IND vs ENG T-20 Series: क्या है कन्कशन सब्सटीट्यूट नियम? जिसकी वजह से इंग्लैंड पूर्व कप्तान से लेकर मौजूदा कप्तान तक सभी ने खड़े किए सवाल

- शिवम की जगह हर्षित को मिली प्लेइंग इलेवन में जगह
- भारत ने चौथे टी-20 में जीत के साथ सीरीज पर जमाया कब्जा
- पहले भी टीम इंडिया में हो चुका है इस नियम का इस्तेमाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम पर शुक्रवार को खेले गए चौथे टी-20 मैच में भारत ने इंग्लैंड को 15 रनों से मात दी। इस निर्णायक मैच में शानदार जीत के साथ टीम इंडिया ने 5 मैचों की टी-20 सीरीज पर कब्जा जमा लिया है। पुणे में भारत की इस शानदार जीत में तेज गेंदबाज हर्षित राणा की अहम भूमिका रही थी। उन्होंने अपने डेब्यू मैच में तीन शिकार कर धमाल मचा दिया था। हर्षित की शानदार गेंदबाजी की वजह से इंग्लिश टीम बैकफुट पर आ गई थी।
मुकबले में हर्षित ने सबसे पहले लियाम लिविंगस्टन को पवेलियन रवाना किया। लिविंगस्टन के आउट होने की वजह से इंग्लैंड को काफी बड़ा झटका लगा था। इसके बाद राणा की गेंद पर जैकब बेथेल और जेमी ओवरटन भी अपना विकेट गंवा बैठे थे। इन तीनों बल्लेबाजों के विकेट गिरते ही मुकाबले में इंग्लैंड के जीत के सपने टूट के बिखर गए थे।
शिवम की जगह हर्षित को मिली प्लेइंग इलेवन में जगह
जानकारी के लिए बता दें, तेज गेंदबाज हर्षित राणा पहले प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं थे। उन्हें प्लेइंग इलेवन में ऑलराउंडर शिवम दुबे की जगह शामिल किया गया था। दरअसल, बल्लेबाजी के दौरान शिवम के हेलमेट पर चोट लग गई थी। जिसकी वहज से उन्हें रिप्लेस कर दिया और कन्कशन स्ब्सटीट्यूट के तौर पर हर्षित राणा की एंट्री हुई। लेकिन हर्षित राणा की यूं एंट्री को लेकर अब बवाल छिड़ गया है। पहले कमेंट्री कर रहे पूर्व इंग्लिश कप्तान केविन पीटरसन ने इसकी आलोचना की। वहीं, मैच के बाद इंग्लैंड टीम के मौजूदा कप्तान जोस बटलर ने भी मैच रेफरी के इस फैसले को गलत ठहराया था।
क्या है ये कन्कशन सब्सटीट्यूट नियम?
इन सभी चीजों के अलावा पहले जानते हैं आखिर है क्या ये कन्कशन सब्स्टीट्यूट नियम। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के नियम के क्लॉज 1.2.7.3.4 के मुताबिक, खेल के दौरान अगर किसी खिलाड़ी के सर या आंखों में चोट लग जाती है तब ये नियम लगाया जाता है। हालांकि, इसमें ये भी कहा गया है कि खिलाड़ी का स्बस्टीट्यूशन लाइक फॉर लाइक होना चाहिए। दरअसल, इसका मतलब है कि अगर कोई तेज गेंदबाज चोटिल होता है तो उसकी जगह प्लेइंग इलेवन में किसी तेज गेंदबाज को ही जगह दी जाएगी।
पहले भी टीम इंडिया में हो चुका है इस नियम का इस्तेमाल
लेकिन हर जगह बहस छिड़ी हुई है कि क्या शिवम दुबे के कन्क्शन सब्स्टीट्यूट के रूप में हर्षित को शामिल करना सही था? दरअसल, भले ही शिवम तेज गेंदबाजी कर लेते हैं लेकिन मूल रूप से वह एक ऑलराउंडर हैं। वहीं, हर्षित सिर्फ तेज गेंदबाज हैं। बताते चलें, ऐसा ही एक माजरा साल 2020 में देखा गया था जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में दिग्गज ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा के चोटिल हो जाने के बाद युजवेंद्र चहल को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया था।
Created On :   1 Feb 2025 6:12 PM IST