सेंगोल के इतिहास पर सवाल! कांग्रेस ने खारिज की संगोल और नेहरू के इतिहास की कहानी, शाह का जवाब

सेंगोल के इतिहास पर सवाल! कांग्रेस ने खारिज की संगोल और नेहरू के इतिहास की कहानी, शाह का जवाब
  • सेंगोल का लेकर गरमाई सियासत
  • कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाया तथ्यों से तोड़-मरोड़ करने का आरोप
  • बीजेपी ने पलटवार कर कांग्रेस को भारतीय संस्कृति का विरोधी बताया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इन दिनों सेंगोल चर्चा में बना हुआ है। जिसे 28 मई को पीएम नरेंद्र मोदी नए संसद भवन में स्थापित करेंगे। इस बीच सेंगोल को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गई हैं। कांग्रेस ने जहां सेंगोल पर किए भाजपा के दावों को फर्जी बताया है वहीं भाजपा ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर भारतीय संस्कृति और परंपरा का अपमान करने का आरोप लगाया।

वॉट्सऐप यूनिवर्सिटी के जरिए फैलाया जा रहा झूठ - कांग्रेस

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा, क्या यह कोई आश्चर्य की बात है कि नई संसद को व्हाट्सऐप यूनिवर्सिटी के झूठे दावों से अपवित्र किया जा रहा है। बीजेपी-आरएसएस के बिना किसी सबूत के तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है। उन्होंने कहा कि सेंगोल के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होने के कारण बीजेपी के झूठे दावों की पोल खुल गई है।

उन्होंने कहा कि यह सच है कि सेंगोल, जिसे तामिलनाडू के सनातन समूह ने बनाया था और 1947 में देश के पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू को सौंपा गया था। लेकिन इसका कहीं भी दस्तावेजी सबूत नहीं है कि सेंगोल को लॉर्ड माउंटबेटन ने सत्ता हस्तांतरण के रूप में नेहरु को सौंपा था। बीजेपी की तरफ से किए जा रहे दावे पूरी तरह से झूठे हैं।

जयराम ने कहा, तामिलनाडू के सनातन समूह द्वारा सेंगोल (राजदंड) नेहरू को सौंपने के बाद इसे इलाहाबाद के म्यूजियम में प्रदर्शन के लिए रखा गया था। 14 दिसंबर, 1947 को नेहरू ने वहां जो कुछ कहा, वह सार्वजनिक रिकॉर्ड में है। भले ही उस पर लगा लेबल कुछ भी कहे।

कांग्रेस नेता ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि, पीएम मोदी और उनका प्रचार करने वाले सेंगोल का इस्तेमाल तमिलनाडु में अपने राजनीतिक फायदे के लिए कर रहे हैं। इन लोगों की यह विशेषता है कि वह अपने स्वार्थों को लिए तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करते हैं।

अमित शाह ने कांग्रेस पर किया पलटवार

कांग्रेस के आरोपों पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित ने पलटवार किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा है आखिर कांग्रेस भारतीय परंपरा और संस्कृति से इतनी नफरत क्यों करती है। उन्होंने कहा, भारत की स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में तमिलनाडु के एक पवित्र शैव मठ द्वारा पंडित नेहरू को एक पवित्र सेंगोल दिया गया था, लेकिन कांग्रेस ने इसे वॉकिंग स्टिक के रूप में एक संग्रहालय में भेज दिया।

अपने एक अन्य ट्वीट में शाह ने कहा, अब कांग्रेस ने एक और शर्मनाक हरकत की है। पवित्र शैव मठ, थिरुववदुथुराई अधीनम ने खुद भारत की आजादी के समय सेंगोल के महत्व के बारे में बात की थी।" कांग्रेस "अधिनम के इतिहास को बोगस बता रही है! कांग्रेस को उनके व्यवहार पर विचार करने की आवश्यकता है"।

बता दें कि 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए संसद भवन का उद्घाटन किए जाने के बाद सेंगोल को लोकसभा अध्यक्ष की आसन्दी के पास स्थापित किया जाएगा। वहीं राष्ट्रपति की जगह पीएम मोदी के द्वारा नए संसद भवन का उद्धाटन करने पर कांग्रेस सहित 21 विपक्षी दलों द्वारा इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया है।

Created On :   26 May 2023 4:39 PM IST

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