Champions Trophy 2025: भारत-पाक के बाद चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर इंग्लैंड ने शुरु किया विवाद, संसद में उठी अफ्गानिस्तान के खिलाफ मैच बॉयकॉट करने की मांग, ECB ने किया खारिज
- भारत-पाक के बाद चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर इंग्लैंड ने शुरु किया विवाद
- संसद में उठी अफ्गानिस्तान के खिलाफ मैच बॉयकॉट करने की मांग
- ECB ने मांग को किया खारिज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के आयोजन में एक के बाद एक बाधा सामने आते जा रही है। पहले इसके वेन्यू को लेकर भारत और पाकिस्तान आमने-सामने थे। क्योंकि आईसीसी ने इस बार टूर्नामेंट की मेजबानी पाकिस्तान को सौंपी है। लेकिन भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तान दौरे से साफ मना कर दिया था। जिसके कई दिनों तक चले विवाद के बाद आईसीसी ने भारत के मैच हाइब्रिड मॉडल पर आयोजित कराने की घोषणा की। इसके तहत इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम अपने सारे मैच न्यूट्रल वेन्यू (जिसके लिए दुबई का चुनाव किया गया) पर खेलेगी। लेकिन अब चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर इंग्लैंड और अफगानिस्तान के बीच विवाद शुरु हो गया है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, ब्रिटेन के 160 सांसदों ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में इंग्लैंड और अफ्गानिस्तान के बीच होने वाले सभी मैचों को बॉयकॉट करने की मांग की है। बता दें, टूर्नामेंट में इंग्लिश टीम और अफगानिस्तान के बीच 26 फरवरी को ग्रुप स्टेज का मैच खेला जाने वाला है। ब्रिटिश सांसदों ने ये मांग सोमवार को एक पत्र जारी कर की थी। जिसके लिए उन्होंने अफगानिस्तान में महिलाओं के अधिकारों के उल्लंघन की वजह बताई है।
पत्र में क्या लिखा?
ब्रिटिश सांसदों के ने अपने पत्र में कहा, "हम ईसीबी से 26 फरवरी को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी ग्रुप स्टेज में अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाले अपकमिंग मैच का बायकॉट करने पर भी विचार करने का आग्रह करते हैं ताकि एक साफ संदेश भेजा जा सके कि इस तरह के घोर अत्याचारों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"
सामने आई ईसीबी की प्रतिक्रिया
इंग्लैंड के सांसदों के इस मांग पर अब इंग्लैंड एंड वेस्ट क्रिकेट बोर्ड की प्रतिक्रिया सामने आई है। ईसीबी ने कहा है कि उनकी पुरुष टीम 2025 चैंपियंस ट्रॉफी में अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाले मैच का बहिष्कार नहीं करेगी। ईसीबी के मुख्य कार्यकारी रिचर्ड गोल्ड ने कहा, "ईसीबी अफगानिस्तान में तालिबान शासन के तहत महिलाओं और लड़कियों के साथ किए जा रहे व्यवहार की कड़ी निंदा करता है। आईसीसी संविधान में यह अनिवार्य किया गया है कि सभी सदस्य देश महिला क्रिकेट के विकास और विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस प्रतिबद्धता के अनुरूप, ईसीबी ने अफगानिस्तान के साथ कोई द्विपक्षीय क्रिकेट मैच आयोजित न करने की अपनी स्थिति को बनाए रखा है।"
Created On :   8 Jan 2025 1:33 AM IST