विनेश फोगाट डिसक्वालिफाई: विनेश की तरह मैरीकॉम का भी एन वक्त पर बढ़ गया था वजन, 4 घंटे में 2 किलो वजन घटाने के लिए किया था ये काम
- पेरिस ओलंपिक से डिस्क्वालीफाई हुई विनेश फोगाट
- विनेश के जैसे ही मैरीकॉम का भी बढ़ था वजन
- चार घंटे में इस तरह से घटाया था 2 किलो वजन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक 2024 में गोल्ड जीतने से एक कदम दूर विनेश फोगाट फाइनल के लिए डिस्क्वालीफाई हो गई है। 50 किलो कैटेगरी में प्री क्वार्टर, क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल जीत चुकी विनेश फोगाट का वजन 100 ग्राम से अधिक होने पर उन्हें आयोग्य घोषित कर दिया गया है। इससे पहले विनेश फोगाट ने फाइनल में अपने वजन को कम करने के लिए रातभर जीत तोड़ कोशिश करती रही। उन्होंने साइकलिंग, स्कीपिंग और जॉगिंग करके अपना वटन घटाने की जी तोड़ मेहनत की। जब अगले दिन यानी बुधवार की सुबह उनका वजन चेक कराया गया तो वह 50 किलो से 100 ग्राम ज्यादा था। इसके बाद उन्हें फाइनल राउंड से डिस्क्वालीफाई कर दिया गया। विनेश फोगाट के अनफिट होने से मैरीकॉम की वो कहानी भी ताजा हो गई है। जब उन्होंने विनेश फोगाट की तरह ही फाइनल से चार घंटे पहले अपना वजन दो किलो कम करके लिए फिटनेस टेस्ट पास कर लिया था।
मैरीकॉम ने दो घंटों में घटाया था वजन
15 सिंतबर साल 2018 में पोलैंड में साइलेशियन ओपन बॉक्सिंग टूर्नामेंट हो रहा था। इस टूर्नामेंट में भारत की बॉक्सर और पांच बार की वर्ल्ड चैंपियन मैरी कॉम ने भी भाग लिया था। टूर्नामेंट में मैरीकॉम को 48 किलोग्राम वेट कैटेगरी में हिस्सा लेना था। लेकिन, इसके लिए उनका वजन 50 किलोग्राम के पार चला गया था। तब लगा रहा था कि मैरी कॉम डिस्क्वालीफाई ना हो जाए। मगर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। मैरीकॉम ने लगातार चार घंटों के अंदर अपना दो किलो वजन घटा लिया था। इसे हासिल करने के लिए उन्होंने एक घंटे तक नॉन स्टॉप स्किपिंग की थी।
इस बारे में मैरी कॉम ने कहा था, "पोलैंड में हमारी फ्लाइट सुबह करीब 3 साढ़े तीन बजे लैंड हुई। मेरा वजन करीब 2 किलो ज्यादा था। सुबह के साढ़े सात बजे वजन होना था। तो मेरे पास लगभग चार घंटे का समय था। अगर मैं वजन कम कर पाती तो मुकाबले में रहती और नहीं कर पाती तो मुकाबले से बाहर हो जाती।"
ऐसी हुई थी मुकाबले के लिए फिट
चैंपियनशिप में वेट लॉस करने के बारे में मैरी कॉम का कहना था कि उन्होंने एक घंटे तक नॉन स्टॉप स्किपिंग और स्ट्रेचिंग की थी। तब जाकर वह टूर्नामेंट के लिए फिट पाई गई थी। मैरीकॉम ने अपना वजन घटाकर कॉम्पिटिशन में कजाकिस्तान की एइजेरिम को 5-0 से मात देकर गोल्ड मेडल हासिल किया था।
हालांकि, जैसा मैरीकॉम के साथ हुआ वैसा पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट के साथ नहीं हो पाया। वजन घटाने के बावजूद फाइनल से पहले उनका वजन तय सीमा से 100 ग्राम ज्यादा था। जिसके बाद उन्हें बिना मेडल ओलंपिक से डिस्क्वालीफाई कर दिया गया। विनेश फोगाट के मेडल जीतने की उम्मीद के साथ-साथ करोड़ों भारतियों की उम्मीद भी टूट गई। यदि पहले मुकाबले में ओवर वेट की समस्या आती तो विनेश कुछ कर पाती। दरअसल, पहले मुकाबले में किसी भी पहलवान को वेट चेक करवाने के लिए 30 मिनट का वक्त दिया जाता है। इस दौरान पहलवान कई बार अपना वजन को चेक करवा सकते हैं। इसके बाद दूसरे मुकाबले में वजन चेक कराने के लिए पहलवानों को केवल 15 मिनट ही दिए जाते हैं।
Created On :   7 Aug 2024 8:09 PM IST