जिन्ना हाउस: जल्द ही रेनोवेट होगा मोहम्मद अली जिन्ना का बंगला, मिलेगी नई पहचान, केंद्र सरकार से मंजूरी की देर

जल्द ही रेनोवेट होगा मोहम्मद अली जिन्ना का बंगला, मिलेगी नई पहचान,  केंद्र सरकार से मंजूरी की देर
  • मुंबई में मोहम्मद अल जिन्ना का बंगला होगा रेनोवेट
  • केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद शुरू होगा काम
  • जिन्ना हाउस में होंगे कई सारे बदलाव

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मुंबई के मालाबार हिल इलाके में पाकिस्तान के नींव रखने वाले मोहम्मद अली जिन्ना के घर 'साउथ कोर्ट' को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार जल्द ही जिन्ना के घर को रेनोवेट करने वाली है। इस कार्य को पूरा करने के लिए विदेश मंत्रालय (एमईए) की सहमति आने की प्रतिक्षा की जा रही है। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, मोहम्मद अली जिन्ना के बंगले को विदेश मंत्रालय एक खास डिप्लोमैटिक एन्क्लेव का रूप देगा। बता दें, मुंबई के मालाबाद हिल इलाके में मोहम्मद अली जिन्ना का आलीशान घर है। इस मंजिला और सुंदर विले को साल 1936 में बनाया गया था।

जिन्ना हाउस में जल्द होगा रेनोवेशन

बता दें, अगस्त 2023 में इस विरासत स्थल (ग्रेड II A हेरिटेज साइट) की मरम्मत को अनुमति दे दी थी। विदेश मंत्रालय ने बंगले के मरम्मत का काम केंद्रीय लोक निर्माण विभाग को दे दिया था। इसके बाद सर जेजे कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर को इस प्रोजेक्ट के सलाहकार के तौर पर नियुक्त किया गया था। गौरतलब है कि, ताजुब की बात तो यह है कि जिन्ना के आर्ट डेको स्टाइल वाले घर को क्लाउड बैटली ने डिजाइन किया था। उस दौरान बैटली जेजे स्कूल ऑफ ऑर्ट्स में आर्किटेक्चर विभाग के चीफ थे।

बता दें, साल 2018 में प्रधानमंत्री कार्यालय ने जिन्ना हाउस को बंगला भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) से विदेश मंत्रालय को सौंपने का फैसला लिया था। इस संबंध में साल 2017 में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मालाबार हिल के विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा को एक पत्र लिखा था। इसमें पत्र में बताया गया था कि दिल्ली के हैदराबाद हाउस की तर्ज पर जिन्ना हाउस की मरम्मत और सजावट होगी।

टाइम्स ऑफ इंडिया ने मिले दस्तावेजों के हवाले से बताया कि मुंबई हेरिटेज कंजर्वेशन कमेटी को जो प्रस्ताव सौंपा गया है, उसके तहत जिन्ना हाउस (करीब 39,000 वर्ग फीट बने हुए हिस्से वाला बंगला) के इस्तेमाल और उसमें बदलाव करने का जिक्र किया गया है।

जिन्ना हाउस में होंगे ये बदलाव

दस्तावेजों के मुताबिक, इस काम में पौधों को हटाना, प्लास्टर करना, पेंटिंग, दरवाज़ों, खिड़कियों और वेंटिलेटर की मरम्मत और नवीनीकरण को शामिल किया गया है। इसके अलावा बंगले की मजबूत मरम्मत, राजमिस्त्री का काम, सामने की सीढ़ियों का दोबारा निर्माण, नई बीम और कॉलम लगाना और पहली मंज़िल पर अंदर की दीवारों को हटाकर जगह बढ़ाना भी शामिल है। विरासत (हेरिटेज) की खासियत को क्षति पहुंचाए बगैर यह सारे काम किए जाएंगे।

बता दें, 2023 के बीच में हेरिटेज कमेटी ने जिन्ना हाउस का दौरा किया था। उस दौरान उन्होंने सलाह दी थी कि पुराने फर्नीचर, झूमर, फिटिंग्स और बाकी सामान की मरम्मत करके फिर से उपयोग में लिया जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि बंगले की चारदीवारी को पहले जैसे पत्थर से बनाया जाएगा। जिससे उसकी डिजाइन पुराने डिज़ाइन जैसी दिखाई दें।

इस प्रोजेक्ट से जुड़े जानकारों ने बताया कि सारी जरूरी मंजूरियां और योजनाएं तैयार हैं। केवल केंद्र सरकार से अंतिम मंजूरी मिलने बाकी है। दस्तावेजों के अनुसार, विदेश मंत्रालय (MEA) ने अभी तक बंगले के किसी भी हिस्से में कोई बदलाव नहीं किया है और न ही ज्यादा निर्माण की मांग की है। लेकिन ये कहा गया है कि भारत की पहचान, इतिहास और संस्कृति को दिखाने के लिए अंदर कुछ सौंदर्य से जुड़े बदलाव किए जा सकते हैं।

मालूम हो कि, साल 2007 में जिन्ना की इकलौती बेटी दीना वाडिया ने जिन्ना हाउस पर मालिकाना हक पाने के लिए बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। दीना के निधन के बाद उनके बेटे नुस्ली वाडिया को कोर्ट ने याचिका आगे बढ़ाने की अनुमति दी थी। जिन्ना हाउस को "निष्कासित संपत्ति" (Evacuee Property) माना गया है यानी उस व्यक्ति की संपत्ति जो 1 मार्च, 1947 के बाद भारत छोड़कर पाकिस्तान चला गया हो।

Created On :   19 April 2025 2:51 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story