अपने भाई जनार्दन रेड्डी के खिलाफ चुनाव लड़ने को तैयार सोमशेखर रेड्डी

Somasekhara Reddy ready to contest against his brother Janardhana Reddy
अपने भाई जनार्दन रेड्डी के खिलाफ चुनाव लड़ने को तैयार सोमशेखर रेड्डी
राजनीति अपने भाई जनार्दन रेड्डी के खिलाफ चुनाव लड़ने को तैयार सोमशेखर रेड्डी

डिजिटल डेस्क, बेल्लारी (कर्नाटक)। कर्नाटक के भाजपा विधायक जी. सोमशेखर रेड्डी ने रविवार को कहा कि उनके भाई गली जनार्दन रेड्डी द्वारा एक नई पार्टी की घोषणा करना एक गलती है और वह अपने भाई के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। बेल्लारी में संवाददाताओं से बात करते हुए सोमशेखर रेड्डी ने कहा, मैं अपने भाई के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं।

उन्होंने दावा किया कि उन्हें (जनार्दन रेड्डी को) नई पार्टी नहीं बनाने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा, अब अगर वह नई पार्टी के साथ आगे बढ़ रहे हैं तो क्या किया जा सकता है? उन्होंने कहा, यह निश्चित है कि मैं भाजपा के टिकट पर बल्लारी शहर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ूंगा। यदि वह इस निर्वाचन क्षेत्र को चुनते हैं तो मैं उनके खिलाफ चुनाव लड़ूंगा। मैं इस संबंध में और क्या बता सकता हूं?

उन्होंने स्पष्ट किया कि वह किसी भी कीमत पर भाजपा नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने समझाया, मैं बीजेपी में रहूंगा। परिवहन मंत्री बी. श्रीरामुलु के साथ मैं जनार्दन रेड्डी को मनाने की कोशिश कर रहा हूं। लेकिन, वह कुछ नहीं बता रहे हैं और चुप्पी साधे हुए हैं

राजनीति में रहते हुए धैर्य रखना होगा। उन्होंने कहा कि जनार्दन रेड्डी ने नई पार्टी की घोषणा कर शत प्रतिशत गलती की है। उन्होंने कहा, लोकतंत्र में सभी को चुनाव लड़ने का अधिकार है। लेकिन, मैं चुनाव में तटस्थ नहीं रहूंगा। मैं सामने रहूंगा या मैं चुप रहूंगा। मैंने 2013 में चुनाव नहीं लड़ा, क्योंकि मेरा भाई जेल में बंद था। बता दें, गली जनार्दन रेड्डी ने हाल ही में कल्याण राज्य प्रगति पक्ष (केआरपीपी) लॉन्च किया। पार्टी राज्य में खासकर हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र में सत्तारूढ़ भाजपा की संभावना को प्रभावित कर सकती है।

जब राज्य 2008 के चुनावों में बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में भाजपा ने सत्ता हासिल की, तब श्रीरामुलु के साथ जनराधना रेड्डी और उनके भाई सबसे आगे थे। उन्होंने बहुमत सुनिश्चित करने के लिए पार्टी द्वारा चलाए गए ऑपरेशन कमल में प्रमुख भूमिका निभाई थी।

हालांकि, खनन घोटाले की लोकायुक्त जांच के कारण उन्हें कैबिनेट से बाहर कर दिया गया और उन्हें जेल भी जाना पड़ा। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय सुषमा स्वराज, उनके गुरु और भाजपा पार्टी ने उनसे दूरी बनाए रखी और हालांकि श्रीरामुलु भाजपा में वापस आ गए, जनार्दन रेड्डी को दूर रखा गया। जनार्दन रेड्डी की भाजपा आलाकमान तक पहुंचने की कोशिश विफल रही और वे कर्नाटक में अपनी नई पार्टी की घोषणा के साथ आगे बढ़े।

(आईएएनएस)।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   15 Jan 2023 10:31 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story