पटना में आज से जुटने लगेंगे विपक्षी दलों के नेता, ममता, केजरीवाल समेत कई नेता रहेंगे मौजूद, 'वन सीट वन कैंडिडेट' पर बनेंगी बात?
- पटना में 23 जून को विपक्षी दलों की मीटिंग
- ममता, केजरीवाल, महबूबा आज पहुंचेंगे पटना
डिजिटल डेस्क, पटना। वो घड़ी आ ही गई जब सभी दल एक छत के नीचे होंगे। दरअसल, हम बात कर रहे हैं शुक्रवार (23 जून) को पटना में विपक्षी दलों की बैठक की। बीजेपी को घेरने के लिए सभी गैर एनडीए, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजधानी पटना में एकत्रित होने वाली हैं। जिसका नेतृत्व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहे हैं। कुमार के अगुवाई में यह बैठक बुलाई जा रही है। कई बार मीडिया से मुखातिब होते हुए कह चुके हैं कि, मेरे जीवन का एक ही लक्ष्य है केंद्र से 'भाजपा की विदाई'। इसी सिलसिले में यह बैठक बुलाई गई है। 23 जून को होने वाली बैठक के लिए नेता आज ( 22 जून ) से ही बिहार पहुंचने लगेंगे। जिनमें सबसे प्रमुख नाम ममता बनर्जी का है, जो बीजेपी पर आए दिन जुबानी हमला करती रहती हैं।
इन नेताओं की बैठक के लिए सभी तैयारियां करीब-करीब पूरी कर ली गई हैं। खाने-पीने से लेकर नेताओं के रहने का पूरा इंतजाम कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक, ममता बनर्जी के अलावा आज शाम तक दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा पटना पहुंचने वाले हैं। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी सुप्रीमो महबूबा मुफ्ती पटना पहुंचने वाली हैं। महबूब मुफ्ती की आज सुबह 10.20 बजे की फ्लाइट है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी आज (गुरुवार) शाम 5.30 बजे तक पटना पहुंच सकते हैं।
लालू से मिलेंगी ममता बनर्जी
ममता बनर्जी आज शाम तक पटना पहुंच जाएंगी। जिसके बाद वो सीधे पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचेंगी। जहां वो राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मुलाकात करेंगी। इसके बाद ममता सीएम नीतीश कुमार से मिलेंगी। विपक्षी दलों की बैठक सीएम नीतीश कुमार के आवास पर होने वाली है। जहां पर देश की सभी प्रमुख पार्टियों के नेता और सुप्रीमो मौजूद रहने वाले हैं। पटना में आयोजित इस बैठक में गैर बीजेपी 21 पार्टियां भाग लेने वाली हैं। जिनमें से कुछ प्रमुख पार्टियों का नाम इस प्रकार है-
- जनता दल यूनाइटेड (जदयू)
- राष्ट्रीय जनता दल ( राजद)
- कांग्रेस
- तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी)
- एनसीपी
- शिवेसेना (यूबीटी)
- समाजवादी पार्टी
- डीमके
- सीपीआई(एम)
- आम आदमी पार्टी ( आप )
- झारंखंड मुक्ति मोर्चा ( जेएमएम )
- पीडीपी
- इत्यादि
विपक्षी एकता लाएगी रंग?
सियासत के जानकारों का मानना है कि, आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी की राहें आसान नहीं होने वाली हैं। अगर सभी दल एक साथ आकर बीजेपी को चुनावी रण में घेरने की कोशिश करेंगे तो यह भगवा पार्टी के लिए बड़ी चुनौती साबित होने वाली है। हालांकि, जानकार यह भी कहते हैं कि भले ही विपक्षी दलों की बैठक हो रही है। जिसमें सभी पार्टियों के वरिष्ठ नेता मौजूद रहने वाले हैं लेकिन वाकई इनमें वो प्रतिबद्धता है कि वो बीजेपी को मात दे सके।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि, चुनौती दे सकते हैं पर, इन दलों के बीच सीट को लेकर आगे खींचतान हो सकती है क्योंकि ममता बनर्जी पहले ही साफ कर चुकी है कि कांग्रेस पश्चिम बंगाल में चुनाव न लड़े। जबकि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी दो टूक कह दिया है कि बीजेपी को हराने के लिए सपा यूपी में काफी है। कुल मिलाकर क्षेत्रीय दलों का कहना है कि अगर कांग्रेस क्षेत्रीय दलों को उसके राज्य में बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ने देती है यानी वो अपना प्रत्याशी नहीं उतारती है तो विपक्षी एकता जरूर रंग लाएगी।
'वन सीट वन कैंडिडेट' पर बनेगी बात?
जानकारी के मुताबिक, कल ( 23 जून ) की बैठक में 'वन सीट वन कैंडिडेट' पर चर्चा हो सकती है यानी बीजेपी के खिलाफ एक ही उम्मीदवार। इसका अर्थ है कि बीजेपी के प्रत्याशी के खिलाफ विपक्ष की ओर से एक ही उम्मीदवार खड़ा होगा ताकि भाजपा को रणनीति के तहत मात दी जा सके। हालांकि, अब देखना होगा कि इस रणनीति पर कोई फैसला होता है या नहीं।
Created On :   22 Jun 2023 10:44 AM IST