भारत में Vernacular Gaming की बढ़ती मांग: गांवों-कस्बों से निकल रहे गेमिंग के नए सितारे

गांवों-कस्बों से निकल रहे गेमिंग के नए सितारे
70% भारतीय गेमर्स की पसंद स्थानीय भाषाओं में गेमिंग कंटेंट, मोबाइल गेमिंग से बढ़ी पहुंच

भारत में बढ़ती लोकल भाषा में गेमिंग की क्रांति

भारत सरकार ने देश की गेमिंग इंडस्ट्री से “Make in India, for the world” के लक्ष्य को अपनाने की अपील की है। इसका सीधा अर्थ है कि भारत अब केवल उपभोक्ता नहीं, बल्कि गेमिंग के निर्माण और मार्केटिंग में भी सक्रिय भूमिका निभाना चाहता है। इसके तहत भारतीय गेम डेवलपर्स को ऐसे गेम्स पर फोकस करना होगा जिनकी वैश्विक अपील हो। हालाँकि रम्मी या पोकर जैसे cash rummy app के लिए यह आसान है क्योंकि इनके नियम इंटरनेशनल स्तर पर एक जैसे होते हैं। लेकिन जब बात कहानी आधारित गेम्स की आती है, तो वहाँ global appeal लाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

थिंक ग्लोबल, एक्ट लोकल!

भले ही भारत के गेमिंग डेवलपर्स global products बनाने का सपना देख रहे हों, लेकिन भारतीय यूज़र्स की प्राथमिकताएं बिल्कुल अलग हैं। एक हालिया सर्वे के अनुसार, 70% भारतीय गेमर्स vernacular content यानी स्थानीय भाषाओं में गेम खेलना पसंद करते हैं। इसका साफ़ संकेत है – “थिंक ग्लोबल, एक्ट लोकल!”

मोबाइल गेमिंग और लोकल भाषा का बढ़ता क्रेज

भारत में गेमिंग का असली बूम मोबाइल गेमिंग की वजह से आया है। IAMAI-Kantar की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 900 मिलियन से अधिक इंटरनेट यूज़र्स हैं। लगभग 650 मिलियन स्मार्टफोन यूज़र्स हैं, और 591 मिलियन से ज्यादा active gamers हैं।

भारत में मोबाइल डेटा दुनिया में सबसे सस्ता है, जिसकी वजह से गांव-देहात तक gaming revolution पहुंचा है। Gaming revenue का 90% हिस्सा केवल मोबाइल गेमिंग से आता है। हैरानी की बात नहीं कि 66% गेमर्स non-metro cities से हैं।

अब स्मार्टफोन और सस्ती इंटरनेट सुविधा जैसे दो शक्तिशाली औज़ार भारतीय गेमर्स के हाथ में हैं। ₹10,000 से कम के स्मार्टफोन्स और फास्ट इंटरनेट से लैस इन यूज़र्स के लिए गेमिंग का मतलब है – स्थानीय भाषा में दिलचस्प अनुभव।

गेमिंग में भाषाई बदलाव

भारत में 66% गेमर्स non-metro शहरों से हैं और 70% vernacular content को प्राथमिकता देते हैं। Rural internet subscribers की संख्या हर साल 25% की दर से बढ़ रही है, जबकि शहरी इलाकों में यह 21% है।

आज 75% इंटरनेट यूज़र्स अपनी सेवाओं के लिए हिंदी या किसी अन्य regional language का उपयोग करते हैं। यही कारण है कि RummyTime जैसे लोकप्रिय cash rummy platforms ने Rummy online गेमर्स के लिए कस्टमर सपोर्ट में मल्टी-लैंग्वेज सपोर्ट देना शुरू कर दिया है।

अब गेमिंग कंपनियों को AI-driven translation और voice recognition जैसी तकनीकों का सहारा लेना पड़ रहा है ताकि वो अपने यूज़र्स को इंग्लिश के बजाय उनकी mother tongue में बेहतरीन गेमिंग अनुभव दे सकें।

इंडियन थीम्स और लोकल टच वाले गेम्स का दौर

भारत में पहली बार किसी India-based console game – Raji – को एक उदाहरण के तौर पर पेश किया गया है। इस गेम ने दिखा दिया कि इंडियन माइथोलॉजी भी गेमिंग के लिए एक शानदार थीम बन सकती है। Bheem, Arjun, और Kurukshetra जैसे नाम अब केवल कहानियों में नहीं बल्कि video games में भी देखे जा रहे हैं।

एक सर्वे के अनुसार, 82% लोग Indian mythology-based games खेलना पसंद करते हैं और 40% लोग ऐसे गेम्स को प्राथमिकता देते हैं। Zynga ने Rangoli Rekha नामक गेम को खास तौर पर भारतीय यूज़र्स के लिए डिज़ाइन किया है। वहीं Subway Surfers ने एक वर्जन में Mumbai streets को अपने game environment में शामिल किया था।

ABCD यानी इंडिया का गेमिंग फॉर्मूला

भारतीय गेमिंग इंडस्ट्री ने अब गेमिंग की उन थीम्स को पहचान लिया है जो देश के लोगों में सबसे ज़्यादा रुचि जगाती हैं — और वह हैं ABCD: Astrology, Bollywood, Cricket, और Devotion। ये वो विषय हैं जिनमें भारतीयों की भावनाएं गहराई से जुड़ी हैं।

इन गेम्स को प्रस्तुत करने के लिए भाषा की भूमिका अहम हो जाती है। भले ही इंग्लिश भारत की दो आधिकारिक भाषाओं में से एक हो, हिंदी सबसे ज़्यादा बोले जाने वाली भाषा है। इसके अलावा Telugu, Tamil, Kannada, Bengali जैसी dominant regional languages भी अब गेमिंग की मुख्यधारा में आ रही हैं।

Created On :   25 April 2025 12:10 AM IST

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