ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच सियासत तेज, कांग्रेस ने केजरीवाल को घेरा
- महामारी में लोगों की चिंता छोडकर राजनीति को देख रहे केजरीवाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजधानी में ओमीक्रॉन संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने पर दिल्ली सरकार से उनकी तैयारियों को लेकर पूछा जाने लगा है, वहीं मुख्यमंत्री के पंजाब दौरे पर भी दिल्ली कांग्रेस अब सवाल खड़े कर रही है। कांग्रेस के मुताबिक यह बहुत ही चिंताजनक है कि हर दूसरे दिन कोविड मरीजों की संख्या दुगनी हो रही है।
कांग्रेस के मुताबिक दिल्ली का बेटा कहने वाले अरविन्द केजरीवाल की जब कोविड संकट के समय दिल्लीवासियों को सबसे अधिक आवश्यकता है, तब केजरीवाल राजनीतिक उद्देश्यों के साथ नव वर्ष का जश्न मनाने के लिए 3 दिनों तक पंजाब में रहेंगे। दरअसल दिल्ली में बुधवार को संक्रमण दर 1.29 प्रतिशत के साथ 923 नए मामले सामने आए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार ने दिल्ली सरकार पर हमला करते हुए कहा कि, सीएम केजरीवाल ने उत्पन्न परिस्थितियों के कारण येलो एलर्ट को लागू कर दिया, जबकि सच्चाई तो यह है कि उनके पास राजधानी के लोगों के लिए समय ही नहीं है।
केजरीवाल द्वारा व्यवस्थाओं को दुरस्त किए बगैर लिए गए निर्णय का परिणाम दिल्लीवासी भुगत रहे हैं। मेट्रो और बसों के परिचालन को आधी क्षमता में करने पर बस स्टैंडों और मेट्रो स्टेशनों के बाहर लगी लम्बी-लम्बी लाइनों से कोविड संक्रमण का खतरा अधिक बढ़ गया है। दिल्ली येलो एलर्ट पर होने के कारण कई चीजों पर पाबंदियां लगा दी गई हैं। बाजारों में ऑड ईवन लागू है, वहीं 50 फीसदी की क्षमता के साथ बसें संचालित की जा रही हैं।
इस मसले पर अनिल कुमार ने आगे कहा कि, दिल्ली सरकार के असमय, गलत और आधी क्षमता के परिचालन के निर्णय के कारण दिल्लीवासी परेशान हैं, क्योंकि परिवहन व्यवस्था को दुरस्त करने के लिए जितनी बसों की जरुरत होनी चाहिए डीटीसी के पास उतनी बसें नहीं हैं। दूसरी ओर गुरुवार सुबह दिल्ली के संगम विहार क्षेत्र में यात्रियों ने मौजूदा स्थितियों पर आक्रोश व्यक्त किया। इसके बाद पुलिस और यात्रियों में झड़प भी हुई। गुस्साए लोगों ने बसों में तोड़फोड़ भी की, हालांकि अब हालात सामान्य हैं।
(आईएएनएस)
Created On :   30 Dec 2021 2:30 PM GMT