Tata Steel Chess Tournament 2025: भारतीय खिलाड़ी का अपमान करने के लिए उज्बेकिस्तान के ग्रैंडमास्टर की हुई आलोचना, अब खुद सामने आकर मांगी माफी

भारतीय खिलाड़ी का अपमान करने के लिए उज्बेकिस्तान के ग्रैंडमास्टर की हुई आलोचना, अब खुद सामने आकर मांगी माफी
  • भारतीय खिलाड़ी का अपमान करने के लिए उज्बेकिस्तान के ग्रैंडमास्टर की हुई आलोचना
  • मुकाबले के पहले हाथ मिलाने से किया था इंकार
  • सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए मांगी माफी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नीदरलैंड के विज्क आन जी में आयोजित टाटा स्टील चेस टूर्नामेंट में हाथ मिलाने को लेकर नया विवाद शुरु हो गया है। दरअसल, टूर्नामेंट में उज्बेकिस्तान के ग्रैंडमास्टर नोडरिक याकूबबोव ने भारतीय ग्रैंडमास्टर आर वैशाली से हाथ मिलाने से इंकार कर दिया था। ये घटना तब हुई जब मैच की शुरुआत के पहले दोनों खिलाड़ी एक दूसरे से हाथ मिलाते हैं। लेकिन जब भारतीय ग्रैंडमास्टर ने हाथ आगे बढ़ाया तो उज्बेकिस्तान के खिलाड़ी ने हाथ मिलाने से मना कर दिया। जिसे लेकर सोशल मीडिया पर बाद में उनकी खूब आलोचना भी हुई।

आलोचनाओं का शिकार होने के बाद उज्बेकिस्तान के नोडरिक याकूबबोव ने भारतीय खिलाड़ी से इस रवैये के लिए माफी मांगते हुए एक पोस्ट किया है। साथ ही उन्होंने पोस्ट में अपने इस बरताव के लिए सफाई भी पेश की है। बता दें, दोनों खिलाड़ियों के बीच खेले गए इस मैच में उज्बेकिस्तान के ग्रैंडमास्टर नोडरिक याकूबबोव को हार का सामना करना पड़ा।

याकूबबोव ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा, "प्रिय शतरंज मित्रों। मैं वैशाली के साथ खेल में हुई स्थिति के बारे में बताना चाहता हूं। महिलाओं और भारतीय शतरंज खिलाड़ियों के प्रति पूरे सम्मान के साथ, मैं सभी को सूचित करना चाहता हूं कि मैं धार्मिक कारणों से अन्य महिलाओं को नहीं छूता हूं। मैं वैशाली और उसके भाई का भारत के सबसे मजबूत शतरंज खिलाड़ियों के रूप में सम्मान करता हूं। अगर मेरे व्यवहार से उन्हें ठेस पहुंची है, तो मैं माफी मांगता हूं।"

उन्होंने पोस्ट में आगे अपने बरताव पर सफाई भी पेश की। उन्होंने लिखा, "शतरंज हराम नहीं है। मैं वही करता हूं जो मुझे करना चाहिए। मैं दूसरों से विपरीत लिंग के लोगों से हाथ न मिलाने या महिलाओं से हिजाब या बुर्का पहनने पर जोर नहीं देती। यह उनका काम है कि वे क्या करें।"

उज्बेकिस्तान के ग्रैंडमास्टर ने आगे लिखा, "आज (यानी रविवार को) मैंने इरिना बुलमागा (रोमानियाई शतरंज खिलाड़ी) को इसके बारे में बताया। वह इसके लिए सहमत हो गई। लेकिन जब मैं खेल हॉल में आया, तो रेफ्री ने मुझसे कहा कि मुझे कम से कम नमस्ते तो करना चाहिए। दिव्या और वैशाली के साथ खेल में मैं उन्हें खेल से पहले इसके बारे में नहीं बता सका और एक अजीब स्थिति बन गई।"

Created On :   27 Jan 2025 4:18 PM IST

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