मंत्री पद को लेकर शिंदे गुट में बेचैनी, कैबिनेट में जगह न मिलने पर दिख सकती है बगावत, कई नेता उद्धव ठाकरे के संपर्क में!
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र में जोड़-तोड़ की राजनीति के बाद अब राज्य में मॉनसून सत्र शुरू होने वाला है। इससे पहले राज्य में कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है। माना जा रहा है कि राज्य में मॉनसून सत्र शुरू होने से पहले कैबिनेट विस्तार हो सकता है। इस माह के शुरुआती में ही एनसीपी का एक धड़ा शिंदे-फडणवीस गुट में शामिल हुआ है। इस दौरान अजित पवार ने डिप्टी सीएम और उनके साथ आए 9 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। साथ ही अब शिंदे गुट और बीजेपी के पाले वाले विधायकों को भी मंत्री बनाए जाने की भी संभावनाएं तेज हो गई है। हालांकि शिंदे गुट के विधायक इस बात को लेकर घबराहट में हैं कि उनका नाम कैबिनेट बिस्तार में शामिल होगा या फिर नहीं! इसके अलावा शिंदे गुट के कई विधायक पाला बदलने के फिराक में हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कुछ विधायक उद्धव ठाकरे सेना के संपर्क में है। ऐसे में यदि इन विधायकों को मंत्री पद नहीं मिलता है तो वह जल्द ही शिंदे गुट को छोड़ सकते हैं।
अजित पवार का एनसीपी धड़ा परेशान!
इधर, NCP को छोड़कर अजित पवार के साथ सरकार में शामिल हुए विधायक भी बेचैनी में हैं। ये नेतागण भी मंत्री पद के लिए एनसीपी को छोड़ अजित पवार के साथ आए हैं। ऐसे में ये सभी नेता भी मंत्री पद की आश लगाए बैठे हैं। इन विधायकों को शपथ लिए एक हफ्ते से ज्यादा का समय बीत चुका है। लेकिन अभी तक इन विधायकों को भी विभाग नहीं सौंपे गए हैं। हाल में अजित पवार ने वित्त मंत्रालय, ऊर्जा मंत्रालय समेत कई विभागों की डिमांड की थी। लेकिन शिंदे गुट ने इसको लेकर आपत्ति जताई है। ऐसे इन विभागों में अभी तक फैसला नहीं हो सका है। बीजेपी के आलाकमान इस मसले को लेकर राजधानी दिल्ली में मंथन कर रहे हैं। माना जा रहा है कि अगले दो से तीन दिनों में मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा सकता है।
बगावत को लेकर चर्चा तेज!
जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र सरकार में 14 अन्य मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है। वर्तमान समय में महाराष्ट्र में तीन पार्टी मिलकर सरकार चला रही है। खबर है कि भाजपा के अलाकमान अपने ही कुछ मंत्रियों और शिंदे गुट के कई मंत्रियों के कामकाज से नाराज हैं। ऐसे में इन नेताओं की जल्द ही छुट्टी हो सकती है। इनके जगह पर नए विधायकों मौका देने की कवायद भी तेज है।
गौरतलब है कि शिंदे गुट के साथ आए 40 विधायकों में से ज्यादातर विधायक मंत्री बनने के इंतजार में है। इनमें से कई ऐसे नेता हैं, जो उद्धव ठाकरे के कार्यकाल के दौरान मंत्री थे। जिसे ये नेता अपना हक मानकर मंत्री पद पर बैठे रहने की वकालत कर रहे हैं। ऐसे में यदि इन नेताओं को भाव नहीं मिलता है, तो वह जल्द ही सरकार से बगावत कर सकते हैं। इनमें कई नेता उद्धव ठाकरे के संपर्क में बने हुए हैं, जिसके चलते सीएम एकनाथ शिंदे भी परेशान हैं। एनसीपी गुट के शामिल होने से पहले खबर थी कि शिंदे के 12 से 13 विधयाकों को मंत्री पद सौंपा जा सकता है। लेकिन अब ये भी होता दिखाई नहीं दे रहा है।
Created On :   10 July 2023 11:28 PM IST