Manu Bhaker Khel Ratna Award: ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर को 'खेल रत्न अवॉर्ड' विवाद पर सामने आई खेल मंत्रालय की प्रतीक्रिया, कहा- "अभी तक इसकी सूची तैयार नहीं हुई है"

ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर को खेल रत्न अवॉर्ड विवाद पर सामने आई खेल मंत्रालय की प्रतीक्रिया, कहा- अभी तक इसकी सूची तैयार नहीं हुई है
  • ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर को 'खेल रत्न अवॉर्ड' विवाद पर सामने आई खेल मंत्रालय की प्रतीक्रिया
  • कहा- "अभी तक इसकी सूची तैयार नहीं हुई है"
  • एथलीट के पिता ने सूची में नाम न होने पर उठाए थे सवाल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय निशानेबाज मनु भाकर के मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए जारी की गई लिस्ट में नाम न होने की वजह से जारी विवाद पर अब खेल मंत्रालय की प्रतीक्रिया सामने आई है। भारतीय खेल मंत्रायल ने सोमवार को कहा कि दो बार ओलंपिक पदक विजेता भारतीय निशानेबाज मनु भाकर के नाम पर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए विचार नहीं किया गया क्योंकि उन्होंने भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान के लिए आवेदन नहीं किया था। वहीं, उनके परिवार ने एथलीट के उस वर्ष आवेदन करने की आवश्यकता पर सवाल उठाए हैं क्योंकि उनका कहना है कि इस साल मनु की उपलब्धियां ऐतिहासिक रही थीं। हालांकि, खेल मंत्रालय ने ये भी कहा कि खेल रत्न के लिए अंतिम सूची अभी तक तय नहीं हुई है, जिससे भाकर के लिए इस पुरस्कार के लिए विचार किए जाने का रास्ता खुला है।

क्या है पूरा मामला?

जानकारी के लिए बता दें, भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड के लिए 12 सदस्यीय पुरस्कार समिति की नॉमिनेशन की सूची में 2024 पेरिस ओलंपिक में दो पदक विजेता मनु भाकर का नाम न होने के बाद विवाद खड़ा हो गया था। जानकारी के मुताबिक, खेल रत्न के लिए की गई नॉमिनेशन में भारतीय पुरुष हॉकी कप्तान हरमनप्रीत सिंह, जिन्होंने पेरिस में टीम को कांस्य पदक दिलाया था, और पैरालिंपिक में पुरुषों की हाई जंप (टी64 वर्ग में) के स्वर्ण पदक विजेता प्रवीण कुमार शामिल थे।

खेल मंत्रालय ने क्या कहा?

भारतीय खेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस मामले पर मीडिया से बात करते हुए बताया, "यह अंतिम सूची नहीं है, इसमें एक प्रक्रिया शामिल है।" अधिकारी ने आगे कहा, "पुरस्कार विजेताओं की सूची तैयार होने से पहले इसे खेल मंत्री के पास भेजा जाएगा।" मामले से अवगत मंत्रालय के लोगों ने कहा कि पुरस्कार समिति उन नामों पर चर्चा करने के प्रोटोकॉल के अनुसार काम करती है जिन्होंने राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए आवेदन किया है और भाकर का आवेदन इसमें नहीं था।

युवा मामले और खेल मंत्रालय के 24 अक्टूबर, 2024 को संशोधित गाइडलाइन के अनुसार, "आवेदन केवल एक समर्पित पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आमंत्रित किए जा रहे हैं"। गाइडलाइन में आगे ये भी कहा गया है कि खिलाड़ियों को ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से "स्वयं आवेदन करना होगा"। पुरस्कार समिति के एक सदस्य ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, "यदि उसने आवेदन किया था, तो हमारे पास उस पर विचार न करने का कोई कारण नहीं है।"

निशानेबाज के पिता ने क्या कहा?

इस बीच भाकर के पिता रामकिशन ने कहा कि उनकी बेटी को पुरस्कार के लिए आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए, खासकर तब जब वह स्वतंत्र भारत की एकमात्र एथलीट बन गई है जिसने ओलंपिक के एक ही संस्करण में दो पदक जीते हैं। जानकारी के लिए बता दें, 22 वर्षीय भाकर ने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर मिक्सड 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में दूसरा कांस्य जीतने से पहले महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था।

भारतीय निशानेबाद मनु भाकर को खेल रत्न अवॉर्ड के लिए नहीं चुने जाने पर उनके पिता राम किशन ने समिति के सदस्यों पर "चुप रहने" के लिए हमला बोला। उन्होंने कहा, "अगर आपको पुरस्कारों के लिए भीख मांगनी पड़े तो एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने का क्या मतलब है।" "एक सरकारी अधिकारी निर्णय ले रहा है और समिति के सदस्य चुप हैं और अपनी राय नहीं दे रहे हैं। मुझे समझ नहीं आ रहा। क्या आप इस तरह से एथलीटों को प्रोत्साहित कर रहे हैं?" किशन ने कहा। "हमने पुरस्कार के लिए आवेदन किया था, लेकिन समिति से कोई जवाब नहीं मिला।" "माता-पिता अपने बच्चों को खेलने के लिए क्यों प्रोत्साहित कर रहे हैं? उन्हें सरकार में आईआरएस अधिकारी बनने के लिए प्रेरित करना चाहिए।"

Created On :   23 Dec 2024 11:11 PM IST

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