Tamil Nadu Politics: AIADMK-BJP गठबंधन से हाथ मिलाएंगी और पार्टियां? पलानीस्वामी ने बताया DMK को हराने का तरीका

- तमिलनाडु में गरमाई सियासत
- हमारे साथ आएंगे और दल- पलानीस्वामी
- AIADMK महासचिव ने बताया जीत का फॉर्मूला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तमिलनाडु में साल 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं। हालांकि इसको लेकर राज्य में सियासी हलचल अभी से शुरू हो गई है। हाल ही में एआईएडीएमके (AIADMK) और भारतीय जनता पार्टी का गठबंधन हुआ। इस गठबंधन के बाद एआईडीएमके महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने बुधवार (16 अप्रैल) को कहा कि हमारी अलाइंस के साथ अभी और पार्टियां भी जुड़ेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर वोट बंटते नहीं हैं तो दुश्मन को हराया जा सकता है। अगर बीजेपी-AIADMK के साथ और दल शामिल होता हैं कि DMK को हराना काफी आसान हो सकता है।
'हमारे साथ और पार्टियां आएंगी'
पलानीस्वामी ने कहा कि केवल चुनाव ही गठबंधन की ताकत तय करेंगे। बिना बंटवारे के वोटों से दुश्मन को हराया जाना चाहिए। हमने डीएमके के खिलाफ समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ तालमेल बैठाने की कोशिश की। सबसे पहले, भाजपा हमारे गठबंधन में शामिल हुई। बहुत जल्द, कई अन्य पार्टियां हमारे एआईएडीएमके-भाजपा गठबंधन में शामिल हो जाएंगी।
पहले भी साथ लड़ चुके हैं
2021 विधानसभा में साथ लड़े AIADMK और भाजपा साल 2021 के विधानसभा चुनाव में एक साथ लड़े थे। इस चुनाव में डीएमके ने जीत हासिल की थी। कुल 234 सीटों में से पार्टी ने 159 सीटों पर जीत दर्ज की। इसके अलावा एआईएडीएमके मात्रा 66 सीटें हासिल करने में सफल रही।
क्या होगा गठबंधन से फायदा?
दोनों पार्टियां यह समझ गईं हैं कि अलग-अलग लड़ कर चुनाव जीतना मुश्किल है। बीजेपी के लिए अकेले तमिलनाडु की सत्ता हासिल करना आसान नहीं था। इसका सबसे बड़ा उदाहरण साल 2024 का लोकसभा चुनाव है। आम चुनाव से पहले AIADMK और भाजपा के बीच गठबंधन टूट गया था। जिसके चलते दोनों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा। दोनों दलों को एक भी सीट हासिल नहीं हुई। बीजेपी को INDI गठबंधन और डीएमके के सामने एक अच्छे सहयोगी दल की जरूरत थी। भाजपा यह समझ गई थी कि AIADMK एक ऐसी कुंजी है जो तमिलनाडु की सत्ता की चाभी बन सकती है।
Created On :   16 April 2025 4:01 PM IST