महाकुंभ खत्म लेकिन सियासत गरम: राहुल गांधी के स्नान न करने पर जीतन राम मांझी ने साधा निशाना, कहा - 'पूरी कांग्रेस को डुबो दिया, अब कितनी डुबकी लगाएंगे'

राहुल गांधी के स्नान न करने पर जीतन राम मांझी ने साधा निशाना, कहा - पूरी कांग्रेस को डुबो दिया, अब कितनी डुबकी लगाएंगे

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूपी की संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ को समाप्त हुए दो दिन हो चुके हैं। हालांकि, इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। इस क्रम में भाजपा और उसके समर्थक दल लगातार कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साध रहे हैं। दरअसल, महाकुंभ में राहुल गांधी ने स्नान नहीं किया है। इसे लेकर सत्ता पक्ष एक के बाद एक राहुल गांधी पर हमलावर हैं। इस बीच महाकुंभ के मुद्दें को लेकर एनडीए सरकार में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने भी राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया है।

    जीतन राम मांझी ने राहुल गांधी पर कसा तंज

    सोशल मीडिया एक्स पर जीतन राम मांझी को लेकर राहुल गांधी ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि राहुल गांधी से कुंभ में डुबकी लगाए जाने को लेकर पूछे जा रहे सवाल ठीक नहीं है। जिस नेता ने पूरी कांग्रेस पार्टी को डुबो दिया, वह और कितनी डुबकी लगाएंगे।

    इससे पहले बीजेपी ने भी राहुल गांधी के महाकुंभ में स्नान न करने पर तीखा हमला बोला है। भाजपा ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया था। इसके अलावा भाजपा ने कहा था कि नेहरू-गांधी परिवार के सदस्य चुनाव से पहले सिर्फ देश के बहुसंख्यक समाज को मूर्ख बनाने के लिए मंदिरों में जाते हैं। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा था कि प्रयागराज में हाल में संपन्न महाकुंभ के आयोजन ने यह साबित कर दिया है कि इस देश में सनातन के सम्मान के लिए यदि कोई दल या नेतृत्व खड़ा है, तो वह भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही हैं।

    अमित मालवीय ने कांग्रेस को घेरा

    इस संबंध में अमित मालवीय ने एक्स पर ट्वीट किया था। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, "देश और दुनिया के कोने-कोने से 66 करोड़ से अधिक लोगों ने आस्था के इस महापर्व में भाग लिया, लेकिन कई दशकों तक देश पर शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी के युवराज राहुल गांधी महाकुंभ में नहीं गए। अमित मालवीय ने आगे कहा था कि एक ईसाई मां और पारसी पिता के पुत्र का हिंदू समाज के इस प्राचीन पर्व पर आस्था न रखना स्वाभाविक है। राहुल गांधी 500 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद बने रामलला मंदिर (अयोध्या) में भी अब तक नहीं गए। यह उनका निजी फैसला हो सकता है और हमें इसका सम्मान करना चाहिए।"

    उन्होंने कहा, लेकिन जब यही राहुल गांधी, उनकी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा और मां सोनिया गांधी चुनाव से पहले मंदिर जाने का स्वांग रचते हैं, तो (उन्हें) इसे अब बंद कर देना चाहिए। अमित मालवीय ने कहा, देश के बहुसंख्यक समाज को मूर्ख बनाकर राजनीति करने की कांग्रेस की इस घटिया प्रवृत्ति को पूरी तरह नकारने का समय आ गया है।

    Created On :   28 Feb 2025 8:15 PM IST

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