इस्तीफे पर अड़े राहुल, सांसदों से बोले- मैं नहीं रहना चाहता कांग्रेस अध्यक्ष
- कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े राहुल गांधी
- चुनाव में हार के बाद राहुल गांधी ने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है
- सासदों की मीटिंग में कहा
- मैं अध्यक्ष पर नहीं रहना चाहता हूं
डिजिटल डेस्क, दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद पर बने रहने की अपील को खारिज कर दिया है। उनकी पार्टी के सांसदों ने उनसे इस पद पर रहने की आज अपील की थी। वहीं राहुल ने कहा, यह इस बात की चर्चा करने की जगह नहीं है। आप सभी ने इस बात को उठाया है। मैंने CWC को पहले ही अपने फैसले के बारे में बता दिया है। यहां एक जवाबदेही होनी चाहिए। बता दें कि लोकसभा चुनावों में मिली हार की वजह से राहुल गांधी ने जिम्मेदारी लेते हुए कहा था कि वह अब इस पद पर बने नहीं रहना चाहते। 52 सदस्यों की कांग्रेस कमेटी से उन्होंने कहा था कि वह अध्यक्ष बनकर नहीं रहेंगे, लेकिन कांग्रेस ने उनकी इस मांग को खारिज कर दिया था। राहुल गांधी ने सभी सांसदों से ये बात मां सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई मीटिंग के दौरान कही।
राहुल गांधी ने इस्तीफे को लेकर पहली बार मीडिया में भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि आज की बैठक में मैंने अध्यक्ष पद को लेकर स्टैंड साफ कर दिया है। मैं अध्यक्ष नहीं बने रहना चाहता। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की बड़ी पैमाने पर हुई हार के बाद कांग्रेस के मुखिया राहुल गांधी ने अपने इस्तीफे की पेशकश की है, लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं तक कोई भी नहीं चाहता है कि राहुल गांधी अपने पद से इस्तीफा दें। वहीं राहुल गांधी साफ कर चुके हैं कि वे अब एक आम कार्यकर्ता की तरह काम करेंगे। राहुल ने कहा कि पार्टी जल्द से जल्द एक नए चेहरे की तलाश करे जो पार्टी की कमान को संभाल सके। राहुल ने इस बात पर भी अपना स्पष्टीकरण दे दिया है कि अब अगला अध्यक्ष गांधी परिवार से नहीं होगा।
राहुल की इसी जिद्द को तोड़ने के लिए आज देशभर से यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता राहुल गांधी के निवास स्थल पर उन्हें मनाने पहुंचें थे। सभी ने राहुल गांधी से अध्यक्ष पद पर बने रहने की अपील भी की, जैसे राहुल गांधी ने खारिज कर दिया। कांग्रेस अध्यक्ष को पद से इस्तीफे की पेशकश किए एक महीना हो रहा है लेकिन अब तक इस मुद्दे पर असमंजस बरकरार है। पद छोड़ने पर अड़े राहुल गांधी को मनाने की कोशिशें जारी हैं , लेकिन राहुल अपने फैसले पर पुनर्विचार को तैयार नहीं है। इस वजह से जहां एक तरफ कांग्रेस हाई-कमांड के नजदीकी नेता नए कांग्रेस अध्यक्ष के चेहरे को लेकर माथापच्ची कर रहे हैं वहीं राहुल गांधी से बने रहने की गुजारिश भी बसदस्तूर जारी है।
Created On :   26 Jun 2019 9:24 AM IST