कांग्रेस अध्यक्ष पद की मतगणना जारी, खड़गे जीतें या फिर थरूर, देखने को मिल सकता है ये बड़ा बदलाव
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस को अब जल्द ही पार्टी अध्यक्ष मिलने वाला है। हालांकि, चुनाव परिणाम में कोई भी जीते लेकिन कांग्रेस में बड़े बदलाव की आहट शुरू हो ही जाएगी। जिसको लेकर कांग्रेस के कई बड़े नेता मांग करते रहे हैं। यह बदलाव की आहट हो सकती है कांग्रेस में डिसेंट्रलाइजेशन की सियासत की।
कांग्रेस में उठा विक्रेंद्रीकरण का मुद्दा
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पार्टी में डिसेंट्रलाइजेशन के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया है। राजनीतिक जानकारों की माने तो ये वही मुद्दा है जिसे लेकर कांग्रेस में एक गुट जी-23 नेताओं का बना था। अमर उजाला समाचार ने सियासी जानकार बलदेव नारायण सिंह के हवाले से लिखा है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव के लिए शशि थरूर व खड़गे ने जमकर पसीना बहाया है। जहां तक संभव हुआ जाकर कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात कर अपने पक्ष में वोट करने की भी अपील की है।
सिंह आगे कहते हैं कि शशि थरूर ने पार्टी के अंदर विक्रेंद्रीकरण के मुद्दे को उठाकर विपक्ष के उस मुद्दे को हवा दी है। जो पार्टी के भीतर रहकर पार्टी के ही कई वरिष्ठ नेता आवाज उठाते रहते थे। उनका कहना है कि थरूर लगातार यही मांग कर रहे थे कि वह पार्टी को आधुनिक, डिसेंट्रलाइज्ड और बेहतर समावेशी तरीकों से आगे बढ़ाना चाहते हैं। सियासी गलियारों में यही चर्चा है कि थरूर को वोट देने वाला हर कांग्रेसी नेता पार्टी के अंदर बदलाव की बात कर रहा है।
अंदरूनी कलह से पार्टी को होता है नुकसान
राजनीतिक विश्लेषक एसएन शंखधर के मुताबिक, परिणाम कुछ भी हो लेकिन पार्टी के अंदर लंबे समय से उठ रही विक्रेंदीकरण की मांग को कम से कम एक बड़े चुनाव के माध्यम से खुलकर सामने लाने का साहस तो किया गया है। शंखधर का कहना है कि जो गांधी परिवार पर बड़ा आरोप लगता आ रहा है, कम से कम इस चुनाव के बाद शशि थरूर को मिलने वाले हर वोट इस बात की गवाही देंगे कि पार्टी के भीतर बड़े बदलाव की जरूरत है। कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार रहे शशि थरूर भी इस बात को कहते हैं कि उन्हें मिलने वाला हर वोट बदलाव के लिए दिया जाने वाला वोट होगा।
राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव कराकर कांग्रेस ने बड़ा संदेश दिया है। चुनाव रिजल्ट क्या होगा ये तो आने वाले समय में पता चलेगा लेकिन ये बात जरूर है कि पार्टी के अंदर कांग्रेस की विचारधारा के साथ बदलाव की विचारधारा भी साथ-साथ चल रही है।
शंखधर का कहना है कि शशि थरूर ने पार्टी चुनाव में अपने चुनावी एजेंडे, चुनावी मेनिफेस्टो को जिस तरीके से कांग्रेस प्रतिनिधियों के सामने रखा है, वह पार्टी में विक्रेदींकरण व बड़े बदलाव की नींव की तरह है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता का कहना है कि पार्टी के अंदर अगर कोई बड़ा बदलाव होना है तो सबके सामने रखना चाहिए। वरना अंदरूनी विरोध की वजह से पार्टी को भारी खामियाजा भुगतना पड़ता है।
अब चुनाव परिणाम पर सभी की निगाहें टिकी हुई है। अगर थरूर चुनाव जीतते हैं तो फिर कांग्रेस के अंदर बड़े परिवर्तन से इंकार नहीं किया जा सकता है। वैसे माना जा रहा है कि अगर खड़गे भी चुनाव जीते तो कांग्रेस के अंदर परिवर्तन होगा क्योंकि गांधी परिवार अब विपक्ष को ऐसा कोई भी मौका नहीं देना चाहता है, जिस पर सियासत करे।
Created On :   17 Oct 2022 5:34 PM GMT