गुजरात में कांग्रेस का 84वां अधिवेशन: राहुल गांधी का मोदी सरकार से सवाल, देश में कितने हैं अल्पसंख्यक और गरीब? जाति जनगणना की भी दिलाई याद
- गुजरात में कांग्रेस का दो दिवसीय अधिवेशन
- जाति जनगणना और अल्पसंख्यकों पर की चर्चा
- केंद्र की मोदी सरकार से उठाए सवाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में कांग्रेस का दो दिवसीय अधिवेशन जारी है। इस अधिवेशन में शामिल होने कांग्रेस के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। इस दौरान अधिवेशन के दूसरे दिन यानी आज लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सभा को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत महात्मा गांधी और सरदार पटेल का जिक्र करते हुए की। उन्होंने कहा, '100 साल पहले महात्मा गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे। 150 साल पहले सरदार पटेल का जन्म हुआ था। गांधीजी, सरदार पटेल ये कांग्रेस पार्टी की नींव हैं. अभी अजय लल्लू ने कहा कि मैं पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों, गरीबों के लिए काम कर रहा हूं।'
राहुल गांधी ने कहा, 'मैंने इंदिरा गांधी से एक बार एक सवाल पूछा था। मैंने पूछा कि दादी मरने के बाद आपके बारे में लोगों को क्या कहना चाहिए। इंदिरा गांधी ने जवाब दिया कि राहुल, मैं अपना काम करती हूं। मरने के बाद लोग मेरे बारे में क्या सोचें, क्या न सोचें मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं सिर्फ अपने काम में दिलचस्पी रखती हूं। अगर पूरी दुनिया मेरे मरने के बाद मुझे भूल भी जाए तो वो भी मुझे मंजूर है। यही मेरी भी सोच है।'
उन्होंने कहा, 'तेलंगाना में हमने एक क्रांतिकारी कदम उठाया। जातीय जनगणना। उससे कुछ महीने पहले मैंने संसद में भाषण दिया था। मैंने पीएम मोदी के सामने कहा कि आप जातीय जनगणना कराइए। देश को मालूम होना चाहिए कि इस देश में दलित, पिछड़ा वर्ग, अति पिछड़ा, अति दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक, गरीब सामान्य वर्ग के कितने लोग हैं।'
कांग्रेस नेता ने कहा, 'मैं सिर्फ जातीय जनगणना के पीछे नहीं हूं। जातीय जनगणना एक कदम है। मुझे यह पता लगाना था कि इस देश में किसकी कितनी भागीदारी है। उस समय मैंने कहा था कि देश का एक्स-रे होना चाहिए। पता लगाना चाहिए कि जो हमारे दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग के लोग धूप में काम करते हैं, मजदूरी करते हैं क्या सममुच में ये देश उनकी इज्जत करता है, क्या सचमुच में उन्हें जगह मिलती है।'
Created On :   9 April 2025 7:09 PM IST