Delhi Election 2020: अरविंद केजरीवाल ने भरा नामंकन, 7 घंटे तक करना पड़ा इंतजार
- CM केजरीवाल ने 7 घंटे के इंतजार के बाद पर्चा भरा
- उम्मीदवारों की लंबी कतार होने के कारण देरी हुई
- सोमवार को नामांकन दाखिल नहीं कर सके थे
डिजिटल डेस्क,दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए नामांकन पत्र भर दिया। इसके लिए उन्हें 7 घंटे का इतजार करना पड़ा। दरअसल आज पर्चा भरने का अंतिम दिन था और नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवारों की कतार काफी लंबी थी, जिस वजह से सीएम केजरीवाल को देरी हुई।
Delhi CM and AAP candidate from New Delhi constituency, Arvind Kejriwal leaves from the office of the Returning Officer after filing his nomination for #DelhiElections2020 pic.twitter.com/HHwtytm1qD
— ANI (@ANI) January 21, 2020
AAP National Convenor and Delhi CM @ArvindKejriwal has filed his nomination from New Delhi constituency. #DelhiElections2020
— AAP (@AamAadmiParty) January 21, 2020
सोमवार को नहीं कर सके नामांकन
सीएम केजरीवाल सोमवार को रोड शो के साथ पर्चा भरने के लिए निकले थे और उन्हें दोपहर 3 बजे तक सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) के ऑफिस पहुंचना था। ट्रैफिक और रोड शो के ज्यादा समय तक चलने के कारण वह SDM ऑफिस नहीं पहुंच सके और नामांकन भी दाखिल नहीं हो सका।
तीसरी बार भी जीतेंगे नई दिल्ली !
2013 और 2015 की तरह, इस बार भी सीएम अरविंद केजरीवाल, नई दिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले वह दोनों बार इस निर्वाचन क्षेत्र में जीत दर्ज कर चुके हैं। साल 2013 के चुनाव में उन्होंने दिल्ली से तीन बार मुख्यमंत्री रह चुकी कांग्रेस नेता शीला दीक्षित को 25,864 मतों से हराया था। वहीं साल 2015 के चुनाव में उन्होंने भाजपा की नूपुर शर्मा को 31,583 मतों से शिखस्त दी थी। इन आंकड़ों के मुताबिक माना जा रहा है कि सीएम केजरीवाल एक बार फिर नई दिल्ली से चुनाव जीत सकते हैं। नई दिल्ली सीट से भाजपा ने सुनील यादव और कांग्रेस ने रोमेश सभरवाल को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
8 फरवरी को होंगे चुनाव
दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों पर 8 फरवरी को मतदान होना है, जिसके नतीजे 11 फरवरी को घोषित कर दिए जाएंगे। वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 फरवरी को समाप्त हो जाएगा। 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल ने लोकप्रियता पर सवार होकर आम आदमी पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी और विरोधियों का सूपड़ा साफ कर दिया था। आम आदमी पार्टी ने इस चुनाव में 70 में से 67 सीटें प्राप्त की थी, जबकि भाजपा सिर्फ 3 सीटें जीतने में कामयाब हो सकी थी।
Created On :   21 Jan 2020 9:06 AM IST