कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे संभाल सकते हैं दो जिम्मेदारी! पार्टी ले सकती है एक पद एक व्यक्ति की नीति से यू टर्न?
डिजिटल डेस्क,दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का एक बयान चर्चा का विषय बना हुआ है। जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी में "एक व्यक्ति एक पद" के नियम पर जोर दिया जाएगा। लेकिन उनका यह बयान ही अब कांग्रेस के लिए परेशानी खड़ी कर रहा है। दरअसल मल्लिकार्जुन खड़गे वर्तमान में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं साथ ही राज्यसभा में विपक्ष के नेता भी है। हालांकि, अभी तक पार्टी में उनका कोई दूसरा विकल्प दिखाई नहीं दे रहा है। इस बीच खबर है कि खड़गे ही राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर बने रहेंगे। यदि ऐसा होता है, तो कांग्रेस को "एक व्यक्ति एक पद" के नियम को तोड़ना होगा।
मिली जानकारी के मुताबिक, पार्टी को खड़गे का विकल्प खोजने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अनुमान यह लगया जा रहा है कि खड़गे ही राज्यसभा में विपक्ष के नेता की भुमिका निभाते रहेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने "रणनीति समूह" की बैठक बुलाई थी। बताया जा रहा है कि इस मीटिग में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश और वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल भी शामिल रहे थे। मीटिंग में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के नाम पर चर्चा हुई है।
पार्टी के नियम पर राहुल गांधी ने दिया जोर
हाल ही में पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने "एक व्यक्ति एक पद" के नियम पर जोर दिया था। उस समय संभावनाएं यह जताई जा रही थी कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत पार्टी के नए अध्यक्ष बन सकते हैं। लेकिन बाद में खबरें सामने आई कि अशोक गहलोत राजस्थान को छोड़ना नहीं चाहते है,कहा तो यह जाता है कि वे पार्टी के अध्यक्ष पद के साथ ही सीएम बने रहना चाहते हैं। तभी राहुल गांधी ने यह साफ कर दिया कि पार्टी अपनी नीतियों के साथ आगे बढ़ेगी।
पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के समय राजस्थान में सियासी घटनाक्रम देखने को मिला और फिर गहलोत ने राजस्थान में मुख्यमंत्री पद पर बने रहना बेहतर समझा। जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष के लिए तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर और उच्च सदन के विपक्षी नेता मल्लिकार्जून खड़गे के बीच मुकाबला हुई, चुनाव में वरिष्ठ नेता खड़गे ने बड़े अंतर के साथ जीत हासिल की।
मल्लिकार्जून खड़गे पार्टी ने अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया था, और वह चुनाव जीतकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए हैं। लेकिन, अब ऐसा कहा जाता है कि वह शीतकालीन सत्र के लिए इस पद पर बने रहेंगे।
Created On :   2 Dec 2022 4:38 PM IST