ईयर एंडर 2024: हिंदुत्व को बीमारी बताने से लेकर चुनाव आयोग के लिए अपशब्द कहने तक, इन पांच सियासी बयानों ने जमकर बंटोरी सुर्खियां

हिंदुत्व को बीमारी बताने से लेकर चुनाव आयोग के लिए अपशब्द कहने तक, इन पांच सियासी बयानों ने जमकर बंटोरी सुर्खियां
  • साल भर कई सियासी बयान रहे विवादों में
  • खरगे ने आरएसएस को बताया जहर
  • नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा पर लालू ने दिया आपत्तिजनक बयान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। साल 2024 की विदाई होने वाली है और दुनिया नए साल का वेलकम करने के लिए तैयार है। इस साल के कुछ आखिरी दिन बचे हैं। ऐसे में आइए बात करते हैं इस साल की उन सियासी बयानों के बारे में जिन्होंने जमकर सुर्खियां बंटोरी। इनमें कुछ बयान ऐसे भी रहे जिन्होंने देश को झकझोर कर रख दिया। ध्रुवीकरण की राजनीति के चलते ऐसी टिप्पणियां की गईं जिन पर जमकर विवाद हुआ।

'हिंदुत्व' एक बीमारी

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हाल ही एक बयान दिया था जिस पर जमकर विवाद हुआ था। उन्होंने 7 नवंबर को सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर लिखा, "यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। 'हिंदुत्व' एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।"

खरगे ने आरएसएस को बताया जहर

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के एक बयान भी इस साल सुर्खियों में रहा। लोकसभा चुनाव के दौरान सांगली में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए खड़गे ने भाजपा और आरएसएस की तुलना "जहर" से की थी। साथ ही उन्होंने उन्हें भारत में "राजनीतिक रूप से सबसे खतरनाक" बताया था।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था "यदि भारत में राजनीतिक रूप से सबसे खतरनाक कोई चीज है तो वह है भाजपा और आरएसएस। वे जहर की तरह हैं। अगर किसी व्यक्ति को सांप काटता है तो वह व्यक्ति मर जाता है। ऐसे जहरीले सांप को मार देना चाहिए।"

कांग्रेस नेता की चुनाव आयोग पर विवादित टिप्पणी

सबसे विवादित बयान कांग्रेस नेता भाई जगताप का था। जिन्होंने चुनाव आयोग के लिए बेहद आपत्तिजनक शब्द का उपयोग किया था। उन्होंने आयोग को 'कुत्ता' कह डाला था। उन्होंने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा, "चुनाव आयोग तो कुत्ता है। पीएम मोदी के बंगले के बाहर बैठा कुत्ता बनकर काम कर रहा है। लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए बनाई गई सभी एजेंसियां ​​अब कठपुतलियां बन गई हैं और नरेंद्र मोदी के प्रभाव में काम कर रही हैं। एजेंसियां, जो हमारे लोकतंत्र की रक्षा के लिए थी, उसका दुरुपयोग किया जा रहा है। महाराष्ट्र और देश भर में चल रही घटनाएं दिखाती हैं कि किस तरह व्यवस्था से छेड़छाड़ की जा रही है।"

कंगना रनौत पर विवादित बयान

नेताओं की ओर से विवादित बयान देने का सिलसिला साल भर चलता रहा। इसी क्रम में 24 सितंबर को हिमाचल प्रदेश के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान नेगी ने सदन में आपदा पर चर्चा करते हुए कहा था, "कंगना राज्य में तब आईं जब सब कुछ सामान्य था। न तो वह तब आईं जब भारी बारिश की चेतावनी थी, न ही तब जब उनके मंडी लोकसभा क्षेत्र में नौ लोग मर गए। वह बारिश के दौरान नहीं आना चाहती थीं, क्योंकि इससे उनका मेकअप धुल जाता, और मेकअप के बिना लोग यह नहीं बता पाते कि यह कंगना रनौत हैं या उनकी मां।"

नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा पर लालू का आपत्तिजनक बयान

साल के आखिरी महीने में आरजेडी सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव ने बेहद शर्मनाक बयान दिया। उन्होंने 10 दिसंबर को नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा पर सवाल उठाते हुए कहा, "वह नैन सेंकने जा रहे हैं। इसके बाद वह सरकार बनाएंगे।" इस बयान पर लालू प्रसाद यादव की जमकर आलोचना हुई।

Created On :   21 Dec 2024 2:04 AM IST

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