कौन होगा विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री का चेहरा? विपक्ष के कई नेताओं ने राहुल को दिया समर्थन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सात सितंबर से शुरू हुई कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा तीन हजार हजार किलोमीटर का सफर तय कर चुकी। राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही कांग्रेस की यात्रा अभी तक दस राज्यों के 50 से अधिक जिलों से होकर निकली हुई है। देश के कई प्रदेशों से होकर निकली कांग्रेस यात्रा को कई राजनैतिक पार्टियों को समर्थन मिल चुका है। अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या विपक्ष की ओर से राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का कैंडिडेट घोषित किया जा सकता है। हालांकि राहुल गांधी पीएम पद को लेकर कई मौकों पर मना कर चुके है।
राहुल को समर्थन
तमिलनाडु से शुरू हुई राहुल गांधी की यात्रा को द्रमुक नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन स्टालिन कई बार कांग्रेस और राहुल गांधी की तारीफ कर चुके हैं। और यात्रा का समर्थन भी कर चुके है। महाराष्ट्र से शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट, एनसीपी, जम्मू कश्मीर से पीडीपी की महबूबा मुफ्ती, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला जैसे बड़े नेताओं का भी राहुल गांधी का समर्थन कर चुके है। उद्धव गुट से आदित्य ठाकरे, एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने यात्रा में हिस्सा लिया था। एनसीपी चीफ शरद पवार ने राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कहा कि सभी विपक्षी दल एक साथ ला सकते हैं। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को यात्रा को लेकर बधाई दी, हालांकि वे यात्रा में शामिल नहीं हुए। भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होकर फारूक अब्दुल्ला ने राहुल गांधी को गले लगाया, और उनकी तारीफ की, वहीं पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने भी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने की इच्छा जाहिर की।
पीएम रेस में विपक्ष के नेता
विपक्ष के कई नेताओं ने राहुल गांधी की यात्रा से किनारा कर लिया है। जिनमें पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव जैसे दिग्गज नेता शामिल हैं। तेजस्वी यादव को छोड़कर इनमें से अधिकतर नेता पीएम की दौड़ में अपने आपको मान रहे है। विपक्ष के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक शरद पवार भी पीएम पद के दावेदारों में हैं। वहीं तेलंगाना के मुख्यमंत्री और टीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने अपनी पार्टी को राष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए टीआरएस का नाम बदलकर भारतीय राष्ट्र समिति भी कर दिया है। राव की पार्टी के पास अभी लोकसभा में नौ और राज्यसभा में सात सांसद हैं। राव ने अभी तक खुलेतौर पर कभी पीएम पद का उम्मीदवार नहीं बताया, लेकिन राजनीतिक पंडितों का मानना है कि राव विपक्षी दलों को एकजुट करके खुद को पीएम उम्मीदवार बनाने में जुटे हैं।
Created On :   10 Jan 2023 6:24 PM IST