केंद्र ने जैन समाज की आस्था को नजरंदाज किया : अविनाश पांडे

Center ignored the faith of Jain society: Avinash Pandey
केंद्र ने जैन समाज की आस्था को नजरंदाज किया : अविनाश पांडे
राजनीति केंद्र ने जैन समाज की आस्था को नजरंदाज किया : अविनाश पांडे

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। झारखंड के श्री सम्मेद शिखरजी को लेकर कांग्रेस ने केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्टी ने जैन समाज के आक्रोश और नाराजगी के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है।

कांग्रेस के झारखंड प्रभारी और पार्टी महासचिव अविनाश पांडे ने आईएएनएस से विशेष बातचीत में कहा धार्मिक भावना बेहद संवेदनशील विषय है। कांग्रेस पार्टी सभी धर्मों की आस्था का पूरा सम्मान करती है। यह जो योजना है केंद्र सरकार की योजना है जो कि भारतीय जनता पार्टी अपने सत्ता में रहने के दौरान ही लेकर आई है। खासतौर पर अगर झारखंड की बात की जाए तो केंद्र सरकार ने जैन समाज की आस्था को नजरंदाज किया है। जैन धर्मगुरुओं ने महात्मा गांधी को अहिंसा और सत्याग्रह की प्रेरणा दी है।

उन्होंने कहा कि एक ओर राहुल गांधी देश के सभी लोगों को जोड़ने के लिए ऐतिहासिक भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं, दूसरी ओर बीजेपी सभी धर्मों में नफरत फैला रही है। साल 2015 में बीजेपी के सहयोग से बनी सरकार में मुख्यमंत्री रहे झारखंड के तत्कालीन सीएम रघुबर दास ने शिखरजी हिल्स में पर्यटन को विकसित करने के लिए पारसनाथ पहाड़ी विकास योजना जारी की थी।

उन्होंने कहा कि झारखंड के धनबाद जिले में पारसनाथ पहाड़ी और तोपचांची वन्यजीव अभयारण्यों की सीमा श्रेत्र 25 किलोमीटर के दायरे को इको सेंसिटिव जोन (ईएसजेड) के रूप में घोषित कर दिया गया है। गुजरात में जहां बीजेपी के पास डबल इंजन सरकार है, वहां भी जैन समुदाय के दो तीर्थ स्थलों की पवित्रता को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है।

वहीं उन्होंने झारखंड में यात्रा के अगले चरण को लेकर कहा कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक की भारत जोड़ो यात्रा में कांग्रेस एक विशेष संदेश लेकर आगे बढ़ रही है। यह राजनीति को पीछे छोड़ कर लोगों को प्रेम भाव से जोड़ने वाली यात्रा है। इस यात्रा की उपयात्रा का आयोजन जल्द ही झारखंड में किया जाएगा। इससे पहले राज्य के 25 जिलों में और 320 प्रखंडों में यात्रा 20 दिसंबर तक निकाली गई। देशभर में कांग्रेस ने तीन हजार किलोमीटर से अधिक की यात्रा निकाली। अब इसके दूसरे चरण में कांग्रेस पार्टी 26 जनवरी से हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा की शुरूआत करेगी। हालांकि झारखंड में इसे एक फरवरी से शुरू किया जाएगा।

इसको लेकर कांग्रेस पार्टी ने हाल ही में जो नई कमिटी बनाई है। उनके सदस्यों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी जाएगी और पार्टी की ओर से यह कोशिश रहेगी कि जनसामान्य तक कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता और नेता पहुंचे।

उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि देश में आज रोजगार और महंगाई चरमसीमा पर है। देश की आर्थिक व्यवस्था जर्जर पड़ी है। लेकिन सत्ता पक्ष इससे लोगों का ध्यान हटाने के लिए रोज प्रचार माध्यम से या बयानबाजी से अलग-अलग मुद्दों को लाती रही है। कांग्रेस पार्टी इन तमाम मुद्दों को लेकर आमजन के बीच में जाएगी। भारत की पहचान प्रेम शांति से है। यह एक दूसरे के दुख-दर्द को बांटने वाली संस्कृति है। इसके बचाव के लिए ही कांग्रेस पार्टी और इसके नेता राहुल गांधी ये यात्रा निकाल रहे हैं।

वहीं उत्तरप्रदेश में निमंत्रण के बावजूद भारत जोड़ो यात्रा से अन्य राजनीतक दलों के न जुड़ने को लेकर अविनाश पांडे ने कहा कि यह यात्रा राजनीति से ऊपर उठकर निकाली जा रही है। कांग्रेस पार्टी ने इस यात्रा की शुरूआत की जिसमें 54 से ज्यादा एनजीओ हिस्सा ले चुके हैं। हर वर्ग और समाज के लोग, हर जाति समुदाय के लोग, पिछड़ी- आदिवासी, मजदूर, महिलाएं, छात्र, खिलाड़ी, वकील, डॉक्टर हर पेशे के लोग इस यात्रा से जुड़े हैं। ये सभी किसी न किसी पार्टी से जुड़े होंगे।

इसके साथ ही अलग-अलग पार्टियों के नेता भी यात्रा में जुड़े। शिवसेना नेता प्रियंका चतुवेर्दी समेत अन्य नेताओं ने इसमें हिस्सा लिया। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने भी अपने राज्य में यात्रा की शुरूआत की। जिसको जैसी सुविधा हो रही है वो शामिल हो रहे हैं। कुछ पार्टियों के नेता अपनी शुभकामनाएं दे रहे हैं तो कुछ भौतिक रूप से यात्रा में जुड़ रहे हैं।

 (आईएएनएस)।

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Created On :   5 Jan 2023 11:00 AM GMT

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