नेशनल हेराल्ड मामला: 'राजनीति बंद करें कांग्रेस..उसके सभी दावे खोखले', सोनिया और राहुल के खिलाफ ईडी की चार्टशीट दाखिल होने पर बोले बीजेपी सांसद

राजनीति बंद करें कांग्रेस..उसके सभी दावे खोखले, सोनिया और राहुल के खिलाफ ईडी की चार्टशीट दाखिल होने पर बोले बीजेपी सांसद
  • नेशनल हेराल्ड केस में ईडी ने राहुल और सोनिया के खिलाफ दर्ज की चार्टशीट
  • सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
  • मामले को बताया तकनीकी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राहुल गांधी, सोनिया गांधी और सैम पित्रोदा के खिलाफ चार्टशीट दाखिल की है। ईडी के इस एक्शन के बाद कांग्रेस ने बुधवार को पूरे देश के ईडी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। वहीं, बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर है। पार्टी के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी का रिएक्शन भी इस मामले पर सामने आया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह बात रखनी चाहिए कि यह मामला तब दर्ज हुआ था, जब केंद्र में मोदी सरकार नहीं आई थी।

राजनीति न करे कांग्रेस

उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "नेशनल हेराल्ड मामले में आज ईडी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी का नाम चार्जशीट में दर्ज की है। यह पूरी तरह से तकनीकी मामला है। कांग्रेस पार्टी को ध्यान देना चाहिए कि यह मामला 2012 में शुरू हुआ था और एक जनहित याचिका के माध्यम से दिल्ली हाई कोर्ट ने अक्टूबर 2013 में इस मामले की शुरुआत की थी। इसका मतलब यह है कि यह मामला नरेंद्र मोदी की सरकार आने से पहले ही दायर किया गया था। कांग्रेस पार्टी का इस मुद्दे पर राजनीति करने का कोई आधार नहीं बनता है।"

उन्होंने आगे कहा, "यह भारत के इतिहास का एक विचित्र मामला है, जिसमें एक ऐसी कंपनी 90 करोड़ रुपये की देनदारी में बिक गई, जिसके पास हजारों करोड़ की संपत्ति थी। इसके अलावा, 76 प्रतिशत शेयर सिर्फ राहुल गांधी और सोनिया गांधी के पास थे। मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि इसे पंडित नेहरू ने स्थापित किया था और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के द्वारा एसोसिएट जनरल लिमिटेड (एजेएल) स्थापित की गई थी। कई लोगों ने आपत्ति भी दर्ज कराई थी कि शेयरधारकों के पास शेयर थे, फिर भी उनसे पूछे बगैर इसे दे दिया गया। मैं पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस के पांच-छह दशकों तक शासन करने के बाद भी पंडित नेहरू द्वारा स्थापित तीनों अखबार कैसे घाटे में चले गए, जिसकी वजह से उसे बंद करना पड़ा। क्या कांग्रेस सरकारों ने उसे कोई समर्थन नहीं किया।"

कांग्रेस के दावे खोखले

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "कांग्रेस के पदाधिकारि‍यों और कार्यकर्ताओं की आस्था के जो दावे हैं कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानि‍यों और कांग्रेस का इससे भावनात्मक लगाव था। यह भावनात्मक लगाव कितना सही था, यह मामला इसका प्रमाण दे रहा है। नैतिक और तकनीकी दोनों आधारों पर कांग्रेस के दावे बहुत खोखले, आधारहीन और दुर्भावना से प्रेरित दिखाई देते हैं।"

Created On :   16 April 2025 12:30 AM IST

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