अहमदाबाद में कांग्रेस का 84वां अधिवेशन: पार्टी छोड़ने की अटकलों के बीच, शशि थरूर ने फिर कांग्रेस को लेकर दिया बयान, कहा - 'आपके बिना कांग्रेस पार्टी नहीं होती'

पार्टी छोड़ने की अटकलों के बीच, शशि थरूर ने फिर कांग्रेस को लेकर दिया बयान, कहा - आपके बिना कांग्रेस पार्टी नहीं होती
  • अहमदाबाद में कांग्रेस का दो दिवसीय अधिवेशन
  • कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने लिया हिस्सा
  • कांग्रेस को लेकर दिया बड़ा बयान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस के दिग्गज नेता और तिरुवनंतपुरुम सांसद शशि थरूर ने एक बार फिर से कांग्रेस को लेकर बयान दिया। उन्होंने बुधवार को कहा कि कांग्रेस को रोष, अतीत और नकारात्मक आलोचना की नहीं बल्कि, आशा, भविष्य और सकारात्मक विमर्श वाली पार्टी होना चाहिए। बता दें, गुजरात में मंगलवार से जारी एआईसीसी के दो दिवसीय अधिवशेन में कांग्रेस छोड़ने की अटकलों के बीच शशि थरूर का यह बयान सामने आया है।

चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन पर की चर्चा

शशि थरूर ने कहा, "2024 में हमें मिले-जुले नतीजे मिले लोकसभा में हमारी ताकत दोगुनी हो गई, लेकिन राज्य चुनावों में हमें असफलताओं का सामना करना पड़ा। यह AICC सत्र एक महत्वपूर्ण मोड़ होना चाहिए। हमें 2009 से खोए वोटों को वापस हासिल करना होगा, लेकिन हम इसे केवल रचनात्मक आलोचना के माध्यम से हासिल कर सकते हैं, नकारात्मकता से नहीं।"

शशि थरूर ने कहा कि प्रस्ताव में हमारे राष्ट्रवाद पर जोर दिया गया है, जो सभी भारतीयों की भलाई में निहित है। सामाजिक न्याय और समावेश के प्रति हमारी प्रतिबद्धता केंद्रीय है, क्योंकि हमारा संविधान सभी धर्मों, भाषाओं, क्षेत्रों और जातियों के राष्ट्र को गले लगाता है और कांग्रेस उन सभी की सेवा करती है। हम एक समावेशी भारत के लिए खड़े हैं, जहाँ कोई एक साथ गर्वित गुजराती, मुस्लिम और भारतीय हो सकता है।

नफरत छोड़ो भारत जोड़ो - शशि थरूर

उन्होंने कहा, "जबकि कुछ लोग उत्तर और दक्षिण को बांटने की कोशिश करते हैं। मैं, एक दक्षिण भारतीय के रूप में, यह मानता हूं कि भारत को एकजुट करना हमारी साझा जिम्मेदारी है। नफरत छोड़ो भारत जोड़ो, मैं कहता हूं। एकता हमारा मिशन है फिर ये मायने नहीं रखता कि हम कहां से हैं।"

कांग्रेस नेता ने कहा, "हमारा संकल्प क्रांतिकारी है। यह हमारे समाज के सबसे कमज़ोर लोगों के लिए सामाजिक न्याय पर आधारित है। इस संकल्प के पीछे मुख्य विषय कमज़ोर और हाशिए पर पड़े लोगों - ओबीसी, एससी, आदिवासी और अल्पसंख्यकों की रक्षा करना है।"

उन्होंने कहा, "अंत में, मैं यह कहना चाहूंगा कि यह प्रस्ताव आप सभी गुमनाम पार्टी कार्यकर्ताओं के खून और बलिदान को स्वीकार करता है। आप पार्टी की जान हैं। आपके बिना, कांग्रेस पार्टी नहीं होती। आपके बिना, यह प्रस्ताव सिर्फ़ शब्द बनकर रह जाता। आपकी सेवा के लिए धन्यवाद।"

Created On :   9 April 2025 9:57 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story