन प्रीमियर लीग अब सिर्फ क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं, बल्कि एक डिजिटल एंटरटेनमेंट इकोसिस्टम बन चुका है। पिछले साल IPL के 67 मुकाबलों को 546 मिलियन दर्शकों ने देखा।
यह अमेरिका की NFL (National Football League) के बाद दुनिया की दूसरी सबसे अमीर लीग है। लेकिन NFL जहां 5 से 6 महीने तक चलती है, वहीं IPL महज दो महीनों में सिमट जाता है। इसके बावजूद IPL सालभर चर्चा में बना रहता है।
भारत जैसे देश में जहां लोग Teen Patti, poker और खासकर rummy rules में गहरी रुचि रखते हैं, वहीं डिजिटल गेम्स के प्रति यह जुनून IPL को सालभर प्रासंगिक बनाए रखने में मदद करता है। Fantasy sports की वजह से IPL ने भारत के digital gaming industry में अपनी अलग पहचान बनाई है, जो ब्रांड को बेहतर तरीके से मार्केट करने और फैंस को सालभर एंगेज रखने में सफल रही है।
मार्केटिंग की मज़बूत रणनीति
IPL ने fantasy sports के इर्द-गिर्द एक नया गेमिंग सब-जॉनर तैयार किया है। लेकिन इससे पहले कि हम गेमिंग और गेमीफिकेशन स्ट्रैटेजीज़ पर बात करें, हमें इसके व्यापक मार्केटिंग दृष्टिकोण को समझना होगा। IPL कभी भी सिर्फ एक क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं रहा। जहां वर्ल्ड कप और ओलंपिक चार साल में एक बार आते हैं, वहीं IPL हर साल नई चमक के साथ लौटता है।
साल 2008 से अब तक IPL की brand value में 433% की बढ़ोतरी हुई है। टीमों ने अपनी लोकल पहचान को ब्रांड में बदलने के लिए इनोवेटिव रणनीतियां अपनाईं। Chennai Super Kings ने जहां Tamil pride को सेलिब्रेट किया, वहीं Mumbai Indians ने अपने घरेलू मैदान Wankhede Stadium का metaverse experience लॉन्च किया।
Rajasthan Royals ने iB Cricket के साथ मिलकर वर्चुअल क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित किया, जिसमें फैंस अपने पसंदीदा खिलाड़ियों के साथ वर्चुअल क्रिकेट खेल सकते थे। साथ ही, हर साल दर्जनों ब्रांड IPL के साथ जुड़ते हैं—इनमें सबसे खास हैं डिजिटल गेमिंग ब्रांड्स—जो लीग की ब्रांड रिकॉल को दो महीने से आगे तक बनाए रखते हैं।
पिच से परे की कहानी
IPL ने भारत में fantasy sports को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। 2024 में fantasy sports ने ₹8,800 करोड़ का कारोबार किया, वहीं poker से ₹2,100 करोड़ और rummy online से ₹16,000 करोड़ की कमाई हुई—जो इस सेगमेंट को लीड करता है।
IPL 2023 के दौरान fantasy apps की gross gaming revenue ₹2,800 करोड़ तक पहुंची।
2019 से IPL के चलते fantasy apps की 30% CAGR दर बनी हुई है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि 35% यूज़र्स पहली बार fantasy sports खेलना IPL सीज़न के दौरान शुरू करते हैं।
क्रिकेट प्रेमियों के लिए सिर्फ लाइव मैच देखना काफी नहीं है। वे अपने strategy skills को fantasy games में आजमाते हैं, जहां वे असली खिलाड़ियों के आधार पर अपनी फैंटेसी टीम बनाते हैं। virtual currency की मौजूदगी ने गेमिंग को और आसान बना दिया है, जिससे IPL के दौरान cash users की संख्या में 11% की बढ़ोतरी देखी गई।
IPL सीज़न में fantasy sports के daily active cash users की संख्या 2.8X तक बढ़ जाती है, जो आम दिनों की तुलना में बहुत बड़ी छलांग है।
दूसरा स्क्रीन, नई स्क्रीन
क्रिकेट प्रेमी अब डिजिटल दुनिया में भी लगातार जुड़े रहते हैं। IPL सीज़न की हाइप के बाद भी उनका क्रिकेट के प्रति जुनून कम नहीं होता। अब वे live stats, स्कोर, और match reports जैसी जानकारियों को अपने मोबाइल पर ढूंढते हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार Glance प्लेटफॉर्म पर cricket content देखने का समय 44% बढ़ गया है। ठीक इसी तरह, card games जैसे RummyCulture पर यूज़र्स rummy rules और ट्रिक्स पर चर्चा करते रहते हैं।
जब लाइव मैच 'फर्स्ट स्क्रीन' है, तो यह डिजिटल 'सेकंड स्क्रीन' एंगेजमेंट को और बढ़ावा देती है।
भारत में fantasy sports की कई ऐप्स की मौजूदगी की वजह से फैंस के पास खेलने के लिए कई विकल्प होते हैं।
एक स्टडी के अनुसार fantasy sports का चलन अब Tier-2 और छोटे शहरों तक फैल चुका है।
इन इलाकों से अब इस सेगमेंट की 65% से ज़्यादा कमाई हो रही है।
डोमिनो इफेक्ट: क्रिकेट से गेमिंग तक
भारत में क्रिकेट की दीवानगी और IPL के वार्षिक आयोजन को देखते हुए, इसकी gamification strategy ने fan engagement को नई ऊंचाई दी है। फैंस अब सिर्फ मैच देख नहीं रहे, बल्कि वर्चुअल तौर पर भी IPL चैंपियन बनने की होड़ में लगे रहते हैं।
विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले वर्षों में IPL, भारत में fantasy sports सेगमेंट को 25-30% तक सालाना बढ़ावा देता रहेगा।
Created On :   25 April 2025 12:30 AM IST